कोरोना संकट पर चर्चा के लिए दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय संगठन देशों (सार्क) की बैठक गुरुवार को आयोजित होगी। वर्चुअल माध्यम से आयोजित होने वाले इस स्वास्थ्य सचिव स्तर की बैठक की मेजबानी भारत करेगा। इस बैठक में पाकिस्तान को भी हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
इसके पहले सार्क देशों की बैठक कोविड की शुरुआती जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर बुलाई गई थी। पाकिस्तान उस बैठक में शामिल हुआ था, लेकिन उसकी बदनीयती बैठक में नजर आई थी। प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर हुई उस बैठक में सार्क देशों ने कोरोना वायरस को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए रणनीति पर चर्चा की थी। वहीं, पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर में लगे सभी प्रतिबंध को हटाना चाहिए। सूत्रों ने कहा कि गुरुवार को होने वाली बैठक में कोविड के खिलाफ अपनाई गई रणनीति और श्रेष्ठ उपायों के साथ भविष्य के रोडमैप पर भी चर्चा होगी, जिसमें टीकाकरण का अभियान भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि 15 मार्च, 2020 को, सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों के एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र के लिए कोरोना वायरस इमरजेंसी फंड का प्रस्ताव दिया था। यह आपातकालीन कोष वैश्विक महामारी के जवाब में स्थापित किया गया था। सार्क के अन्य सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन के प्रस्ताव पर समर्थन व्यक्त किया था। भारत ने इसमें 10 मीलियन यूएस डॉलर का योगदान दिया। अन्य सदस्य देशों ने भी इसमे भागीदारी सुनिश्चित की थी।