गुलाम नबी आजाद का ऐलान-मंत्री बनने की इच्छा और न पार्टी में कोई पद नहीं लेना चाहूंगा
गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'मैं 1975 में जम्मू-कश्मीर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था। मैंने पार्टी में कई पदों पर काम किया है। मैंने कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे देश के लिए काम करने का मौका मिला।
दिल्ली।राज्यसभा से रिटायर हुए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि लोग अब उन्हें कई जगहों पर देख पाएंगे, क्योंकि वह अब फ्री हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब न तो उनकी सांसद या मंत्री बनने की इच्छा है और न ही अब वह पार्टी में कोई पद लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह एक राजनेता के तौर पर अपने काम से संतुष्ट हैं और जब तक जिंदा रहेंगे, जनता की सेवा करते रहेंगे।
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘मैं 1975 में जम्मू-कश्मीर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था। मैंने पार्टी में कई पदों पर काम किया है। मैंने कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे देश के लिए काम करने का मौका मिला। मैं खुश हूं कि मैंने ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। मुझे देश और दुनिया को जानने और समझने का अवसर मिला।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं एक राजनेता के तौर पर अपने काम से पूरी तरह संतुष्ट हूं। मुझे लगता है कि जब तक मैं जिंदा रहूंगा, जनता की सेवा करता रहूंगा।’ जब उनसे संसद में मिले प्रशंसा और बधाईयों को लेकर पूछा गया तो आजाद ने कहा, ‘हम कुछ लोगों को गहराई से समझते हैं तो कुछ को सतही तौर पर। जो मुझे गहराई से समझते हैं, उन्होंने सालों तक मेरा काम देखा है और इसलिए भावुक हो गए। मैं उन सबका आभारी हूं। मैं उन लोगों को भी धन्यवाद दूंगा जिन्होंने मुझे मैसेज किया, कॉल किया और मेरे लिए ट्वीट किया।