नई दिल्ली। भारत द्वारा भेजी गई एस्ट्राजेनेका की पांच लाख कोरोना वैक्सीन रविवार को अफगानिस्तान पहुंच गई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मेड इन इंडिया वैक्सीन अफगानिस्तान पहुंच गई हैं। हम हमेशा अपने दोस्तों के साथ खड़े हैं।’ मानवीय सहायता के तौर पर इन वैक्सीन को मुंबई-दिल्ली-काबुल एयर इंडिया फ्लाइट से भेजा गया।Afganistan भारत अभी तक नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, सेशल्स, म्यांमार और मॉरीशस को कोरोना टीकों की खेप भेज चुका है। इतना ही नहीं सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और मोरक्को सहित कई देशों को भी कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है।
Made in India vaccines reach Afghanistan. Stand with our friends, always. #VaccineMaitri pic.twitter.com/bONIWho149
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 7, 2021
दोनों देशों के बीच सहयोग के विस्तार के तौर पर भारत द्वारा आठ जनवरी को जयशंकर और अत्मार के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान कोविड-19 राहत सहायता की घोषणा की गई थी. राष्ट्रपति महल की ओर से एक ट्वीट में कहा गया कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भारत द्वारा समय पर सहायता के लिए आभार व्यक्त किया है. उसने कहा कि पहले चरण में टीका सुरक्षा और रक्षा बलों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहने वाले अन्य समूहों को दिया जाएगा।
अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने टीकों के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में यह टीके भले ही अफगानिस्तान पहुंच गए हैं, लेकिन इनका उपयोग नहीं किया जा सकता है। देश के टीकाकरण कार्यक्रम के प्रमुख गुलाम दस्तगीर नजारी ने कहा कि जब तक मंजूरी नहीं मिल जाती है तब तक इन टीकों को काबुल में रखा जाएगा। उन्होंने इस सप्ताह मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई।
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