लड़ाई की खबरों के बीच अचानक Yogi से मिलने पहुंचे Shivraj
उत्तर प्रदेश की सियासत में तो इस वक्त भूचाल मचा हुआ है योगी आदित्यनाथ जबरदस्त चर्चा में हैं और उनके साथ-साथ जिस तरीके से कभी दोनों डिप्टी सीएम आपस में बैठक कर रही हैं
उत्तर प्रदेश की सियासत में तो इस वक्त भूचाल मचा हुआ है योगी आदित्यनाथ जबरदस्त चर्चा में हैं और उनके साथ-साथ जिस तरीके से कभी दोनों डिप्टी सीएम आपस में बैठक कर रही हैं तो कभी केशव प्रसाद मौर्य अकेले अपने घर पर सीक्रेट मीटिंग करते हुए पकड़े जा रहे हैं योगी आदित्यनाथ इन सारी चीजों से बेखबर हैं इसको लेकर प्रदेश की जनता में थोड़ा टेंशन का माहौल है टेंशन इसलिए कि आखिर क्या वजह है कि योगी को कई चीजों से साइडलाइन किया जा रहा है और सबसे बड़ा चिंता का विषय तो यही है कि 2027 से पहले क्या योगी को किनारे लगा दिया जाएगा
अच्छा सवाल यह भी है कि अगर योगी को किनारे लगा भी दिया जाता है जो कि इतना आसान नहीं होने वाला तो फिर 27 में सीएम फेस कौन होगा इन सब चर्चाओं के बीच आरएसएस की एंट्री हो गई है खबर यह मिल रही है कि आरएसएस के पदाधिकारियों ने अपने हाथों में कमान ले ली है और वह यूपी के इस झगड़े को सुलझाने के लिए आगे आ रहे हैं दूसरी तरफ मोदी सरकार का एक फैसला आता है जिसमें 58 साल पुराना फैसला पलट दिया जाता है पहले केंद्रीय कर्मचारी आरएसएस की गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले पाते थे इंदिरा गांधी का यह फैसला था वो चाहती थी
कि कर्मचारी अपना काम करें राजनीति में ना पड़े उस फैसले को भी मोदी सरकार ने पलटकर आ आरएसएस को खुश करने की कोशिश की है हालांकि इन सबके बीच आपको बड़ी खबर बताते हैं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर यूपी के सियासी पारे को एक बार फिर से हाई कर दिया है देखिए शिवराज सिंह चौहान वो नेता हैं जिनका मध्य प्रदेश में दबदबा है अंदाजा आप इसी से लगाइए कि जब उन्हें साइडलाइन किया गया उसके बाद जब उन्होंने सांसदीय काचुनाव लड़ा इसी बार की मैं बात कर रही हूं तो लगभग 85 लाख वोटों का अंतर था
और इस अंतर से उन्होंने जीत दर्ज की इतना अंतर तो नरेंद्र मोदी भी नहीं ले पाए और इसीलिए यह माना गया कि मध्य प्रदेश में जबरदस्त जलवा है जबरदस्त भौकाल है शिवराज सिंह चौहान का और ऐसे में देखिए उनको मध्य प्रदेश से निकालकर दिल्ली लाया गया यानी उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया मंत्रिमंडल का शपथ भी हो चुका है विस्तार भी हो चुका है और ऐसे में अगर शिवराज सिंह चौहान जो कि नरेंद्र मोदी के करीबी माने
जाते हैं अगर वो योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करते हैं तो तरह-तरह की बातें होना लाजमी है हालांकि ये मुलाकात क्यों हुई ये आपके लिए समझना जरूरी है दरअसल केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए लखनऊ पहुंचे थे और जब लखनऊ आएंगे तो निश्चित तौर पर योगी आदित्यनाथ से तो मुलाकात करेंगे