सांसद में गुंजी आजमगढ़ सांसद ‘निरहुआ’ की आवाज। शून्यकाल के दौरान भारतीय सेना में अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि, अहीर रेजीमेंट की मांग का मुद्दा लंबे समय से संसद में उठाया जा रहा है और यह मांग जायज भी है.
भाजपा सांसद नें कहा कि सेना में रेजिमेंट का गठन किसी भी जाति, धर्म, क्षेत्र के सेना में योगदान को लेकर किया जाता है. ऐसे में अगर भारतीय सेना में अहीर रेजीमेंट बन जाता है तो हमारे लोग चीन को दौड़ा-दौड़ा के मारेंगे. उन्होंने लोकसभा में कहा कि सरकार से आग्रह है कि सेना में जल्दी से जल्दी अहीर रेजिमेंट का गठन किया जाए.
उन्होंने शून्यकाल के दौरान संसद में बोलते हुए कहा कि जिस दिन भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट का गठन होगा चाइना की रूह कांप जाएगी. निरहुआ ने साल 1962 में भारत-चीन युद्ध के एक संदर्भ की ओर सदन का ध्यान आकृष्ट किया और कहा कि 1962 के युद्ध में रेजांगला चौकी पर एक सौ चौबीस अहीर जवान तैनात थे और उन्होंने सौ, दो सौ नहीं बल्की तीन हजार चीनी सैनिकों को धूल चटाई थी.
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में हर वर्ग की पलटन है. अगर अहीर रेजिमेंट का गठन कर दिया जाता है तो चीन भी हमारी ओर आंखें दिखाने में चार बार सोचेगा. भाजपा सांसद निरहुआ नें अहीर रेजिमेंट ना बनने को लेकर कुछ लोगों में असंतोष है. इसलिए अगर अहीर रेजीमेंट बन जाता है तो हमारे लोग चीन को दौड़ा-दौड़ा के मारेंगे.