Paytm देश की चुनिंदा फिनटेक कंपनी में से एक है. Paytm काफी पॉपुलर लेकिन इसका फायदा कंपनी को नहीं मिल पाया. लेकिन अब काफी वक्त बाद Paytm और उसके निवेशको के लिए के लिए खुशखबरी आई है. Paytm को सरकार की एक समिति से चीन से 50 करोड़ रुपये का Investment लेने की मंजूरी मिल गई है. कंपनी के मुताबिक ये पैसा Paytm पेमेंट सर्विसेज में आएगा. हालांकि, Paytm को अभी इस निवेश के लिए Finance Ministry से मंजूरी लेनी होगी.
Paytm Payments Bank पर RBI का बैन लगने के बाद से Paytm के कारोबार को बड़ा नुकसान हुआ है. उसके शेयर का प्राइस लगातार गिरा और उसके निवेशकों को पैसा डूबने का डर दिखने लगा. इसके बाद Paytm का स्टॉक बुरी तरह से नीचे चला गया था. हाल ही में कंपनी के CEO विजय शेखर शर्मा ने कहा था कि Paytm उनकी वो होनहार बेटी है, जिसका एक्सीडेंट हो चुका है. अब विजय शेखर प्लान है कि वो Paytm पेमेंट सर्विसेज को आगे बढ़ाकर अपना खोया हुआ रुतबा हासिल करे. बिजनेस स्टैंडर्ड ने मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से दाखिल रिपोर्ट में बताया कि Paytm के बिजनेस के लिए यह सब्सिडियरी Paytm पेमेंट सर्विसेज अब बेहद जरूरी हो चुकी है.
इससे पहले Government Committee ने चीन के एंट ग्रुप (Ant Group) की Paytm में 9.88 फीसदी हिस्सेदारी पर एतराज जताया था. भारत सरकार ने साल 2020 में चीन के साथ हुए सीमा विवाद के चलते चीनी बिजनेसमैन की स्क्रूटनी बढ़ा दी है. Paytm इस मंजूरी के लिए लगभग ढाई साल से इंतजार कर रहा था. वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद कंपनी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस लेने की कोशिश करेगी.
इस मामले को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. इसके अलावा Committee में शामिल विदेश, गृह, वित्त और इंडस्ट्री मिनिस्ट्री ने भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है. Paytm प्रवक्ता ने कहा कि वह मार्केट में लगाई जा रही अटकलों पर फिलहाल कुछ नहीं कहना चाहते. उन्होंने कहा कि हम सेबी (SEBI) के नियमों का पालन करते हुए आगे बढ़ेंगे. कोई जरूरी जानकारी होने पर हम रेगुलेटरी फाइलिंग के जरिए सभी एक्सचेंज को सूचित कर देंगे.