उत्तराखंड। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कार्यालय सभागार में मुख्य सचिव ओम प्रकाश सहित शासन के उच्चाधिकारियों के साथ कुम्भ मेला की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पर्याप्त संख्या में बसों का इंतजाम करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं पर किसी भी तरह की कोई रोक टोक नहीं होगी, लेकिन सभी को कोरोना नियमों का पालन करना होगा। सीएम ने कहा कि लोगों की श्रद्धा को देखते हुए सभी को गंगा स्नान का मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओ को कुंभ तक लाने और उन्हें वापस स्टेशनों तक छोड़ने के लिए एक्स्ट्रा बसों की व्यवस्था सरकार करेगी। वहीं सीएम के मुख्य सचिव शैलेश बगोली ने कहा कि कुंभ आयोजन के लिए 661 करोड़ की लागत से अब तक 203 निर्माण कार्य किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि प्रत्येक 12 वर्ष के बाद आयोजित होने वाले कुम्भ मेले के प्रति देश-विदेश के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। इसलिए कुम्भ स्नान के लिये आने वाले श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुखद संदेश लेकर जाएं, यह हम सबका दायित्व है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कुम्भ क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत के साथ ही सड़कों पर पड़ी निर्माण सामग्री को तुरंत हटाया जाय। उन्होंने कुम्भ क्षेत्र की सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए इसके लिये पर्याप्त सफाई निरीक्षकों एवं सफाई कार्मिकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सफाई सवास्थ्य से जुड़ा विषय भी है। इसलिए कुंभ क्षेत्र में साफ-सफाई और पर्याप्त शौचालयों की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले में आने वाले शंकराचार्यों एवं अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने के साथ उन क्षेत्रों में आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान देने के निर्देश दिये।