नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बुधवार को सुशांत सिंह राजपूत की जाँच के सिलसिले में ऋषिकेश पवार को अदालत में पेश किया। एक पूर्व सहायक निदेशक,ऋषिकेश पवार ने राजपूत के साथ काम किया था,सुशांत की मृत्यु ने जांच एजेंसियों को मुंबई के फलते-फूलते नशीले पदार्थों के व्यापार की जाँच शुरू करने के लिए प्रेरित किया।
एनसीबी अधिकारियों ने अदालत को बताया कि ऋषिकेश पवार मृत अभिनेता के लिए ड्रग्स की आपूर्ति कर रहे थे और यहां तक कि राजपूत के कर्मचारी दीपेश सावंत को भी ड्रग्स दे रहे थे। बता दें जांच एजेंसी ने पवार के लिए पांच दिन की कस्टोडियल रिमांड मांगी,लेकिन अदालत ने शुक्रवार तक ही हिरासत में देने का फैसला किया।
एनसीबी के अनुसार, ऋषिकेश पवार को एनडीपीएस अधिनियम की धारा 27 ए के तहत बुक किया गया है जो नशीले पदार्थों के अवैध यातायात के वित्तपोषण और अपराधियों को शरण देने के आरोपों से मेल खाता है। यदि इस आरोप में अदालत द्वारा ऋषिकेश पवार को दोषी ठहराया जाता है, तो उन्हें 10-20 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। एनसीबी ने आज तक सुशांत सिंह राजपूत ड्रग की जांच के सिलसिले में लगभग 30 लोगों को गिरफ्तार किया है।