भिंड: शुक्रवार सुबह एसडीएम विजय यादव, नायाब तहसीलदार रमाशंकर शर्मा , नायाब तहसीलदार जगन कुशवाहा, पटवारी राजेश हिंडोलिया, राम सिंह जाटव, निलेश पाल, कमल सिंह कौरव के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचे जैसे ही एसडीएम की गाड़ी परीक्षा परिसर में पहुंची नकलची एवं नकल सहयोगी पर्यवेक्षक सतर्क हो गए इसका खुलासा बाद में सीसीटीवी फुटेज देखने पर हुआ जिसमें स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि छात्र-छात्राएं झुंड बनाकर एक ही टेबल पर छह- छह बच्चे बैठे हुए हैं एवं पर्यवेक्षक के द्वारा उनको नकल करवाई जा रही है चिट्टे प्रदाय की जा की जा रही हैं
महिला पर्यवेक्षक SDM गाड़ी की आवाज सुनते ही छात्रों से गाइड छीन कर छुपाने लगी जैसे ही एसडीएम की गाड़ी परिसर में पहुंचती है परिसर के सामने स्थित परीक्षा कक्षा में तैनात शिक्षक, शिक्षिकाएं सचेत हो जाते हैं एवं नकल करवा रहे बच्चों से परीक्षा गाइड एवं नकल पर्चियों को छुड़ाकर छुपाने में लग जाते हैं.
कुल 6 कक्षाओं में करवाई जा रही थी झुंड बनाकर नकल
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दबोह में बीएससी की परीक्षाएं संचालित हो रही थी जहां कुल 6 कक्षाओं में छात्र परीक्षा दे रहे थे परंतु यहां परीक्षा के नाम पर धांधली एवं व्यापक भ्रष्टाचार देखने को मिला जहां जिम्मेदार कल 12 पर्यवेक्षक एवं परीक्षा केंद्र प्रभारी दिनेश कुमार माहोर स्वयं ही इस अपराध में लिप्त पाए गए एसडीएम के पहुंचने से पहले सभी पर्यवेक्षक सतर्क हो गए एवं यह बताने का प्रयास करने लगे कि यहां नकल नहीं होती है और सब कुछ बहुत बेहतर है परंतु एसडीएम को मामला संदिग्ध लगा और उन्होंने जब नजर इधर-उधर दोडाइ तो वहां सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे तत्काल एसडीएम ने सीसीटीवी फुटेज निकलवाने के लिए कहा जैसे ही फुटेज प्राप्त हुई नजारा ही बदल गया,, विगत परीक्षा दिवसों की भी जो फुटेज देखी गई उसमें भी इसी प्रकार से पर्यवेक्षकों के द्वारा बेतरतीब तरीके से नकल करवाई जाती हुई दिखाई पड़ रही है.
तीन नकलची छात्रों के मौके पर ही बनाए प्रकरण
कुल परीक्षा ड्यूटी दे रहे 12 शिक्षकों एवं केंद्र प्रभारी व चपरासी के द्वारा सम्मिलित रूप करवाई जा रही थी नकल
परीक्षा कक्षाओं में तैनात शिक्षकों में संतोष कुमार गुप्ता, अरविंद सिंह कौरव, प्रमोद कुमार उदानियां, अनूप कुमार गुप्ता, राहुल दीक्षित, प्रदीप सविता, अशोक कुशवाहा, राहुल कुरचनिया, रविंद्र सिंह यादव, कप्तान सिंह कौरव, राजकुमार कुशवाहा एवं श्रीमती प्रतिभा खरे इन सभी शिक्षकों के द्वारा सभी कक्षाओं में नकल करवाई जा रही थी.एसडीएम ने दिए सभी सभी भ्रष्ट कर्मचारियों के विरुद्ध प्राथमिक की दर्ज करने के निर्देश, संपूर्ण परीक्षा को निरस्त करवाने के लिए एसडीएम ने कलेक्टर को लिखा पत्र.