पश्चिम बंगाल चुनावः ममता के पैर में लगी चोट तो विपक्ष ने बताया सियासी ड्रामा

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम में प्रचार अभियान के दौरान घायल हो गई हैं। उनके पैर में चोट लगी है। उन्‍हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल लाया गया है। बताया जा रहा है कि उनके पैर में सूजन है। ममता बनर्जी ने इसको साजिश बताते हुए कहा है कि उन पर हमला हुआ है।

ममता के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा है कि ममता चुनाव में सहानभूति बटोरने की कोशिश कर रही हैं।

एएनआई पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उस वक्त ममला अकेली थी, और उन्हें किसी ने धक्का नहीं दिया था। पैर फिसलने की वजह से वह गिर गई। जिसके कारण उन्हें चोट आ गई।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह सियासी पाखंड सहानुभूति बटोरने की कोशिश है। नंदीग्राम में मुश्किलें बढ़ती देख उन्‍होंने चुनाव से पहले इस ‘नौटंकी’ की योजना बनाई। ममता केवल राज्‍य की मुख्‍यमंत्री ही नहीं वह पुलिस मंत्री भी हैं। क्या आप मान सकते हैं कि पुलिस मंत्री के साथ कोई पुलिसकर्मी नहीं था।

सहानुभूति बटोरने के लिए ड्रामा

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसे सियासी नाटक बताया है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि चुनाव में हार को देखते हुए ममता बनर्जी सहानुभूति बटोरने के लिए यह ड्रामा कर रही हैं।

क्या तालिबान ने हमला किया?

बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि क्या यह तालिबान है जिसने उनके काफिले पर हमला किया? ममता के साथ भारी पुलिस बल होता है। चार आईपीएस अधिकारी उसके सुरक्षा प्रभारी हैं। ऐसे में उनके पास हमला करने कौन जा सकता है। हमलावर कहीं भी बाहर नहीं नजर आते हैं। ममता ने सहानुभूति के लिए यह नाटक किया है।

चुनाव में पुलिस की ना हो तैनाती

वहीं नंदीग्राम से भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बंगाल में दो करोड़ से भी ज्यादा लोग बेरोजगार हैं। लोग देश के विकास के साथ जुड़ना चाहते हैं। एक हाथ में केंद्र में मोदी सरकार का लड्डू और दूसरे हाथ में राज्य में भाजपा सरकार का लड्डू दोनों मिलाकर सोनार बांग्ला बनेगा। सुवेंदु ने यह भी कहा कि चुनाव में पुलिस की बजाए अर्धसैनिक बलों को लगाया जाना चाहिए।

कई मंदिरों में पूजा

बताया जाता है कि ममता बनर्जी ने बुधवार को नंदीग्राम से अपना नामांकन दाखिल किया। हल्दिया में नामांकन पत्र दाखिल कर ममता वापस नंदीग्राम आकर कई मंदिरों में जाकर पूजा कीं। इसी दौरान एक मंदिर में दर्शन के बाद निकलते समय ममता के पैर में चोट लग गई। ममता ने यह भी कहा कि घटना के वक्त मौके पर एक भी स्थानीय पुलिसकर्मी व एसपी मौजूद नहीं थे। ममता को जेड प्लस की सुरक्षा उपलब्ध है।

ममता ने लगाया धक्का देने का आरोप

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि नंदीग्राम में जब वह अपनी गाड़ी के नजदीक थी तो कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण उनके पैर में चोट लग गई। उन्‍होंने कहा- ‘4-5 लोगों ने गाड़ी एकदम बंद कर दी। बहुत चोट लग गई… वहां लोकल पुलिस से कोई नहीं था।

किसी की साजिश जरूर है। यह जानबूझकर किया गया है।’ बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कोलकाता के SSKM अस्पताल लाया गया है। वहीं राज्‍यपाल जयदीप धनखड़ भी पहुंचे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *