उत्तर प्रदेश। सहकारी चीनी मिलों की स्थितियां ठीक नहीं है। उन्हें घाटे से उबार कर चमकदार बनाने के लिएर युवा हाथों को भगीरथ बनाने की तैयारी है। इसके लिए ऐसे युवाओं पर योगी सरकार की नजर है जिन्हें बेशक कोई अनुभव नहीं है काबिलियत और हुनर है, तो ऐसे लोगों का सरकार हाथ थाम कर उन्हें संविदा तौर पर पहले पहल नौकरी देने जा रही है। अगर वे अपने क्षेत्र में खुद को साबित करते हैं तो फैक्ट्री प्रबंधन तक की सीट पर सुशोभित किए जाएंगे।
उप्र राज्य चीनी निगम ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार की मुख्य धारा से जोड़ने की सकारात्मक पहल की है। तकनीकी रूप से पारंगत युवाओं को अधिकारी व कर्मचारी स्तर तक संविदा पर तैनात किया जाएगा। ऐसा पहली मर्तबा है कि अभियंत्रण, लेखा, शर्करा तकनीक आदि से संबंधित पदों पर बिना किसी अनुभव के मैनेजमेंट प्रशिक्षु के लिए तैनाती दी जा रही हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुमोदन के बाद गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने पारदर्शिता के साथ इस प्रक्रिया कोशुरू कराने की हरी झंडी दे दी है। बीएससी व एमएससी (कृषि) वाले युवक युवतियों को कैंपस सलेक्शन से ही सौगात देने की तैयारी है।