DESK: गोरखपुर में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजनों की श्रृंखला में सोमवार को ड्रोन शो का इतिहास रचा जाएगा। देश में अब तक के सबसे बड़े ड्रोन लेजर शो का साक्षी बनने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
पर्यटन और संस्कृति विभाग ने तैयारियों को अंतिम रूप दिया
इस कार्यक्रम का आयोजन आजादी के आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले ऐतिहासिक काकोरी ट्रेन एक्शन के अमर सेनानियों की याद में किया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और प्रदेश सरकार के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह भी शिरकत करेंगे। रविवार देर शाम ड्रोन शो का रिहर्सल कर पर्यटन और संस्कृति विभाग ने तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
शो में 750 ड्रोन का होगा इस्तेमाल
योगी सरकार की तरफ से 15 दिसंबर से मनाए जा रहे काकोरी बलिदान दिवस समारोह के आखिरी दिन यानी 19 दिसंबर की शाम पांच बजे से महंत दिग्विजयनाथ स्मृति पार्क में ड्रोन शो से जंगे आजादी की गाथा और इसमें गोरखपुर के योगदान का सतरंगी प्रदर्शन किया जाएगा। इस शो के दौरान 750 ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इस लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा ड्रोन शो है। अब तक के सबसे बड़े ड्रोन शो का रिकॉर्ड भी यूपी के ही नाम है। इसके पहले 20 दिसंबर 2021 को लखनऊ के रेजीडेंसी में 500 ड्रोन से अमर बलिदानियों की शौर्य गाथा का प्रदर्शन किया गया था।
काकोरी ट्रेन एक्शन का गोरखपुर से सीधा जुड़ाव
ऐतिहासिक काकोरी ट्रेन एक्शन का गोरखपुर से सीधा जुड़ाव है। दरअसल काकोरी के महानायकों में से एक पंडित राम प्रसाद बिस्मिल ने 19 दिसंबर 1927 को गोरखपुर जेल में ही फांसी का फंदे को चूमता और मां भारती को गुलामी की बेड़ियों से आजाद कराने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनके बलिदान दिवस के मौके पर गोरखपुर में सबसे बड़े ड्रोन शो का आयोजन बेहद खास है।
भारत मां के सपूतों की वीर गाथा से रोशन होगा आसमान
इस शो में गुरु गोरक्षनाथ की तपस्थली पर 1857 से लेकर 1947 तक के घटनाक्रमों और इससे जुड़े क्रांतिवीरों का चित्रमय वर्णन किया जाएगा। इस दौरान आकाश में एक साथ 750 ड्रोन द्वारा माध्यम संगीत, लेजर लाइट और रंग बिरंगी कलाबाजियों को प्रस्तुत किया जाएगा। अमर शहीद बंधू सिंह, अशफाक उल्लाह खान, ठाकुर रोशन सिंह, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, चौरी चौरा प्रतिशोध के शताब्दी वर्ष समेत देश को स्वतंत्र कराने में बलिदान देने वाले भारत मां के वीर सपूतों की वीर गाथा से पूरा आसमान रोशन हो उठेगा।
DESK : विदेश मंत्री एस. जयशंकर नवरात्रि उत्सव में शामिल होने के लिए 50 राजदूतों एवं उच्चायुक्तों के साथ शनिवार को गुजरात के वडोदरा शहर पहुंचे। उत्सव दौरान सभी विदेशी राजदूत भारतीय संस्कृति की झलक देख खुशी से झूम उठे । विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ विदेशी राजदूत मां दुर्गा की आरती करने के बाद गरबा महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव कहा – ‘मैंने पहली बार गरबा खेला और मुझे बहुत पसंद आया। यह बहुत ही अच्छा महोत्सव है।
Seeking the blessing of Maa Amba ji at the Navratri celebrations in Vadodara. pic.twitter.com/AoDoEwngoc
भारत में फिजी गणराज्य के उच्चायुक्त कमलेश प्रकाश ने कहा – इतना बड़ा आयोजन कहीं और नहीं होता। जितने यहां लोग इकट्ठे हुए हैं उतने शायद हमारे देश की जनसंख्या है। भारत की संस्कृति बेहद समृद्ध व अद्भुत है। प्रधानमंत्री मोदी का जादू है जो लोगों को चुंबक की तरह जोड़कर रखता है। हमें फिजी में इतने बड़े स्तर पर यह देखने को नहीं मिलता। डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वेन ने इस मौके पर कहा – यह बहुत ही ज़्यादा अच्छा त्योहार है। इतने सारे लोगों को देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। मैं सभी भारतीयों को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।
विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर ने वडोदरा में नवरात्रि उत्सव दौरान कहा कि गर्व की बात है कि विदेश के 50 से ज्यादा राजदूतों के साथ हम यहां आए हैं। वे वड़ोदरा में समय बिताएंगे। उनमें काफी उत्साह है, वे गुजरात की उन्नति देखना चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि उनके मन में गुजरात के बारे में एक अच्छी छवि बनेगी। बता दें कि राज्य की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाने वाला वडोदरा गरबा के लिए प्रसिद्ध है। गरबा में हजारों लोग शामिल होते हैं और वे देवी की आराधना में गीत-संगीत के बीच पारंपारिक परिधानों में नृत्य करते हैं।
काबुल, एजेंसी। तालिबान के आते ही अफगानिस्तान के लोगों में हड़कंप है। वहां के लोग बेचैनी से दूसरे देश जाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। इस क्रम में ही सोमवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई। अमेरिका जा रही विमान के अंदर सीट न मिलने पर उसके पहिए से ही लोग लटक गए लेकिन कुछ ही देर बाद गिरने से इनकी मौत हो गई। इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से Aaryaa News – ख़बर पक्की – सही और सटीक खबरों के लिए जरुर SUBSCRIBE करे https://bit.ly/3aF3qDL
काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अमेरिकी एयरफोर्स के विमान US military C-17 के पहिए से लटकने की जुगत में हैं और उड़ान भरते समय युवकों की भीड़ साथ में दौड़ रही है। इससे यह साफ पता चलता है यहां के लोगों के मन में तालिबान को लेकर किस हद तक खौफ है। अफगानिस्तान के लोगों में देश छोड़ने की ऐसी हड़बड़ी है कि वे जान की परवाह किए बिना ही विमान के डैने तक पर बैठ कर रवाना हुए लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद गिरने से मौत हो गईकाबुल एयरपोर्ट के यात्री टर्मिनल पर सोमवार को फायरिंग में भी लोगों की मौत हुई। हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना ने हवा में फायरिंग ताकि लोगों की भीड़ को रोका जा सके। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि 8 लोगों की मौत भगदड़ में हुई या फिर गोली लगने से। एयरपोर्ट पर सभी कमर्शियल सेवाएं निरस्त कर दी गई केवल ब्रिटेन, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के नागरिकों के लिए उड़ानों को अनुमति दी गई है।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से Aaryaa News – ख़बर पक्की – सही और सटीक खबरों के लिए जरुर SUBSCRIBE करे https://bit.ly/3aF3qDL
कई राज्यों में स्कूल खुल गए हैं तो कई राज्यों में प्रक्रिया चल रही है। स्कूल खोलने वाले राज्यों में बिहार एमपी महाराष्ट्र हिमाचल हरियाणा छत्तीसगढ़ जैसे राज्य शामिल हैं। अधिकांश राज्य 10-12 के छात्रों के लिए 50 फीसद उपस्थिति के साथ स्कूल खोले जा रहे हैं।
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के धीमा पड़ने पर राज्यों में स्कूल खोलने की तैयारी शुरु हो गई है। कई राज्यों में स्कूल खुल गए हैं तो कई राज्यों में प्रक्रिया चल रही है। स्कूल खोलने वाले राज्यों में बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़ जैसे राज्य शामिल हैं। अधिकतर जगह शुरू में कक्षा 10-12 के छात्रों के लिए 50 फीसद उपस्थिति के साथ स्कूल खोले जा रहे हैं। इसके अलावा भी कुछ नियम तय किए गए हैं जिनका पालन स्कूल खुलने के बाद जरूरी है।
अब जब दूसरी लहर भी नियंत्रण में दिख रही है तो कुछ राज्यों ने जुलाई के आखिर और अगस्त की पहले-दूसरे हफ्ते में फिर से स्कूल खोलने की प्लानिंग कर रखी है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि जब कोविड-19 की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रहा है तो क्या स्कूल खोलने का फैसला उचित है? आइए जानते हैं कि स्कूल खोलने को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की क्या राय है और कौन-कौन से राज्यों में स्कूल खुलने की संभावना है…
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से Aaryaa News – ख़बर पक्की – सही और सटीक खबरों के लिए जरुर SUBSCRIBE करे https://bit.ly/3aF3qDL
दिल्ली में आखिर कब खुलेंगे स्कूल?
