नई दिल्ली। चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के बाद तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की एक सुरंग में फंसे करीब 34 व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पर सुरंग में मलबा अधिक होने के कारण मुश्किलें पेश आ रही हैं, सुरंग के अंदर एक वाहन भी फंसा है। ऐसे में टनल के मुख्य द्वार से मलबा हटाने में देरी होने के बाद अब बीच से रास्ता ढूंढने की कोशिश की जा रही है।
#UttarakhandDisaster: चमोली में 7 फरवरी की सुबह ग्लेशियर टूटने से मची तबाही के बाद तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की एक सुरंग में फंसे 34 लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है।मंगलवार को तीसरे दिन भी युद्ध स्तर पर रेस्क्यू आपरेशन चल रहा है। टनल में जाती @ITBP_official व SDRF टीम। pic.twitter.com/nNWgZ3271m
— amit singh (@Join_AmitSingh) February 9, 2021
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आइटीबीपी और सेना वहां बचाव व राहत कार्य संचालित कर रहे हैं। वहीं, 206 लापता लोगों में से 32 के शव अब तक बरामद हो चुके है, जबकि टीम को सात मानव अंग भी मिले है। इधर, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और हालातों का जायजा ले रहे हैं।