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पीएम मोदी शुक्रवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल का करेंगे दौरा, चक्रवात यास के प्रभाव की करेंगे समीक्षा

नई दिल्ली। चक्रवात यास के प्रभाव की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल (शुक्रवार) को ओडिशा और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। वह पहले भुवनेश्वर में उतरेंगे, जहां वह समीक्षा बैठक करेंगे, और फिर वे बालसोर, भद्रक और पुरबा मेदिनीपुर के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे।

बता दें कि बुधवार को देश के पूर्वी तटों से चक्रवाती तूफान ‘यास’ टकराया था। इस दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने के कारण कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं खेतों में पानी भर गया। यास के कारण पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में तबाही का मंजर है। हालांकि राहत बचाव कार्य के चलते तीनों ही राज्यों में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

 

 

 

ओडिशा के खुर्दा जिले में नौसेना ने बनाया कोविड देखभाल केंद्र, 150 बिस्तरों की है व्यवस्था

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने ओडिशा के खुर्दा जिले में कोविड मरीजों की देखभाल के लिए ओडिशा के नौसेना प्रभारी की देखरेख में अपने प्रशिक्षण केंद्र आईएनएस चिल्का में कोविड देखभाल केंद्र की स्थापना की है। जिसका उद्घाटन खुर्दा के जिलाधिकारी एसके मोहंती द्वारा 7 मई, 2021 को किया गया।

इस आइसोलेशन केंद्र में 150 बिस्तर उपलब्ध हैं। इसके अलावा नौसेना के अस्पताल आई एन एच एस निवारिनी में ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तर भी उपलब्ध कराए गए हैं, जो मध्यम लक्षणों वाले कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध रहेंगे। जिला चिकित्सा विभाग की तरफ से इस केंद्र में पूर्णकालिक चिकित्सक और अर्ध चिकित्सा कर्मी तथा नौसेना के केंद्र स्वास्थ्य कर्मी भी तैनात रहेंगे, जो कोविड मरीजों को 24×7 उपयुक्त स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराएंगे।

इस केंद्र के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में जिला अधिकारी ने कोविड महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में इस महत्वपूर्ण सहयोग के लिए भारतीय नौसेना की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि खुर्दा जिले में शुरू किए गए इस कोविड देखभाल केंद्र में न सिर्फ संक्रमित लोगों का बेहतर उपचार किया जाएगा बल्कि भारतीय नौसेना की तरफ से मिले इस सहयोग के कारण उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यह एक लक्ष्य के लिए काम करने हेतु नागरिक प्रशासन और सेना के सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है, जो कोविड संक्रमित मरीजों के लिए इस बीमारी से लड़ने में मददगार होगा।

 

PMMODI ने ओडिशा इतिहास के हिंदी संस्करण का किया विमोचन, कहा- भविष्य का आइना होना चाहिए इतिहास

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने आज ‘उत्‍कल केसरी’ डॉ. हरेकृष्‍ण महताब द्वारा लिखी गई पुस्‍तक ‘ओडिशा इतिहास’ का हिन्‍दी अनुवाद जारी किया। यह पुस्‍तक अब तक केवल उडि़या और अंग्रेजी भाषा में उपलब्‍ध है। शंकरलाल पुरोहित ने हिन्‍दी में इसका अनुवाद किया है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह महत्‍वपूर्ण है कि ओडिशा का विविध और विस्‍तृत इतिहास देश के लोगों तक पहुंचे। प्रधानमंत्री ने स्‍वाधीनता संग्राम में डॉ. महताब के योगदान को याद किया और समाज में सुधार के उनके संघर्ष के लिए उनकी सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि आपात स्थिति के दौरान डॉ. महताब उस पार्टी का विरोध करते हुए जेल गए, जिसके अंतर्गत वह मुख्‍यमंत्री बने थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी और देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए डॉ. महताब जेल गए।