राजधानी दिल्ली में स्कूल खोलने को लेकर स्थिति साफ नहीं है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो-टूक कहा है कि अच्छा तो यही होगा कि वैक्सीनेशन पूरा होने के बाद ही स्कूल खुलें। सीएम केजरीवाल से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इसका साफ-साफ जवाब दिया। उन्होंने कहा पहले हमने कहा था कि सही तो यह है कि वैक्सीनेशन कम्प्लीट होने के बाद स्कूलों को खोला जाए। बाकी राज्यों में अगर स्कूल खुल रहे हैं तो हम उनके अनुभवों को देख सकते हैं। केजरीवाल ने कहा कि पैरेंट्स अपने बच्चों की सेफ्टी को लेकर अब भी डरे हुए हैं। उनके पास कई पैरेंट्स के मैसेज आए हैं जिसमें उन्होंने चिंता जताई है।
हिमाचल प्रदेश में दो अगस्त से स्कूल खोलने की हो रही तैयारी
हिमाचल प्रदेश कैबिनेट ने भी अगले महीने से स्कूल खोलने का फैसला किया है। हालांकि 2 अगस्त से कक्षा 10-12 तक के स्कूल ही खुलेंगे। कोविड-19 से जुड़ी गाइडलाइन का पालन करना होगा। कक्षा 5 से 8 तक के छात्रों को भी 2 अगस्त से स्कूल आने की इजाजत होगी। राज्य में कोचिंग, ट्यूशन और ट्रेनिंग संस्थानों को 26 जुलाई से खोल दिया जाएगा।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से Aaryaa News – ख़बर पक्की – सही और सटीक खबरों के लिए जरुर SUBSCRIBE करे https://bit.ly/3aF3qDL
बिहार में अगस्त से शुरू होगी जूनियर्स की पढ़ाई
बिहार में कक्षा 1 से 10 तक के सभी स्कूलों को अगस्त के दूसरे सप्ताह से खोला जा सकता है। राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि स्थितियां अनुकल रहीं तो अगस्त के दूसरे सप्ताह से स्कूल खोलने की खातिर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में फैसला लिया जाएगा। सीनियर क्लासेज के स्कूल पहले ही खुल चुके हैं।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से Aaryaa News – ख़बर पक्की – सही और सटीक खबरों के लिए जरुर SUBSCRIBE करे https://bit.ly/3aF3qDL
मध्य प्रदेश में 26 जुलाई से खुलने हैं स्कूल
मध्य प्रदेश में कक्षा 11 और 12 की कक्षाएं और हॉस्टल 26 जुलाई से खोलने का फैसला हुआ है। कक्षा 9 और 10 के छात्रों की खातिर स्कूल 5 अगस्त से खुलेंगे मगर अभिभावकों की सहमति जरूरी होगी। अभी 50 फीसद उपस्थिति के साथ स्कूल खुलेंगे और हफ्ते में चार दिन कक्षाएं चलेंगी। हालांकि अभी तक कोविड गाइडलाइन जारी नहीं हो पाई है।
छत्तीसगढ़ में भी दो अगस्त से खुल रहे स्कूल
छत्तीसगढ़ ने 2 अगस्त से कक्षा 10 और 12 के स्कूल खुल जाएंगे। अभी 50 फीसद उपस्थिति की अनुमति होगी। कॉलेज भी इसी तारीख से खुलेंगे। छात्रों को एक दिन के अंतराल पर क्लासेज के लिए बुलाया जाएगा। हालांकि यह अनिवार्य नहीं होंगी। अभिभावकों की अनुमति जरूरी होगी।
आंध्र प्रदेश में 16 अगस्त से खुलेंगे स्कूल
आंध्र प्रदेश सरकार ने बुधवार को कहा कि 16 अगस्त से स्कूल खोल दिए जाएंगे। अभी यहां पर अध्यापक ही एक दिन के अंतराल पर स्कूल जा रहे हैं। बच्चों को डाउट्स क्लियर करने के लिए स्कूल जाने की इजाजत है।
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट
एक तरफ तीसरी लहर की आशंका तो दूसरी लहर बच्चों की पढ़ाई की चिंता, इनके बीच कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्कूल खोलने को लेकर अपनी राय दी है। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि बच्चों का क्लास में जाकर शिक्षकों से सीधे सवाल-जवाब करना बहुत जरूरी है, इसलिए स्कूल खुलने चाहिए। वैसे भी बहुत से बच्चों के पास ऑनलाइन क्लास लेने की सुविधा नहीं है, लेकिन इस बात का ख्याल भी रखना होगा कि बच्चे स्कूल जाएं तो वहां दूसरे बच्चों से बहुत घुलें-मिलें नहीं, उचित दूरी बनाकर रखें, खाने-पीने या अन्य सामानों का लेन-देन नहीं करें, यानी कुल मिलाकर कोविड प्रॉटोकॉल का ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से Aaryaa News – ख़बर पक्की – सही और सटीक खबरों के लिए जरुर SUBSCRIBE करे https://bit.ly/3aF3qDL
स्कूल खोलने को लेकर आईसीएमआर की गाइडलाइंस
