रामनगरी अयोध्या मे राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक राम मंदिर परिसर में सम्पन्न हुई। बैठक में मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सदस्य डॉ.अनिल मिश्र सहित मंदिर निर्माण कर रही कंपनी एलएंडटी व टीईएस की इंजीनियरिंग टीम के अधिकारी शामिल रहे।इस बैठक में मंदिर के निर्माण के शेष कार्य के लिए पत्थरों की उपलब्धता और व्यवस्था पर चर्चा की गई।
और साथ ही इस बात पर भी मंथन किया गया कि निर्माण के कार्य तय सीमा के मद्देनजर कितने पूरे हुए हैं। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर का शिखर का काम दिसंबर 2024 तक पूरा होगा। इसके पहले शिखर पर लगने वाले ध्वज दंड की टेस्टिंग की गई जो सफल रही।ध्यजदंड की लंबाई 40 फुट की है जिसकी लंबाई को जोड़ कर मंदिर के शिखर की उंचाई 201 फुट हो जाएगी। जिसमें मंदिर के शिखर की ही उंचाई 161 फुट रहेगी।
उन्होंने बताया कि 1 लाख 30 हजार घनफुट पत्थर मंदिर में अभी और लगेंगे। जबकि 3 लाख घनफुट पत्थर अब तक लग चुके हैं। मंदिर का भूतल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।उन्होंने बताया कि जुलाई, अगस्त तक वर्षा काल है। कल्पना की गई की सितंबर तक वर्षा का प्रभाव कम हो जाएगा।अगस्त तक वर्षा के कारण हमारे काम पर असर पड़ेगा।चंपत राय ने बताया कि मंदिर के परकोटे में 6 मंदिर बनेगा। जिसमे सप्त ऋषियों का मंदिर, शेष अवतार लक्ष्मण,संत तुलसीदास, शिव पार्वती मंदिर बनाया जा रहा है। ये सभी मूर्तियां दिसंबर 2024 तक बनकर तैयार हो जाएंगे इसकी पूरी पूरी संभावना है.सभी मूर्तियां जयपुर बनेगी।