प्रधानमंत्री ने भारतीय इतिहास और ओडिशा के इतिहास को राष्‍ट्रीय मंच तक ले जाने के लिए डॉ. महताब की महत्‍वपूर्ण भूमिका की चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनके योगदान ने ओडिशा में संग्रहालय, अभिलेखागार और पुरातत्‍व विभाग को संभव बनाया।  प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास न केवल अतीत से सबक होना चाहिए, बल्कि भविष्य का आइना भी होना चाहिए। देश आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए और हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को याद करते हुए इसे ध्यान में रख रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय परंपरा में इतिहास राजाओं और महलों तक सीमित नहीं है। इतिहास लोगों के साथ हजारों वर्षों में विकसित हुआ। यह विदेशी विचार प्रक्रिया है जिसने राजवंशों और महलों की कहानियों को इतिहास में बदल दिया है। प्रधानमंत्री ने रामायण और महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि हम उस प्रकार के लोग नहीं हैं, जहां अधिकांश वर्णन आम लोगों का है। हमारे जीवन में सामान्य व्यक्ति केंद्र बिंदु है।

 

ओडिशा : बिना परीक्षा कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों को मिलेगा प्रमोशन, जानिए कब से शुरू होगा नया सत्र

ओडिशा में कोरोना को लेकर कक्षा पहली से आठवीं तक पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को इस बार बिना परीक्षा के ही क्लास प्रमोशन प्रदान किया जाएगा। नए सत्र की शुरुआत जून महीने से हो सकती है। यह जानकारी विद्यालय व जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने शनिवार को दी है।

विद्यालय व जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में विधिवत निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन यह एक तरह से तय है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के चलते नियमित रूप से क्लास ना होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हुई है। जिस कराण अब नियमित परीक्षाएं आयोजित करना संभव नहीं है। इसलिए सभी विद्यार्थियों को क्लास प्रमोशन दिया जाएगा।

हालांकि कक्षा नौ के लिए ऑफलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी। जल्द ही इसकी तिथि घोषित कर दी जाएगी। इसके अलाव शिक्षा मंत्री ने कहा कि नया शिक्षा वर्ष अप्रैल महीने से चालू नहीं किया जा सकेगा। इसे जून तक प्रारंभ करने पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही इसके लिए विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी।

 

ओडिशा में जल गुणवत्ता जांचने के लिए सशक्त महिलाएं बनीं ‘जल योद्धा’, यहां पढ़िए पूरी खबर  

पानी की गुणवत्ता के बारे में जानना बेहद जरूरी है क्योंकि इसका सीधा संबंध लोगों की सेहत और खुशहाली से है। भारत सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत अब महिलाओं को जल की शुद्धता और गुणवत्ता की जांच करने के लिए सशक्त किया जा रहा है जहां वे खुद फील्ड टेस्ट किट्स (एफटीके) की मदद से इस कार्य को बखूबी कर पाएंगी। पानी की गुणवत्ता की जांच और निगरानी के ढांचे में विभाग की तरफ से दृष्टिकोण में बदलाव आया है। इसे एक सामुदायिक अधिकार के तौर पर विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है। इस नए दृष्टिकोण ने न सिर्फ जिम्मेदारियों में बदलाव किया है बल्कि समुदाय के साथ साझेदारी का विस्तार भी किया है। इसने इस मान्यता को तोड़ा है कि जल गुणवत्ता प्रबंधन सिर्फ इंजीनियरों का ही काम है और ये भरोसा बनाया है कि अगर सही तरीके से समुदाय को निर्देशित किया जाए तो यह काम लोग खुद भी कर सकते हैं।

ओडिशा के ग्रामीण जल आपूर्ति और स्वच्छता (आरडब्ल्यूएस एंड एस) विभाग ने 1 से 30  नवंबर, 2020 तक चले एक माह लंबे कैंपेन के जरिए 4 लाख जल स्रोतों पर स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जल की गुणवत्ता का परीक्षण करके इनके कौशल को बढ़ाया। इन जल स्त्रोतों में हैंड-पंप, ट्यूबवेल, कुंएं और जल वितरण केंद्र शामिल थे। इन स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों ने नमूने एकत्र किए और समुदाय की उपस्थिति में परीक्षण किया और पेयजल स्रोत में पाए गए प्रदूषण के बारे में उन्हें जागरूक किया। सभी नमूनों जो या तो किसी हानिकारक बैक्टीरिया से या किसी रसायन से प्रदूषित थे, उन्हें पुष्टि के लिए जिला और उप-विभागीय स्तर की प्रयोगशालाओं में भेजा गया।