बता दें कि सरकार ने पिछले महीने में कहा था कि अगर स्कूल के ज्यादातर स्टाफ टीका लगवा लें तो स्कूल खोले जा सकते हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा था कि प्राइमरी कक्षा के बच्चों को स्कूल बुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि बच्चे कोरोना वायरस से बड़ों के मुकाबले बेहतर तरीके से लड़ पाते हैं, इसलिए पहले उन्हें ही स्कूल बुलाना चाहिए और फिर धीरे-धीरे मिडल और हाई स्कूल भी खोले जा सकते हैं। लेकिन, ज्यादातर राज्य इस सलाह के उलट कक्षा 9 से 12वीं के बच्चों को स्कूल बुलाने का मन बना रहे हैं। दरअसल, सरकार बोर्ड एग्जाम के मद्देनजर सीनियर छात्रों को पहले स्कूल बुलाना चाहते हैं।
नई दिल्ली। भारत और इजराइल ने कृषि में सहयोग के लिए तीन साल की कार्य योजना पर हस्ताक्षर किए। कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच 1993 से कृषि क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंध हैं। यह पांचवां आईआईएपी है।
इजराइल और भारत के बीच कृषि क्षेत्र में लगातार वृद्धि कर रही साझेदारी को और आगे बढ़ाते हुए, दोनों सरकारों ने कृषि में अपने सहयोग को और मज़बूत करने पर सहमति व्यक्त की है। दोनों देशों की सरकारों ने कृषि सहयोग में विकास के लिए तीन साल के कार्य योजना समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते ने दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी की पुष्टि करते हुए द्विपक्षीय संबंधों में कृषि और जल क्षेत्रों की प्रमुखता को मान्यता दी है।
भारत और इजरायल “भारत-इजरायल कृषि परियोजना उत्कृष्टता केंद्र” और “भारत-इजराइल उत्कृष्टता गांवों” को लागू कर रहे हैं। एकीकृत बागवानी विकास मिशन-एमआईडीएच, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, और एमएएसएचएवी- अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोग के लिए इज़राइल की एजेंसी – इज़राइल के सबसे बड़े जी2जी सहयोग का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें पूरे भारत के 12 राज्यों में 29 परिचालन केंद्र (सीओई) हैं, जो स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार इजरायली कृषि-प्रौद्योगिकी के साथ प्रगतिशील-सघन खेती-बाडी को लागू करते हैं।
उत्कृष्टता केंद्र जानकारी प्रदान करते हैं, सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रदर्शन करते हैं और किसानों को प्रशिक्षित करते हैं। हर साल, ये उत्कृष्टता केंद्र 25 मिलियन से अधिक गुणवत्ता वाली सब्जी के पौधे, 387 हजार से अधिक गुणवत्ता वाले फलों के पौधों का उत्पादन करते हैं और 1.2 लाख से अधिक किसानों को बागवानी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक के बारे में प्रशिक्षित करते हैं।
कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र हमेशा भारत के लिए प्राथमिकता वाला क्षेत्र रहा है। भारत सरकार की कृषि नीतियों के कारण कृषि क्षेत्र और किसानों के जीवन में एक निश्चित परिवर्तन आया है। किसानों की आय बढ़ाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है। कृषि मंत्री ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच 1993 से कृषि क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंध हैं। यह पांचवां आईआईएपी है।
तोमर ने कहा कि अब तक हमने 4 कार्य योजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह नई कार्य योजना कृषि क्षेत्र में कृषक समुदाय के लाभ के लिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और आपसी सहयोग को और मजबूत करेगा। इजरायली आधारित कार्य योजनाओं के तहत स्थापित ये उत्कृष्टता केंद्र किसानों की आय को दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। भारत और इजरायल के बीच प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान से बागवानी की उत्पादकता और गुणवत्ता में काफी सुधार होगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि भारत-इजरायल कृषि कार्य योजना (आईआईएपी) के तहत स्थापित ये उत्कृष्टता केंद्र बागवानी क्षेत्र में परिवर्तन के केंद्र बन गए हैं। नई कार्य योजना के दौरान हमारा ध्यान इन सीओई के आसपास के गांवों को बड़े पैमाने पर आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से उत्कृष्ट गांवों में बदलने पर होगा।
