Category Archives: हरियाणा

जींद में बुलाई गई थी महापंचायत, राकेश टिकैत के पहुंचते ही धड़ाम से गिरा मंच… वीडियो वायरल

 

नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 70 दिनों से जारी है। इस बीच हरियाणा के जींद में आयोजित किसान ‘महापंचायत’ के दौरान मंच टूट गया। मंच टूटने की घटना जब हुई उस वक्त मंच पर भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के नेता राकेश टिकैत और अन्य मौजूद थे।

जींद के कंडेला गांव में महापंचायत आयोजित हुई।इसमें कई खाप नेताओं ने भाग लिया। इसका आयोजन टेकराम कंडेला की अगुवाई में सर्व जातीय कंडेला खाप ने किया था।टिकैत उत्तर प्रदेश और दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राकेश टिकैत ने किसानों का समर्थन जुटाने के लिए जींद में महापंचायत में भाग लिया।

किसानों ने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इस दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई. इसमें करीब 400 जवान घायल हो गए। इस घटना के बाद गाजीपुर में चल रहे आंदोलन के खत्म होने की आशंका मंडराने लगी थी। हालांकि टिकैत की भावुक अपील ने किसान आंदोलन में नई जान फूंक दी।

खट्टर सरकार का बड़ा फैसला, हरियाणा के 14 जिलों में 1 फरवरी शाम 5 बजे तक बंद रहेगा इंटरनेट  

हरियाणा की खट्टर सरकार ने रविवार को 14 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करने की समय सीमा बढ़ाकर 1 फरवरी शाम 5 बजे तक कर दी है। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है। इससे पहले 17 जिलों में इंटरनेट सेवा पर सरकार ने रोक लगाई थी।

राज्य के जिन जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है उनमे अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा शामिल हैं।

 

कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर गिरफ्तार, 17 महीने से पुलिस को थी तलाश

राजस्थान। अलवर के बहरोड़ लॉकअप ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। उसे पुणे कोलापुर से गिरफ्तार किया गया है।

अलवर जिले के बहरोड़ थाने के लॉकअप में बंद राजस्थान और हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर को साल-2019 में उसके साथी AK-47 और अन्य घातक हथियारों से थाने पर हमला कर छुड़ाकर ले गये थे।

बता दें कि राजस्थान पुलिस पपला गैंग के 35 से अधिक बदमाशों को पहले ही जेल पहुंचा चुकी है। लेकिन अब तक फरार पपला गुर्जर भी अब पुलिस पकड़ में आ गया है। पिछले साल जुलाई में झुंझुनूं के खेतड़ी में पत्थर की लीज चलाने के विवाद में एक युवक की हत्या मामले में पपला गुर्जर गैंग का नाम बताया गया था। इस जांच में भी पपला गुर्जर के सुराग मिले थे।

कुख्यात अपराधी पपला गुर्जर हरियाणा के महेन्द्रगढ़​ जिले के खैरोली का रहने वाला है। हरियाण और राजस्थान में पपला गुर्जर कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। यह कहना गलत नहीं होगा कि पपला गुर्जर कभी राजस्थान में आतंक का पर्याय रहे गैंगस्टर आनंदपाल जितना खतरनाक है। पपला ने अपने गुरु शक्ति गुर्जर की हत्या का बदला लेने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।

हरियाणा से देश की पहली एयर टैक्सी सर्विस की हुई शुरुआत

हरियाणा राज्य के लिए बड़ी खुशखबरी है। देश की पहली एयर टैक्सी सर्विस की शुरुआत हिसार एयरपोर्ट से हो गई है। मात्र 45 मिनट में यात्री चंडीगढ़ से हिसार पहुंच पाएंगे। बता दें, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल  खट्टर ने खुद हिसार एयरपोर्ट से एयर टैक्सी सर्विस का उद्घाटन किया। अब जल्द हिसार से देहरादून के लिए भी एयर टैक्सी सर्विस  शुरु की जाएगी।

सीएम खट्टर के किसान महापंचायत कार्यक्रम से पहले बवाल, रद्द करना पड़ा कार्यक्रम

हरियाणा के करनाल गांव कैमला में होने वाली मुख्यमंत्री मनोहर लाल की किसान महापंचायत में किसानों ने जमकर बवाल मचाया। प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस को काले झंडे दिखाए। वहीं, जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो किसानों ने वहां लगाई गई बैरिकेडिंग तोड़ दी। इसके बाद हरियाणा पुलिस को एक्शन में आना पड़ा और प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और प्रदर्शन कर रहे किसानों पर वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया।

