DESK: स्थापना दिवस बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। आयोजन में सीएम योगी ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस मौके पर डीजीपी डीएस चौहान, एडीजी, पीएसी के तमाम अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहें।
इस दौरान सीएम योगी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पीएसी बनने के चौहत्तर वर्ष की अपनी शानदार यात्रा न केवल देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए बल्कि परंपरागत पर्व और त्योहारों जुलूसों धार्मिक आयोजनों तथा विभिन्न उन अवसरों पर आम जनमानस की आस्था के साथ जो आयोजन जोड़े हुए हैं, राष्ट्रीय पर्वों के साथ ही सामान्य निर्वाचन अस्थानीय निकाय निर्वाचन और प्रदेश भ्रमण के दौरान अतिविशिष्ट महानुभावों के सकुशल सुरक्षित यात्रा के दृश्य से किया गया योगदान अत्यंत सराहनीय रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएसी बल अपने शौर्य और पराक्रम के लिए जाना जाता है ना केवल उत्तर प्रदेश के अंदर बल्कि देश के विभिन्न राज्यों में आंतरिक सुरक्षा कि उन विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सदैव तत्पर होकर के कार्य किया है। उन्होने कहा कि PAC बल को जब भी अवसर मिला है उसने अपना सर्वोत्तम करने का प्रयास भी किया है, किसी भी बल की पहचान उसके शौर्य और पराक्रम के साथ ही उसकी कीर्ति से जानी जाती है और ये शौर्य और पराक्रम उत्तर प्रदेश PAC बल के साथ जुड़ चुका है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खास तौर पर मुझे याद है जब दो हजार एक में देश की संसद पर कायराना हमला हुआ था। उस समय उत्तर प्रदेश PAC जवानों ने जिस बुद्धिमता और पराक्रम का परिचय दिया था वो किसी से छुपा हुआ नहीं हैष Ayodhya में राम जन्मभूमि पर हुए हमले के दौरान भी उत्तर प्रदेश पीएसी बल ने जिस तत्परता के साथ कार्यवाही की और आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेरने का कार्य किया या उसके शौर्य पराक्रम और कीर्ति के साथ ही उसकी तत्परता का प्रतिक भी है।