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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा- एक साल में हट जाएंगे देश के सभी टोल, जानिए कैसे वसूला जाएगा टैक्स ?

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज लोकसभा में बड़ी घोषणा की है। गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार की योजना है कि एक साल के भीतर सभी टोल बूथों को हटा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एक वर्ष के भीतर देश के सभी भौतिक रूप से टोल बूथ हटा दिए जाएंगे। जीपीएस इमेजिंग के आधार पर टोल का पैसा इकट्ठा किया जाएगा।

इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 15 साल के बाद वाणिज्यिक वाहनों को पंजीकरण से हटाया जाएगा। 20 वर्ष के बाद प्राइवेट वाहनों को पंजीकरण से हटाया जाएगा। केंद्र, राज्य, नगर निगम, पंचायतों, एसटीयू, सार्वजनिक उपक्रमों और संघ और राज्य के साथ स्वायत्त निकायों के सभी वाहनों को 15 साल के बाद पंजीकरण से हटाया जाएगा और स्क्रैप किया जाए।

उन्‍होंने कहा कि हम स्वैच्छिक वाहन बेड़े आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे हैं, जो पुराने वाहनों को स्क्रैप कर नए वाहनों को खरीदते समय आर्थिक रूप से लोगों का समर्थन करेगा। इस नीति से स्क्रैप सेंटर, ऑटो उद्योग और इससे जुड़े उद्योगों को लाभ मिलेगा।

 

NHAI ने 18 घंटे में बनाई 25 KM लंबी सड़क,  लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज होगी उपलब्धि

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 25.54 किलोमीटर के सिंगल लेन डांबरीकरण कार्य को सिर्फ 18 घंटे में पूरा  कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्राधिकरण के इस काम के लिए 500 कर्मचारियों और ठेकेदार एनएचएआई की तारीफ की है।

नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने हाल ही में सोलापुर-विजापुर राजमार्ग पर 4-लेनिंग कार्य के अंतर्गत 25.54 किलोमीटर के सिंगल लेन डांबरीकरण कार्य को 18 घंटे में पूरा किया है, जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि ठेकेदार कंपनी के 500 कर्मचारियों ने इसके लिए मेहनत की है। मैं उन कर्मचारियों सहित राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक, अधिकारी, ठेकेदार कंपनी के प्रतिनिधि और परियोजना अधिकारियों का अभिनंदन करता हूं।

 

क्या सभी मंत्रालयों में इस्तेमाल होंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियां? जानिए क्या बोले केंद्रीय परिवहन मंत्री

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने मंत्रालय की सभी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलने जा रहे हैं। उन्होंने अन्य विभागों से भी इसका अनुसरण करने को कहा ताकि तेल के आयात पर भारत की निर्भरता में कमी लायी जा सके। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को परिवारों को रसोई गैस के लिये सब्सिडी देने के बजाए बिजली से चलने वाले खाना पकाने के उपकरण खरीदने को लेकर सहायता देनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सिर्फ दिल्ली में 10 हजार इलेक्ट्रिक बसों के इस्तेमाल से हर महीने 30 करोड़ रुपए की बचत होगी। गो इलेक्ट्रिक अभियान शुरू किए जाने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, आखिर हम बिजली से खाना पकाने वाले उपकरणों के लिए सब्सिडी क्यों नहीं देते? हम रसोई गैस पर सब्सिडी पहले से दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बिजली से खाना पकाने की प्रणाली साफ-सुथरी है और इससे गैस के लिये आयात पर निर्भरता भी कम होगी। गडकरी ने सुझाव दिया कि सभी सरकारी अधिकारियों के लिये इलेक्ट्रिक वाहन अनिवार्य किए जाने चाहिए। उन्होंने बिजली मंत्री आरके सिंह से अपने विभाग में अधिकारियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को अनिवार्य करने का आग्रह किया। परिवहन मंत्री ने कहा कि वह अपने विभागों के लिए यह कदम उठाएंगे।

इस मौके पर सिंह ने घोषणा की कि दिल्ली-आगरा और दिल्ली-जयुपर के बीच फ्यूल सेल बस सेवा शुरू की जाएगी। बजट में घोषित हाइड्रोजन एनर्जी मिशन के बारे में मंत्री ने कहा, हम हरित हाइड्रोजन के लिए बोली चार से पाचं महीने में आमंत्रित करने जा रहे हैं। हम पहले ही पेट्रोलियम, इस्पात और उर्वरक मंत्रालय के साथ इस बारे में चर्चा कर चुके हैं।

उन्होंने आयातित अमोनिया के 10 प्रतिशत को हरित अमोनिया से स्थानापन्न करने की सरकार की योजना के बारे में भी जानकारी दी। गडकरी ने कहा कि एक इलेक्ट्रिक वाहन का इस्तेमाल करने से ईंधन लागत में प्रति माह 30 हजार रुपये की बचत होती है। इस तरह 10 हजार इलेक्ट्रिक वाहन होने की स्थिति में बचत 30 करोड़ रुपये हो सकती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 10000 इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से अकेले 30 करोड़ हर महीने की बचत हो सकती है।

 

भारत में पहला CNG ट्रैक्टर लांच, जानिए क्या हैं खासियतें ?

नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को दिल्ली में देश का पहला सीएनजी चालित ट्रैक्टर लॉन्च किया। इससे प्रदूषण कम होगा और डीजल के मुकाबले खर्च कम आएगा। यह ट्रैक्‍टर जल्‍द ही बाजार में उपलब्‍ध हो जाएगा। लॉन्च के मौके पर गडकरी के अलावा धर्मेन्‍द्र प्रधान, जनरल वीके सिंह और पुरुषोत्‍तम रुपाला आदि मौजूद रहे।

सड़क परिवहन मंत्रालय ने सीएनजी ट्रैक्‍टर के लिए मानक तय कर दिए हैं। मानक के अनुसार ट्रैक्‍टर बाजार में उपलब्‍ध होंगे। ट्रैक्टर में सीएनजी किट लगाई जाएगी, जिससे खेती पर आने वाले खर्च को कम किया जा सकेगा। ट्रैक्टर अन्य सीएनजी वाहनों की तरह स्टार्ट डीजल से होगा, लेकिन बाद में सीएनजी से चलेगा। गडकरी ने कहा कि सीएनजी किट मेक इन इंडिया के तहत बनाने की तैयारी है। उन्‍होंने कहा कि कृषि में इस्‍तेमाल होने अन्‍य उपकरणों को भी बायोसीएनजी में कनवर्ट करने की योजना है।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार लागत को कम करके किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण भारत में रोजगार के अवसर पैदा करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे किसान केवल ईंधन लागत में सालाना 1 लाख रुपये से अधिक की बचत कर सकेंगे।

 

भारत ने अपना पहला सीएनजी ट्रैक्टर किया लॉन्च,15 साल ज्यादा चला सकेंगे किसान

दिल्ली। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश का पहला सीएनजी से चलने वाला ट्रैक्टर लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि डीजल के बजाए सीएनजी ट्रैक्टर के इस्तेमाल से किसान सालाना एक लाख रुपये बचा सकेंगे। सीएनजी ट्रैक्टर से 80 फीसदी वायु प्रदूषण कम होगा, वहीं नए उत्सर्जन मानक के तहत उनको चलाने पर प्रतिबंध नहीं लगेगा और 15 साल तक किसान ऐसे ट्रैक्टरों को चला सकेंगे।

बता दें कि सरकार की कबाड़ नीति में 15 साल पुराने व्यवसायिक वाहनों को हटाने की योजना है। नितिन गडकरी ने कहा डीजल से बायो-सीएनजी इंजन में परिवर्तित किए गए सीएनजी ट्रैक्टर लॉन्च करने के कार्यक्रम में कही।

उन्होंने ट्रैक्टर की तकनीकी में किए गए बदलाव की कीमत के बारे में कुछ नहीं बताया। गडकरी ने कहा कि शुरूआत में तकनीकी मंहगी होती है लेकिन बाद में काफी सस्ती हो जाती है। जिससे आम आदमी इसे अपना सकता है।

सीएनजी ट्रैक्टर से किसान पैसे बचा सकेंगे इसके साथ ही गांव-कस्बों में डीजल से सीएनजी में बदलने की तकनीक संबंधी केंद्र खुलेंगे। जिससे बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा। खेतीबाड़ी, गेहूं, धान व कृषि से आदि वेस्ट से बायो-सीएनजी बनाने की योजना है।

सरकार हर साल पेट्रोलियम पदार्थ के निर्यात पर खर्च होने वाले आठ लाख करोड़ को कम करना चाहती है। यह वैकल्पिक ईधन को बढ़ावा देने से होगा। इसके तहत बायो-सीएनजी, इलेक्ट्रिकल, एथॉनोल, हाईड्रोजन आदि ईधन के उपयोग पर काम कर रही है।

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह :  नितिन गडकरी ने कहा- 2025 तक सड़क हादसों से मरने वालों की संख्या में लाएंगे 50% की कमी

नई दिल्ली। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के उद्घाटन कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगर हम 2030 तक इंतजार करेंगे तो सड़क हादसे में छह-सात लाख लोग और मर जाएंगे। इसलिए, हमने एक संकल्प लिया है कि 2025 से पहले सड़क दुर्घटनाओं और इसके कारण से होने वाली मौतों को 50 फीसदी से नीचे लाया जाए। इसमें लोगों की सहायता ली जाएगी, तभी ये काम पूरा हो पाएगा।

कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे देश में जितने सड़क हादसे हो रहे हैं उससे देश की अर्थव्यवस्था में जीडीपी के 3% का नुकसान होता है। कोरोना महामारी से 1.5 लाख से अधिक लोगों की जान गई है, लेकिन आज भी सड़क हादसों के कारण इससे ज़्यादा लोगों की जान जा रही है। ये हमारे लिए कोई सामान्य चुनौती नहीं है।