नई दिल्ली : अगर आप सिम कार्ड खरीदने दुकान पर जा रहे हैं तो सावधानी बरतें. नहीं तो आपके नाम पर दुकानदार दूसरा सिम कार्ड लेकर एक्टिवेट कर सकता है। इसका इस्तेमाल किसी अपराध में हुआ तो फंसना तय है। इसलिए सिम कार्ड खरीदते समय सचेत रहें, तभी उनके जाल में फंसने से बच सकते हैं।
जैतपुर पुलिस ने दो दिन पहले हेलो गैंग के सरगना और सदस्य गिरफ्तार कर जेल भेजे थे। ये लोगों को काल कर नौकरी के नाम पर ठगी करते थे। इनसे पूछताछ में पुलिस को पता चला कि कस्बा की दो दुकानों से उन्हें प्री एक्टिवेटिड सिम मिल जाती थीं। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने जैतपुर निवासी दीपक जैन और अंकित जैन को रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
इस तरह होता है सिम से खेल
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि गिरफ्तार दोनों युवकों की मोबाइल की दुकान हैं। वे सिम भी बेचते थे। आरोपित पहले से ही सिम एक्टिवेट करके रखते थे। जो ग्राहक उनकी दुकान पर सिम लेने आते थे, उनके और आधार कार्ड के दो फोटो खींच लेते थे। एक सिम ग्राहक को देने के बाद दूसरी सिम एक्टिवेट करके अपने पास रख लेते थे। इस सिम काे हेलो गैंग के सदस्यों को 500 से 800 रुपये में बेच देते थे। तीन वर्ष में अब तक ये दो सौ प्री एक्टिवेटिड सिम हेलो गैंग को बेच चुके हैं। आरोपितों से तीन मोबाइल, 22 प्री एक्टिवेटिड सिम, 34 आधार कार्ड, एक पेन कार्ड और तीन वोटर आइडी कार्ड बरामद हुए हैं। दोनों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। एसएसपी ने बताया कि सिम लेते समय ध्यान रखें कि विक्रेता द्वारा सिम देने से पहले ग्राहक और उसके आधार कार्ड का एक फोटो खींचा जाता है। अगर कोई विक्रेता दोबारा फोटो खींचता है तो उससे कारण पूछें।