राजदूत डॉ. रॉन मल्का ने कहा कि तीन साल की कार्य योजना (2021-2023) हमारी बढ़ती साझेदारी की शक्ति को प्रदर्शित करता है और उत्कृष्टता केंद्रों और उत्कृष्टता गांवों के माध्यम से स्थानीय किसानों को लाभान्वित करेगी। कार्य योजना का उद्देश्य मौजूदा उत्कृष्टता केंद्रों को विकसित करना, नए केंद्र स्थापित करना, सीओई की मूल्य श्रृंखला को बढ़ाना, उत्कृष्टता केंद्रों को आत्मनिर्भर मोड़ में लाना और निजी क्षेत्र की कंपनियों और सहयोग को प्रोत्साहित करना होगा।
जहां तक ”भारत-इजरायल उत्कृष्टता गांव” का प्रश्न है, यह एक नई अवधारणा है जिसका लक्ष्य आठ राज्यों में कृषि में एक आदर्श पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है, जिसमें 75 गांवों में 13 उत्कृष्टता केंद्र शामिल हैं। यह कार्यक्रम किसानों की शुद्ध आय में वृद्धि को बढ़ावा देगा और उनकी आजीविका को बेहतर करेगा, पारंपरिक खेतों को आईआईएपी मानकों के आधार पर आधुनिक-प्रगतिशील कृषि क्षेत्र में बदल देगा।
आर्थिक स्थिरता के साथ बड़े पैमाने पर और पूर्ण मूल्य श्रृंखला दृष्टिकोण, इजरायल की आधुनिक प्रौद्योगिकियों और कार्यप्रणाली के साथ अंतर्निहित स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप होगा। आईआईवीओई कार्यक्रम में: (1) आधुनिक कृषि अवसंरचना, (2) क्षमता निर्माण, (3) बाजार से जुड़ाव पर ध्यान दिया जाएगा।
कार्य योजना समझौता समारोह में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और कैलाश चौधरी के साथ-साथ इजरायल के विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और कृषि और किसान कल्याण, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में अमेरिका भारत के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। इसके अलावा मंगलवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बार फिर अपने वादे को दोहराते हुए कहा कि, कोरोना संकट से लड़ने के लिए हम भारत के साथ हैं और उसे बिना किसी देरी के तत्काल मदद की पूरी श्रृंखला भेज रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले बीते सोमवार को बाइडन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत हुई थी। मंगलवार को व्हाइट हाउस में हुई न्यूज कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी प्रेसीडेंट जो बाइडन ने पत्रकारों से कहा कि हम भारत को तत्काल रूप से मदद की पूरी श्रृंखला भेज रहे हैं, जिसकी उन्हें जरूरत है। इसमें इससे निपटने की क्षमता वाले रेमडेसिविर और अन्य ड्रग्स भी शामिल हैं।
बाइडन ने कहा कि हम वास्तविक मैकेनिकल पार्ट्स भेज रहे हैं, जिसकी भारत को वैक्सीन बनाने के लिए जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस बात पर भी चर्चा हो चुकी है कि अमेरिका भारत को वैक्सीन कब मुहैया करा सकेगा। बताते चलें कि देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन 3 लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।
नई दिल्ली। भारत ने वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक विशिष्ट उपलब्धि हासिल की है। देश में लोगों को दिए गए कोरोना वैक्सीन डोज की कुल संख्या 5 करोड़ से अधिक हो गई है।
बता दें कि देश के विभिन्न राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में बुधवार सुबह सात बजे तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 8,23,046 सत्रों द्वारा 5,08,41,286 कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
इनमें 79,17,521 एचसीडब्ल्यू (पहला डोज), 50,20,695 एचसीडब्ल्यू (दूसरा डोज), 83,62,065 एफएलडब्ल्यू (पहला डोज) और 30,88,639 एफएलडब्ल्यू (दूसरा डोज), 47,01,894 लाभार्थी जिनकी आयु 45 वर्ष से अधिक है और वे अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं (पहला डोज) और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले 2,17,50,472 लाभार्थी (पहला डोज) शामिल हैं।