अभियान के क्षमता-निर्माण ढांचे के आरेखीय रूप ने यहां तक ​​कि सबसे कम साक्षर समुदायों जैसे मल्कानगिरी, नवरंगपुर, सुंदरगढ़ के लोगों को भी एफटीके का उपयोग कर जल स्रोतों के परीक्षण में मदद की। कोविड-19 महामारी के दौरान जल स्रोतों का परीक्षण सुनिश्चित करना विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण था। 12 हजार स्व-रोजगार प्राप्त मैकेनिकों और महिला स्वयं सहायता समूहों के 11 हजार से अधिक सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया और इन्हें 7000 से अधिक एफटीके मुहैया करवाकर जल योद्धाओं के रूप में कार्य करने के लिए तैयार किया गया। ओडिशा के ग्रामीण जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग की प्रयोगशाला ने 105 लैब कर्मियों और ब्लॉक स्तर पर 314 जूनियर इंजीनियरों का एक समूह तैयार किया है। यह समूह सामुदायिक स्तर पर लोगों के स्वयं सहायता समूहों और स्वरोजगार प्राप्त मैकेनिकों को इस कैंपेन को चलाने में अपनी भूमिका अदा करने के लिए तैयार करेंगे।

इस दौरान इन जल योद्धाओं द्वारा 3 लाख जल स्रोतों का परीक्षण किया गया। अब विभाग के पास 11 हजार कुशल महिलाओं का कैडर है जो वर्ष में एक बार बैक्टीरियलोलॉजिकल परीक्षण और दो बार रासायनिक परीक्षण करते हैं। जल जीवन मिशन के तहत यह पहल अब और अधिक महिलाओं को पीने के पानी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगी।

 

 

ओडिशा सरकार शुरू करेगी मिशन शक्ति विभाग, प्रस्ताव को मिली मंजूरी,

ओडिशा सरकार मिशन शक्ति विभाग शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कल इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
नए विभाग की शुरुआत स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए उन्हें एक मंच पर लाने के प्रयोजन से की जा रही है। ताकि बेहतर तालमेल कायम हो सके और कार्यों के दुहराव से बचा जा सके।

दिल्ली समेत इन 8 राज्यों में फिर बढ़ रहे कोरोना के मामले,  रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने दिए निर्देश

नई दिल्ली।  केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के पॉल ने आज हरियाणा, आन्ध्र प्रदेश, ओडिशा, गोआ, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सचिव से बात की है।

बता दें कि इन राज्यो में हाल के दिनों में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई है।  इन आठ राज्यों में कोरोना के मामलों की समीक्षा भी गई है। इन राज्यों को निगरानी को बढ़ाने, कंटेनमेंट जोन बनाने और टेस्ट बढ़ाने को कहा गया है।

इसके अलावा दिल्ली के नौ जिलों, हरियाणा के 15 जिलों, आंध्र प्रदेश के 10, ओडिशा के 10, हिमाचल प्रदेश के 9, उत्तराखंड के 7 और गोआ के 1 जिले में टेस्ट में गिरावट देखी गई है। इन राज्यों में आरटीपीसीआर टेस्ट को बढ़ाने के लिए बोला गया है। इन जिलों में टीकाकरण अभियान को तेज कर मिशन मोड़ में चलाने को कहा गया है।

 

दूल्हे को मंडप में छोड़ भागी दुल्हन, पिता ने कराई छोटी बेटी की शादी

ओडिशा।कालाहांडी से एक अजीब घटना सामने आई है। यहां एक दुल्हन शादी के दिन दूल्हे को मंडप में अकेला छोड़ अपने ब्वायफ्रेंड के साथ फरार हो गई।

