मिर्जापुर संवाददाता संतोष गुप्ता. मिर्जापुर के विंध्याचल क्षेत्र के महाश्मशान रामगया घाट शिवपुर से युवा सेवा समिति के तत्वावधान में परम्परागत ढंग से निकले भरत मिलाप में भूतों ने अर्थी के साथ नृत्य किया। महाकाली ने आग से खेलते हुए आग के घेरे में भाव नृत्य कर लोगों को स्तब्ध किया। भरत मिलाप में प्रयाग राज और भदोही की झांकी भी शामिल हुई।
भरत मिलाप में विभिन्न झांकियों का आयोजन
आधी रात को निकलने वाला भरत मिलाप मंगलवार को सूर्योदय के बाद भी विभिन्न मार्गों पर चक्रमण के बाद संपन्न हुआ। इस भरत मिलाप में अर्थी निकालने की प्राचीन परम्परा का निर्वहन कर जीवन के सत्य की झांकी प्रस्तुत किया गया। मायके से डोली और ससुराल से अर्थी की झांकी और उस पर सजे फूलों की अभिलाषा के गीत लोगों को झकझोर कर रख दे रहे थे। वहीं दूसरी झांकी में अर्थी के साथ भूतों के नृत्य को दर्शाया गया था। भरत मिलाप में विभिन्न झांकियों के बीच आग के बीच महाकाली का नृत्य देख लोगों ने जयकारा लगाते हुए नमन किया।
ढोल ताशा और बैंड बाजा की धुन पर निकली झांकियां
विंध्याचल धाम के त्रिकोण पथ पर स्थित राम गया घाट से भरत मिलाप आधी रात को निकाला गया। आधी रात को ढोल ताशा और बैंड बाजा की धुन पर निकले झांकियों को देखने के लिए सड़क के किनारे लोग जुटे थे। मकानों के बारजा से भी लोगों ने झांकियों का दर्शन किया। भरत मिलाप में जनपद के अलावा भदोही और प्रयागराज से आयी झांकिया शामिल थी। भावपूर्ण दृश्य ने लोगों को मोहित किया। सुबह तक क्षेत्र के विभिन्न मार्गों पर चक्रमण करने के बाद भरत मिलाप राम गया घाट पर जाकर संपन्न हुई। भरत मिलाप में करीब दर्जन भर आकर्षक झांकियां शामिल थी।