बता दें कि पांच राज्यों महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात में कोरोना के दैनिक मामलों में बढोत्तरी दर्ज की जा रही है और नए मामलों में इन राज्यों का योगदान 77.44 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटों में कोरोना के 47,262 नए मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले 24 घंटों में दर्ज किए गए कोरोना के नए मामलों में 6 राज्यों का समग्र योगदान 81.65 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे अधिक 28,699 दैनिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद पंजाब में 2,254 और कर्नाटक में 2,010 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
आठ राज्यों की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर राष्ट्रीय औसत (4.11 प्रतिशत) से काफी अधिक है और महाराष्ट्र साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 20.53 प्रतिशत के साथ सबसे शीर्ष स्थान पर है।
भारत का कुल सक्रिय कोरोना केस भार आज बढकर 3,68,457 हो गया है जो कुल पॉजिटिव मामलों का 3.14 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कुल सक्रिय केस भार में 23,080 नए मामले जुड़े हैं।
भारत में अब तक कोरोना से कुल 1,12,05,160 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और राष्ट्रीय रिकवरी दर 95.49 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में 23,907 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं और 275 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को मुलाकत की। जिसमें द्विपक्षीय रणनीतिक सबंधों को और विस्तार देने, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बदलती स्थिति और आतंकवाद की चुनौती जैसे विषयों पर मुख्य रूप से चर्चा की गई।
भारत आए अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से विज्ञान भवन में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ मजबूत रक्षा साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि चर्चा के दौरान दोनों देश रक्षा के उभरते हुए क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। साझा बयान जारी करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों की भी समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना, यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड, सेंटर कमांड और अफ्रीका कमांड के बीच सहयोग को बढ़ाने को लेकर सहमति बनी है।
वहीं, संयुक्त बयान जारी करते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जेम्स ऑस्टिन ने कहा कि भारत-अमेरिका संयुक्त रूप से मिलकर क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ाने का साझा दृष्टिकोण रखते हैं।
नई दिल्ली। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन अपने 3 दिन के दौरे पर आज भारत पहुंचे हैं। क्वाड देशों के बीच हुई शिखर वार्ता के कुछ दिनों बाद ही ऑस्टिन का यह भारत दौरा दोनों देशों के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग की महत्ता को भी रेखांकित करेगा।
बता दें कि जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद किसी अमेरिकी मंत्री का यह पहला भारत दौरा है। अपने इस 3 दिवसीय दौरे के दौरान वे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ वार्ता करेंगे। दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच होने वाली बातचीत में कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत हो सकती है।
बताते चलें कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ऐसे समय में भारत आए हैं, जब करोना की चुनौतियों से जूझते विश्व में नये भू-राजनैतिक और भो-आर्थिक समीकरण देखने को मिल रहे हैं, जिनमे हिंद प्रशांत क्षेत्र एक केंद्रीय भूमिका निभाएगा।
हिंद प्रशांत क्षेत्र के देशों की अपनी इस यात्रा की शुरुआत से पहले जनरल ऑस्टिन ने ट्वीट किया था कि कल से एक साप्ताह तक इंडो-पेसिफिक कमांड के नेतृत्व के साथ-साथ जापान, कोरिया गणराज्य और भारत में मेरे समकक्षों के साथ बैठकें होंगी। भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए चर्चा करने के लिए हमारे पास कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।