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दिल्ली : कल से नहीं चलेगी मेट्रो, लॉकडाउन एक हफ्ते के लिए और बढ़ा   

नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते प्रकोप देखते हुए दिल्ली में एक बार फिर एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इस लॉकडाउन के दौरान दिल्ली मेट्रो सेवा सेवाएं भी अब बंद रहेंगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को यह ऐलान किया।

बता दें कि दिल्ली में कोरोना महामारी से दिल्ली में रोजाना 350-400 लोग अपनी जान गवां रहे हैं। सीएम केजरीवाल ने बताया कि इस लॉकडाउन में सख्ती रहेगी। उन्होंने कहा कि अभी ढिलाई देने का समय नहीं है। अगर दिया तो फिर हालात खराब होंगे। इसलिए लॉकडाउन अगले सप्ताह तक के लिए बढ़ाया जा रहा है।  आपको बता दें कि दिल्ली में लागू लॉकडाउन की अवधि अगले सोमवार (17 मई) की सुबह पांच बजे तक बढ़ाई गई है।

 

 

DMRC ने मांगा सुझाव, 12 अप्रैल से 9 मई 2021 तक आयोजित होगा ‘उपभोक्ता संतुष्टि सर्वेक्षण’

नई दिल्ली।  मेट्रो संगठन ‘कॉमेट’ इस वर्ष 12 अप्रैल 2021 (सोमवार) से 9 मई 2021 (रविवार) तक ‘8वां उपभोक्ता संतुष्टि सर्वे’ आयोजित करने जा रही है। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की मेट्रो परिचालन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर उनकी राय से अवगत होना है ताकि उनके सुझावों से मेट्रो सेवा की गुणवत्ता को और सुधारा जा सके।

दुनिया भर के मेट्रो रेल संस्थानों के मानक संगठन ‘कॉमेट’(CoMET) और ‘नोवा’ (NOVA) की प्रबंधक एजेंसी ट्रांसपोर्ट स्ट्रेटेजी सेंटर (TSC), इंपीरियल कॉलेज, लंदन इस वर्ष 12 अप्रैल 2021 (सोमवार) से 9 मई 2021 (रविवार)  तक ‘8वां उपभोक्ता संतुष्टि सर्वे’ आयोजित करने जा रही है। इस सर्वेक्षण का मुख उद्देश्य यात्रियों की मेट्रो परिचालन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर उनकी राय से अवगत होना है ताकि उनके सुझावों से मेट्रो सेवा की गुणवत्ता को और सुधारा जा सके।

जो मेट्रो यात्री इस सर्वे का हिस्सा बनना चाहते हैं, उन्हें दिल्ली मेट्रो की वेबसाइट www.delhimetrorail.com पर  सर्वे को लिंक के ज़रिए ऑनलाइन पूरा भरना होगा। यह सर्वेक्षण दोनों भाषाओं हिंदी व अंग्रेज़ी में उपलब्ध रहेगा।

इन महत्वपूर्ण पहलुओं पर सर्वे के लिए मांगी गई है राय  

समग्र संतुष्टि,  उपलब्धता, पहुंच, भरोसा, सूचना उपलब्धता, सेवा गुणवत्ता, ग्राहक सेवा, संरक्षा/सुरक्षा, उपयोग में आसानी, यात्रा पूर्व और यात्रा के दौरान सूचना उपलब्धता, सुविधा, भीड़भाड़, सुरक्षा, कोविड महामारी के दौरान अनुभव।

बता दें कि TSC  द्वारा यह सर्वे विश्वभर की चुनिंदा मेट्रो में एक साथ किया जाता है जिससे दुनियाभर के मेट्रो यात्रियों की राय मिल सके। इससे दुनियाभर के मेट्रो सिस्टम आने वाले समय में यात्रियों के सुझाव का आदान-प्रदान कर अपनी सेवा की गुणवत्ता में और सुधार कर सकेंगे।

 

दिल्ली मेट्रो की रेड, येलो और ब्लू लाइन की शेष  6 कोच वाली ट्रेनों को 8 कोच करेगा DMRC

नई दिल्ली। दिल्‍ली मेट्रो में अब और बड़ा बदलाव होने जा रहा है। रेड, ब्‍लू और येलो लाइन की दिल्‍ली मेट्रो (Delhi Metro)  की छह कोच (Six Coach) की सभी मेट्रो ट्रेनों में अब दो-दो कोच और जोड़े जाएंगे। सभी को आठ-आठ कोच की ट्रेन (Eight Coach Metro Train) में बदल दिया जाएगा। यह प्रक्रिया इस वर्ष के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है, जिसके बाद इन लाइनों पर चलने वाली सभी ट्रेनें 8-कोच की हो जाएंगी।

दिल्ली मेट्रो की रेड (लाइन -1 यानी रिठाला से शहीद स्थल न्यू बस अडडा), येलो (लाइन -2 यानी  हुड्डा सिटी सेंटर से समयपुर बादली) व ब्लू  (अर्थात लाइन 3,4 यानि द्वारका सेक्टर-21 से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक  सिटी / वैशाली) की ट्रेनों में 120 अतिरिक्त कोच जोड़कर  6-कोच वाली ट्रेनों के अपने शेष बेड़े को 8-कोच वाली ट्रेनों में परिवर्तित करने की योजना प्रगति पर है। यह प्रक्रिया इस वर्ष के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है, जिसके बाद इन लाइनों पर चलने वाली सभी ट्रेनें 8-कोच की हो जाएंगी।

इस महीने के अंत तक  येलो लाइन पर सभी बारह 6-कोच वाली ट्रेनों को 8-कोच में बदलने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, जिससे इस लाइन पर कुल 8-कोच वाली ट्रेनों की संख्या 64 हो जाएगी। इसके बाद,  ब्लू लाइन पर नौ 6-कोच और रेड लाइन पर  उनचालीस ( 39) 6-कोच वाली ट्रेनों को इस साल के अंत तक 8-कोच वाली ट्रेनों में बदल दिया जाएगा, जिससे इन लाइनों पर कुल 8-कोच वाली ट्रेनों की संख्या क्रमशः 74 और 39 हो जाएगी।

इन 120 कोचों में से 40 कोच बॉम्बार्डियर से और 80 कोच भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) से खरीदे गए हैं। यह गतिविधि दिल्ली मेट्रो के तीन मुख्य कॉरिडोर यानी रेड (लाइन -1), ब्लू (लाइन -3 / 4) और येलो (लाइन -2) लाइन की वहन क्षमता को बढ़ाने के लिए की जा रही है, जो दिल्ली मेट्रो की कुल रोज़ाना यात्री उपयोगिता का लगभग 40-50% है । उल्लेखनीय है कि इन लाइनों को शुरू में फेज-I के तहत चालू किया गया था, जिन्हें ब्रॉड गेज पर बनाया गया था, जिसमें 8-कोच तक की ट्रेनों का प्रावधान था।

बाद में फेज-II और फेज-III के अंतर्गत निर्मित मेट्रो की शेष बची लाइनें यानी लाइन-5 से लाइन -9 को स्टैंडर्ड गेज पर बनाया गया है, जिसमें केवल 6-कोच तक की ट्रेनें चलाने का प्रावधान है। दिल्ली मेट्रो के पास वर्तमान में 336 ट्रेनों के सेट हैं, जिसमें 181 छह कोच वाली ट्रेनें, 133 आठ कोच वाली ट्रेनें और 22 चार कोच की ट्रेनें हैं।