गोरखपुर : गोरखपुर में एक हैरान करने वाली वारदात हुई है। मंगलवार सुबह यहां पिता और दो नाबालिग बेटियों के शव फंदे पर लटके मिले हैं। बेटियों के शव एक पंखे पर दुपट्टे से लटके थे, जबकि पिता का दूसरे कमरे में पंखे पर लटका था। कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है। यह तोते के पिंजड़ों के पास रखा था। इसमें दोनों तोतों को पिजड़े से उड़ा देने का जिक्र था। घर का मेन गेट खुला था। यह सामूहिक सुसाइड है या हत्या? यह अब तक क्लीयर नहीं है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने एविडेंस कलेक्ट किए हैं।घटना शहर के शाहपुर इलाके के गीता वाटिका स्थित घोसीपुरवा की है। यहां जितेंद्र श्रीवास्तव (45) अपनी दो बेटियों मान्या (16) और मानवी (14) के साथ रहते थे। उनके साथ पिता ओम प्रकाश (65) भी रहते थे। वह प्राइवेट गार्ड हैं। बगल में ही जितेंद्र के भाई का घर है। जितेंद्र की पत्नी की दो साल पहले कैंसर से मौत हो चुकी है। जितेंद्र टेलरिंग का काम करते थे।
जानकारी के मुताबिक आप को बता दें कि,शाहपुर इलाके के गीता वाटिका स्थित घोसीपुरवा निवासी ओमप्रकाश श्रीवास्तव के दो बेटे हैं। दोनों अलग बगल के मकान में रहते हैं।जिसमें ओमप्रकाश मूल रूप से बिहार के गुठनी थाना क्षेत्र सिवान के रहने वाले हैं।घोसीपुरवा में तीस साल से मकान बनवा कर रहते हैं।
जितेंद्र श्रीवास्तव घर में ही सिलाई का काम करते थे।जबकि उनकी पत्नी सिम्मी की दो साल पहले कैंसर से मौत हो गई थी।उनकी दोनों बेटियां मान्या श्रीवास्तव और मानवी श्रीवास्तव आवास विकास स्थित सेन्ट्रल एकेडमी में कक्षा नौ और सात में पढ़ती थीं। मृतक के पिता ओमप्रकाश प्राइवेट गार्ड का काम करते हैं। सोमवार की रात शहर में ड्यूटी पर गए थे। सुबह मकान पहुंचे तो एक कमरे में बेटा और दूसरे कमरे में दो बेटियों के शव दुपट्टे के सहारे लटकता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल करने के बाद शवोंं को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।