DESK : हिमाचल प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. कांगड़ा में जहां अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ चक्की रेलवे ब्रिज टूट गया, वहीं मंडी में भी एक परिवार पर बारिश का कहर बरपा है. लैंडस्लाइड के चलते मंडी जिले के गोहर में प्रधान का घर चपेट में आ गया है और वहां सोए हुए कुल 8 सदस्य मलबे में दब गए हैं. यहां रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है और यहां से 8 शव निकाले जा चुके हैं. भारी बरसात के चलते मंडी और कुल्लू में स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं. साथ ही चंबा की तीन तहसीलों डलहौजी, सिंहुता और चुवाड़ी में भी शिक्षण संस्थानों को प्रशासन एक दिन के लिए बंद कर दिया है.
चंबा में मलबा में दबने से दंपती और बेटे की मौत
चंबा जिले में भारी बारिश से दीवार तोड़ मकान में मलबा घुस गया, जिससे तीन लोग लापता हो गए थे. ग्रामीण और प्रशासनिक टीमें लापता पति, पत्नी और बेटे के शव बरामद कर लिए हैं. भटियात क्षेत्र की बनेट पंचायत के जुलाडा वार्ड नंबर एक में बारिश ने तबाही मचाई है. देर रात दो बजे की घटना है. मलबे में दबे पति-पत्नी और बेटे के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल चुवाड़ी भेज दिया गया है.
मंडी में बारिश से तबाही
मंडी जिले में अब तक बारिश से सबसे अधिक तबाही हुई है. यहां कटौला में दस साल के बच्चे के शव मिला है. कटौला बाजार मलबे की चपेट में आया है. 5-6 फीट मलबा बाजार में घुसा है. कुल 2 बच्चों के शव यहां मिले हैं. मंडी जिले के धर्मपुर में 2015 जैसे हालात हो गए हैं. यहां पूरा बाजार और बस स्टैंड खड्ड की चपेट में आ गया है. मंडी में कटौला, गोहर समेत कई इलाकों में कुल 15 लोग भूस्खलन की चपेट में आने से लापता थे, जिनमें से गोहर में आठ शव और कटौला में दो बच्चों के शव मिल गए हैं.
कुल्लू में आफत की बारिश
कुल्लू ज़िला में बीती रात से भारी बारिश हो रही है. कई जगह भूस्खलन से यातायात अवरूध हुआ है. सैंज घाटी के पागल नाला में बाढ़ से भारी मलबा सड़क पर आया है और यातायात को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग की मशीनरी मौके पर जुटी हुई है. वहीं, भारी बारिश के चलते कुल्लू प्रशासन ने सभी शिक्षण संस्थान 1 दिन के लिए बंद कर दिए हैं. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने यह जानकारी दी है.