नई दिल्ली। दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का आज 25वां दिन है। किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसान संगठनों ने अभी तक के आंदोलन के दौरान शहीद होने वाले किसानों को शहीदों का दर्जा दे दिया है। जिनको श्रद्धांजलि देने के लिए अब दिल्ली के बॉर्डर समेत पंजाब भर में उनके लिए श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित किए जाने का निर्णय किया है।
किसानों ने टिकरी बाॅर्डर(दिल्ली-हरियाणा) पर किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी। #FarmersProtests pic.twitter.com/mmDJWBKQzC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 20, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव ने बताया, “दिल्ली आंदोलन में शहीद हुए किसानों के लिए आज दोपहर 12 बजे अरदास की गई। आज शाम को 5 बजे के बाद सभी मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।” pic.twitter.com/7vut5siQ0P
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 20, 2020
बता दे की सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद हैं। किसान आंदोलन के दौरान बॉर्डर पर अलग-अलग रंग की पगड़ी बांधे लोग नजर आ रहे हैं। ये पग बांधने का काम पंजाब से आए मिर फिरि वेलफेयर सोसायटी के सदस्य कर रहे हैं। ये लोग फ्री में आंदोलन में शामिल किसानों को पगड़ी बांध रहे हैं। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों ने कहा कि वे अपना अगला कदम अगले दो तीन दिनों में तय करेंगे। केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध जारी रहने के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को लोगों से कृषि सुधारों को रेखांकित करती अपनी सरकार द्वारा जारी की गई ई-पुस्तिका पढ़ने और उसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का आग्रह किया। सरकार ने अंग्रेजी और हिंदी में ई-पुस्तिका जारी की है जो सितंबर में लागू किए गए सुधारों से फायदा उठाने वाले किसानों की सफलता को रेखांकित करती है।