केंद्र के कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज भी जारी है। कड़कड़ाती ठंड में भी किसान अपनी मांगों पर अडे हुए है और जरुरत पड़ने पर अगले 6 महीनों तक भी आंदोलन को खीच सकते है।
किसानों का कहना है की हम यहां अपने परिवारों के साथ अपनी मांगों को लेकर आए थे और यहां से तब तक नहीं जाएंगे जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाएगी। अपने हौसले पर विश्वास रखते हुए किसान आंदोलन रोज अलग रुप धारण कर रहा है। पहले के मुताबिक सीमाओं पर किसानों की संख्या बढ़ गई है।
जैसा की सातवीं बैठक के दौरान किसानों ने ऐलान किया था की अगर आज बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल कर आया तो हम ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। उसी को देखते हुए आज किसान सिंघु, टिकरी, गाजीपुर और शाहजहांपुर सीमाओं से कुंडली-मानेसर-पलवल केएमपी एक्सप्रेस-वे के लिए ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। ट्रैक्टर पर सवार हो कर महिलाओं का बड़ा समूह टिकरी बॉर्डर पहुंचा।
इससे पहले पंजाब के कई शहरों में ट्रैक्टर रैली निकाली गई है। अब किसानों ने 26 जनवरी को भी ट्रैक्टर रैली निकालने का एलान कर दिया है, जिसके चलते दिल्ली में सुरक्षा से जुडी परेशानी आ सकती है।
सरकार और किसानों के बीच कल आठवीं बैठक होने वाली है। किसानों को इस बैठक में भी कोई नतीजा निकलता नजर नहीं आ रहा है। किसानों का कहना है की सरकार हमारी मांगों को सुनने की बजाए कानूनों के फायदे गिनाने लग जाती है।