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विदेशी सेलेब्रिटीज को विदेश मंत्रालय की नसीहत, कहा- बिना जानकारी के बयानबाजी करना गलत

नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने किसान आंदोलन पर बयान बाजी करने वाले विदेशी सेलिब्रेटिज को कड़ी नसीहत दी है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि बिना जानकारी के अनावश्यक बयानबाजी न करें। संसद में पर्याप्त चर्चा के बाद किसान बिल पारित किए गए हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों पर देश के छोटे हिस्से के किसानों को कुछ शंकाएं है, जिसे लेकर सरकार किसानों के प्रतिनिधियों से ग्यारह बार बात कर चुकी है। साथ ही कहा कि किसानों के प्रदर्शन पर कुछ स्वार्थी समूह भारत के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समर्थन को एकजुट कर रहे हैं। भारतीय पुलिस बल ने विरोध प्रदर्शन के दौरान संयम बरता और कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए।

इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस आंदोलन को भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के संदर्भ में देखना चाहिए और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार के प्रयास जारी है। मंत्रालय ने कहा कि सोशल मीडिया पर सनसनीखेज तरीके को सेलेब्रिटी और अन्य के द्वारा अपनाना उनके गैर जिम्मेदाराना रवैयेको दिखाता है।

 

 

मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के आसपास सुरक्षा बढ़ी, किसानों के समर्थन में हो रहा आंदोलन

नई दिल्ली। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर चल रहा धरना-प्रदर्शन बुधवार को 70वें दिन में प्रवेश कर गया है। वहीं, मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन सहित आसपास के लोकेशन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई दी गई है।

यहां तक कि धारा-144 भी लागू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के मंडी हाउस पर कृषि कानूनों के समर्थन को लेकर सिटिजन मार्च के मद्देनजर वहां दिल्ली पुलिस के साथ- साथ पारा मिलिट्री के काफी जवानों को भी तैनात किया है।

मौके पर अडिशनल डीसीपी सहित कई इंस्पेक्टर और ACP भी मंडी हाउस के पास पहुंचे हैं। उधर, किसानों के समर्थन में मंडी हाउस पर प्रदर्शन वाम संगठन के छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने किसानों के समर्थन में नारेबाजी की।

आगामी 6 फरवरी को देशभर में होने वाले चक्का जाम को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि वह दिल्ली-एनसीआर में चक्का जाम नहीं करेंगे। साथ ही 6 फरवरी के चक्के जाम को लेकर राकेश टिकैत ने बयान दिया कि दिल्ली-एनसीआर के पास ऐसा कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा है कि किसान अपनी-अपनी जगहों पर सड़क बंद करेंगे और प्रशासन को ज्ञापन भी देंगे।

राज्यसभा में हंगामा कर रहे AAP के तीनों सांसद निष्कासित, लगा रहे थे ‘कृषि कानूनों को रद्द करो’ के नारे

दिल्ली। किसानों के मुद्दे को लेकर राज्यसभा में भारी हंगामा कर रहे आम आदमी पार्टी (AAP) के तीनों सांसद संजय सिंह, सुशील कुमार गुप्ता और एन.डी. गुप्ता को बुधवार को दिन भर के लिए निष्कासित कर दिया गया।

सभापति एम. वेंकैया नायडू ने शून्यकाल काल के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कराने का प्रयास किया तो आप के तीनों सांसद अपनी सीटों पर खड़े होकर नारे लगाने लगे। उन्होंने ‘कृषि कानूनों को रद्द करो’ के नारे लगाए।

वैंकैया नायडू ने कहा कि अभिभाषण पर चर्चा के दौरान ही किसानों के मुद्दे पर बहस करने की सहमति बन चुकी है। ऐसे में इन सदस्यों का सदन की कार्यवाही को बाधित करना अनुचित है। ये लोग वास्तव में किसानों के मुद्दे पर चचार् नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने तीनों सदस्यों से शांत होने और सदन की कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया, लेकिन इस पर भी तीनों सांसद नारे लगाते रहे।

