DESK:उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को सूबे का बजट पेश किया गया. राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने इस बजट को पेश किया. बजट को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट प्रदेश के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा. यह बजट 6 लाख 90 हजार करोड़ का है. यह यूपी को सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला बजट है.
सीएम योगी ने कहा कि आजादी के अमृत काल के प्रथम वर्ष का बजट प्रस्तुत करने के लिए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना एवं वित्त विभाग की पूरी टीम को हृदय से बधाई है. अंत्योदय के प्रण व समग्र विकास के संकल्प को आकार देता यह बजट प्रदेश के लिए हितकारी साबित होने वाला है. योगी ने कहा कि निःसंदेह, यह बजट आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप प्रदेश के गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर तबके के हितों की पूर्ति करने वाला होगा.
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश विकास की ओर निरंतर बढ़ रहा है. प्रदेश की जीडीपी में भी बढ़ोतरी हुई है. आने वाले समय में प्रदेश विकास के नए आयाम को छुएगा. वहीं, वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. एक जनपद एक मेडिकल कालेज की योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 45 जनपद मेडिकल कॉलेज से आच्छादित किये जा चुके हैं. 14 जनपदों में मेडिकल कालेज निर्माणाधीन है. असेवित 16 जनपदों में मेडिकल कालेजों की स्थापना पीपीपी मॉडल पर की जा रही है.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत वर्ष 2022 2023 में अब तक 5163968 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि डीबीटी के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित की गयी. प्रदेश के डार्क जोन में किसानों को निजी नलकूप कनेक्शन देने पर लगे प्रतिबंध को हटाने से 01 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि गन्ना उत्पादकता में 1,00,875 टन प्रति हेक्टेयर की वृद्धि किसानों की आय में औसतन 349 रुपये प्रति कुन्तल की दर से 34,656 रुपये प्रति हेक्टेयर की वृद्धि हुई है. इसके अतिरिक्त, गन्ने के साथ अंतःफसली खेती से कृषकों को लगभग 25 प्रतिशत की अतिरिक्त आय हुई|