DESK: नोटबंदी के छ: साल पूरे हो गए हैं। नोट बंदी के साथ-साथ अखिलेश यादव को लाडला खजांची भी छ: साल की उम्र पूरा कर चुका है। खजांची एक ऐसा नाम जो नोटबंदी के दरमियान सबके लबों पर था। एक ऐसा बच्चा जिसका जन्म नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में लगे होने के दौरान हुआ था और उसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उसका नाम खजांची रख दिया।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
कौन है खजांची?
कानपुर के सरदारपुरवा गांव की रहने वाली सर्वेषा देवी अपने मायके अनंतपुर में रहती हैं। सर्वेषा देवी नोटबंदी के दौरान 2016 को बैंक से पैसा निकालने गई थी। लाइन में लगे रहने के दौरान ही सर्वेषा देवी ने एक बच्चे को जन्म दिया। उस समय उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और अखिलेश यादव सूबे के मुख्यमंत्री थे। तभी अखिलेश यादव ने इस बच्चे का नाम खजांची रख दिया और उसका जन्म दिन हर साल मनाने लगे। अखिलेश यादव खजांची को घर समेत कई जीचें उपहार में दे चुके हैं।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
इस बार खजांची के जन्मदिन के मौके पर अखिलेश यादव ने पढ़ाई का तोहफा दिया है। अखिलेश यादव ने खजांची की पूरी पढ़ाई का पूरा खर्चा उठाने का फैसला लिया है। अखिलेश यादव ने आज खजांची के साथ एक तस्वीर के ट्वीट किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि नोटबंदी के सारे दावे फ़ेल, बस यही उपलब्धि कि नक़दी का चलन 71.84% बढ़ गया और ख़ज़ांची स्कूल जाने लगा। भाजपाई 15 लाख न सही, ख़ज़ांची की फीस ही दे दें।