किसानो के समर्थन में पहुंची समाजसेविका मेधा पाटकर

नई दिल्ली । तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों का मंगलवार को भी प्रदर्शन जारी है। दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या में इजाफा होने के चलते कड़ी सुरक्षा कर दी गई है।  सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया है।

किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस की ओर से भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। इस बीच समाजसेवा मेधा पाटकर भी यूपी गेट पर चल रहे किसानों के धरना प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए पहुंच हैं।

वहीं, दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें सिंघू, टिकरी और गाज़ीपुर सीमाओं के आसपास और 26 जनवरी के बाद या बाद में कथित रूप से अवैध हिरासत में रखे गए किसानों सहित सभी लोगों को रिहा करने के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी।

किसान आंदोलन पर अमरिंदर सिंह ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, BJP नहीं होगी शामिल

पंजाब। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान आन्दोलन को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के ​लिए पंजाब भवन पहुंचे। जानकारी है कि इस सर्वदलीय बैठक में भाजपा(पंजाब) हिस्सा नहीं लेगी।

बैठक के संबंध में पंजाब सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया था कि बैठक शाम चार बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी। इसका एजेंडा बाद में जारी किया जाएगा।

हाल ही में अमरिंदर सिंह ने कहा था कि हमारे किसान दिल्ली की सरहदों पर दो महीने से भी अधिक समय से अपनी जान कुर्बान कर रहे हैं। पुलिस उनकी पिटाई कर रही है और गुंडों द्वारा किसानों पर हमले किए जा रहे हैं। उनको प्राथमिक सुविधाओं से भी वंचित रखकर परेशान किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों को किसानों की हिमायत और पंजाब के हितों को मुख्य रखते हुए एकजुट होकर इस बैठक में शिरकत करने का न्योता देते हुए कहा कि कृषि कानूनों से पैदा हुआ संकट समूचे राज्य और इसके लोगों के लिए चिंता का विषय है।

उन्होंने यह भी कहा कि समूह पंजाबियों के साझे यत्नों और राज्य के सभी राजनीतिक दलों के एक साथ इस समस्या को प्रभावी ढंग से निपटने के साथ-साथ किसानों के हितों की रक्षा की जा सकती है।

दिल्ली के कई इलाकों में रूट डायवर्जन, गाजीपुर बॉर्डर पूरी तरह बंद

नई दिल्ली। सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के धरना-प्रदर्शन के चलते दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में मंगलवार को भी रूट डायवर्जन किया गया है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।

दिल्ली यातायात पुलिस ने लोगों को वैकल्पिक मार्ग भी सुझाए हैं, जिससे यात्रा सुगम की जा सकती है। इसी के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर कटीले तारों के साथ नुकीली कीलें भी लगाई गई हैं, जिससे किसान प्रदर्शनकारियों को रोका जा सके।

फिरोजपुर से मुंबई जाने वाली पंजाब मेल सोमवार को दिल्ली नहीं पहुंची। इसे रेवाड़ी के रास्ते मुंबई के लिए रवाना किया गया। श्रीगंगानगर से पुरानी दिल्ली आने वाली ट्रेन को बहादुरगढ़ में रोक दिया गया। इसे लेकर योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि एक हजार से ज्यादा किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए पंजाब मेल के मार्ग में बदलाव कर दिया गया।

यह ट्रेन रोहतक, दिल्ली शकूरबस्ती, किशनगंज, नई दिल्ली, फरीदाबाद, मथुरा के रास्ते मुंबई जाती है। इस संबंध में उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार का कहना है कि परिचालन संबंधित जरूरत की वजह से पंजाब मेल के मार्ग में बदलाव और एक अन्य ट्रेन को गंतव्य से पहले निरस्त कर दिया गया है।