इसका नतीजा ये हुआ कि दूल्हे की शादी लड़की की 15 साल की छोटी बहन से कर दी गई। मामला सामने आने के बाद पुलिस लड़की को उसके ससुराल से वापस ले आई।

पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि पूरा नाटक तब शुरु हुआ जब एक दुल्हन 26 साल के दूल्हे को मंडप पर छोड़कर फरार हो गई। ऐसे में उसके माता-पिता के पास लड़की की छोटी बहन को शादी के लिए मनाने के सिवा कोई विकल्प नहीं समझ आया।

कालाहांडी के जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुकांति बेहरा ने कहा कि लड़की कक्षा 10 की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। उसको बचा लिया गया और उसे उसके भाई को सौंप दिया गया है।

उन्होंने कहा कि न तो दुल्हन के माता-पिता और न ही दूल्हे के परिवार को इस बात की जानकारी थी कि बाल विवाह गैरकानूनी है। लड़की ने अपने माता-पिता के घर में रहने और परीक्षा के लिए उपस्थित होने का विकल्प चुना है।

बेहरा ने कहा, “दोनों परिवारों के लिए एक काउंसिलिंग सेशन का आयोजन किया गया है और खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। इस घटना के बारे में पूछने पर, लड़की के पिता ने दावा किया कि वह एक कलीग के दबाव के कारण अपनी छोटी बेटी की शादी करने को सहमत हुए थे।

ओडिशा स्कूल के छात्रों को मिली हैप्पीनेस किट, ओडिशा में स्कूलों के इस महीने फिर से खुलने की संभावना

कोविद -19 स्थिति में सुधार को देखते हुए, राज्य सरकार ने छात्रों को  हैप्पीनेस किट गिफ्ट करने का फैसला किया है। छात्रों  की प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हैप्पीनेस किट में अन्य वस्तुओं के साथ मूंगफली, गुड़, छोले शामिल हैं ।

एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि फरवरी के पहले सप्ताह के दौरान हैप्पीनेस किट का वितरण शुरू किया जाएगा।

हैप्पीनेस किट में- मूंगफली, गुड़, छोले, दालचीनी, इलायची, बिस्कुट जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल होंगे। इसके अलावा, कलम, पेंसिल, नोटपैड, सैनिटरी नैपकिन, टूथपेस्ट, आयोडीन युक्त नमक और साबुन सहित स्टेशनरी आइटम भे होंगे। शिक्षा मंत्री एसआर दास के अनुसार, पहले चरण में पांच जिलों में फैले 1,916 स्कूलों के कम से कम 1.83 लाख बच्चे लाभान्वित होंगे।

कार्यक्रम बाद में राज्य के अन्य जिलों में विस्तारित किया जाएगा। 60,000 स्कूलों के 30 लाख बच्चे किट का लाभ उठा सकेंगे। बता दें , राज्य सरकार ने अक्षय पात्र फाउंडेशन को किट वितरण में  नौकरी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

ओडिशा : कोरापुट में हुई दुर्घटना में लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने जताया दुख

ओडिशा। प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी ने ओडिशा के कोरापुट में हुई दुर्घटना में लोगों की मौत पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि मेरी संवेदना उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने ओडिशा के कोरापुट में हुए दर्दनाक हादसे में अपने प्रियजनों को खो दिया है। आशा करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे।

बता दें कि त्रिपुरा में कोरापुट जिले के कोटपेड पुलिस थाना अंतर्गत मुर्तहांडी के पास सोमवार को यानी आज एक वाहन पेड़ से टकराकर फिसल गया। हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 13 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस ने बताया कि रविवार देर रात कोरापुट जिले के कोटपाड पुलिस थाने के मुर्तहांडी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 326 पर एक यात्री वाहन के एक पेड़ से टकराने के बाद सड़क से फिसलकर नीचे गिरने से 9 लोगों की मौके पर मौत हो गई। पुलिस के साथ स्थानीय लोग किसी तरह घायलों को कोटपेड अस्पताल ले गए और बाद में घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जगदलपुर में एक अस्पताल में भर्ती किया गया।