DESK : आज संसद के मानसून सत्र के नौवें दिन भी विपक्ष का हंगामा देखने को मिला। वहीं इस बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कांग्रेस पर जमकर पलटवार किया। स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही हैं। सोनिया गांधी द्वारा नियुक्त नेता सदन अधीर रंजन ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्र की पत्नी के रूप में संबोधित किया।
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बता दें कि 25 जुलाई को देश की 15वीं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने शपथ ली, लेकिन द्रोपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से पहले ही विपक्ष उन पर लगातार कटाक्ष कर रहा था। विपक्ष का कहना था कि द्रोपदी मुर्मू महज बीजेपी की कटपुतली हैं और विपक्ष के इस बयान पर अब केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने पलटवार किया है।
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स्मृति इरानी ने कहा कि जब से द्रौपदी मुर्मू का नाम राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में घोषित हुआ तब से ही द्रौपदी मुर्मू कांग्रेस पार्टी की घृणा और उपहास का शिकार बनीं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कठपुतली कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सोनिया जी की अध्यक्षता में ये संस्कार और मूल्यविहीन एवं संविधान को चोट पहुंचाने वाला काम किया है। संसद में और सड़क पर कांग्रेस और उनके नेताओं को देश की प्रथम नागरिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी और देश से माफी मांगनी चाहिए।
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स्मृति ईरानी ने कहा कि देश और दुनिया जानती है कि कांग्रेस आदिवासी विरोधी, गरीब विरोधी और महिला विरोधी है। लेकिन कांग्रेस का इस हद तक गिर जाना कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन एक आदिवासी और गरीब परिवार की महिला का इस प्रकार अनादर करना, उनकी गरीमा पर प्रहार करना।