ऐसे में इन हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री की किसान महापंचायत को भी रद्द करना पड़ा और मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर कैमला गांव में नहीं उतरा।

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे किसानों के साथ बैठक कर रहे हैं। इसी क्रम में आज हरियाणा के करनाल में किसानों की पंचायत बुलाई गई थी, जिसमें प्रदेश के सीएम मनोहर लाल खट्टर भी शामिल होने वाले थे।

बर्ड फ्लूः राजस्थान, एमपी के बाद दिल्ली में भी अलर्ट जारी, इन 11 जिलों में बनाई गई रैपिड रिस्पॉन्स टीम

देश अभी तक कोरोना वायरस जैसी महामारी से ऊभर कर निकल भी नहीं पाया है कि एक और बीमारी ने अपना बसेरा बनाना शुरू कर दिया है। मध्यप्रदेश और हरियाणा के बाद अब दिल्ली सरकार भी अलर्ट हो गई है। दरअसल, ये बीमारी बर्ड फ्लू है, जिसके लक्षण पड़ोसी राज्यों में सामने आने के बाद दिल्ली में एनिमल हसबेंडरी विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। विभाग के मुताबिक, भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस फॉलो करने के अलावा डॉक्टर्स की टीम रेगुलर सर्विलांस कर रही है।

पूरा मामला जानने के लिए नीचे विडियों लिंक पर क्लिक करेंः 

https://youtu.be/hiol7vbluNg

किसानों ने दी ट्रैक्टर रैली की चेतावनी, प्रशासन की हुई हालत टाईट तुरंत बढ़ाई सुरक्षा

पिछले 40 दिनों से केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर जारी हैं। कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच अब तक 7 बैठक हो चुकी है, मगर किसी भी बैठक में कोई निष्कर्ष निकल कर नहीं आया है। सरकार से किसान बिल्कुल संतुष्ट नहीं है, जिसके चलते किसानों ने 6 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा की थी। जिसके बाद प्रशासन टेंशन में आ गया है। किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान कोई ऊंच नीच ना हो जाए यह देखते हुए दिल्ली की सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा तैनात कर दी गई है।

जैस-जैसे समय बढ़ रहा है वैसे-वैसे किसानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है, जो कि सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। किसान आंदोलन के चलते सीमाओं के घिर जाने से यातायात में लोगों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हर कोई हालात के सामान्य होने का इंतजार कर रहा है ।

बता दें, किसानों द्वारा आयोजित की जाने वाली ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर ऐसे किसानों पर ध्यान दिया जा रहा है जिनके पास ट्रैक्टर हैं। इन ट्रैक्टरों का इस्तेमाल आंदोलन में न होने पाए इसका खास ख्याल रखा जा रहा है, और निगरानी की जा रही है। बताया जा रहा है की अगर जल्द किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो किसान आंदोलन 26 जनवरी को अलग रुप धारण करेगा।

आज होगी किसानों और सरकार के बीच अहम बैठक, क्या आज से खत्म हो जाएगा किसान आंदोलन?

दिल्ली को चारो तरफ से घेरे हुए  किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। पिछले तीन दिनों से बारिश होने के कारण ठंड का पारा चढ़ता जा रहा है, मगर किसानों का हौसला टस से मस नहीं हो रहा है।  अपनी मांगो को लेकर किसान लगातार सीमाओं पर डटे हुए हैं।

आज सरकार और किसानों के बीच अहम बैठक होने जा रही हैं।  उम्मीद जताई जा रही है कि शायद इस बैठक में कोई समाधान निकल कर आ जाए, और फिर से दिल्ली अपनी तीव्र गति से आगे बढ़े।

बता दें सरकार कानून वापस लेने को बिल्कुल तैयार नहीं हैं और न ही किसान अपनी मांगों  के पूरा हुए बीना लौटने को तैयार हैं। अब आज क्या फैसला निकल कर आता है इस पर भी रहस्य बना हुआ है।

किसान यूनियनो ने आज की होने वाली बैठक से पहले रविवार को किसान बैठक में आंदोलन को लेकर नई रणनीतियां बनाई, जिसमें यह तय किया गया की सरकार से केवल केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की बात पर ही चर्चा होगी। बता दें सरकार और किसानों की बैठक से पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव का  उद्घाटन करेंगे।