गोरखपुर. साढ़े पांच साल पहले तक पिछड़ेपन का दंश झेलने वाला गोरखपुर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद तेजी से मेट्रोपोलिटन सिटी बनने की राह पर है. इसी के अनुरूप यहां इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को सुदृढ़ किया जा रहा है. शानदार रोड कनेक्टिविटी, सीवरेज व जलनिकासी के इंतजाम देश के बड़े महानगरों की तर्ज पर किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री फ्लाईओवर, सीवरेज, जलनिकासी और फोरलेन के बड़े प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ करने आ रहे हैं.
1821.61 करोड़ रुपये की लागत वाली चार परियोजनाओं के शिलान्यास का समारोह रविवार शाम चार बजे वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में होगा। यहां सीएम एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे उनमें महानगर में जलभराव की समस्या का ठोस समाधान करने वाली गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट भी है. गोड़धोइया नाला एवं रामगढ़ताल के जीर्णोद्धार व नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन व ट्रीटमेंट के निर्माण से संबंधित परियोजना की कुल लागत 474.42 करोड़ रुपये है.
उनके हाथों 96.50 करोड़ रुपये की लागत वाले जेल बाईपास के खजांची चौराहे पर फ्लाईओवर का भी शिलान्यास होगा. इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद खजांची चौराहे पर लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिलेगी. इसके साथ ही भटहट से बासस्थान मार्ग के फोरलेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री करेंगे. इस प्रोजेक्ट की लागत 689.35 करोड़ रुपये है. यह फोरलेन भटहट के पिपरी में निर्माणाधीन प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय तक सुगम यातायात उपलब्ध कराने में मददगार होगा.