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चुनाव आयोग का बड़ा फैसला, मतगणना के बाद विजय जुलूसों पर लगाया प्रतिबंध

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि 2 मई से विधानसभा चुनाव की जीत के जश्न पर पाबंदी होगी। यानी पश्चिम बंगाल, केरल सहित जिन 5 राज्यों में चुनाव हुए हैं, उनके नतीजे 2 मई को आने वाले हैं। लेकिन काउंटिंग शुरू होने के बाद राजनीतिक पार्टियां चुनाव जीतने के बाद जश्न, रैली, विजय जुलूसों इत्यादि नहीं निकाल पाएंगी। चुनाव के बाद की इन सारी गतिविधियों पर चुनाव आयोग ने प्रतिबंध लगा दिया है।

बता दें कि तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं तो वहीं पश्चिम बंगाल में अभी एक चरण के लिए वोटिंग होनी है। इन सभी राज्यों में हुए वोटिंग के नतीजे 2 मई को आएंगे। ऐसे में कोरोना का प्रसार भी देश में काफी तेजी के साथ देखा जा रहा है। जिसको देखते हुए चुनाव आयोग ने मतगणना के दिन या फिर उसके बाद होने वाले विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए उठाया गया है।

कोरोना का संकट पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ा है। इस बीत हो रही चुनावी रैलियों को लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे थे। बता दें कि बंगाल में सातवें चरण के मतदान से पहले चुनाव आयोग ने बड़ी रैलियों, रोड शो और पद यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था, राजनीतिक दलों से वर्चुअल सभाएं करने की अपील की थी।

पुडुचेरीः कांग्रेस चुनाव समिति में पूर्वी सीएम नारायणसामी के सामने नेताओं में जमकर हुई हाथापाई, वीडिया वायरल

नई दिल्ली। पुडुचेरी में कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में आज जमकर हंगामा हो गया। दरअसल, पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर आज कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक हुई। कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक के दौरान हंगामा उस वक्त मच गया, जब पार्टी के ही एक नेता ने डीएमके का झंडा लहराया। इस बैठक में पुडुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री नारायणसामी भी मौजूद थे। नारायणसामी के सामने ही नेताओं में जमकर हाथापाई हुई। इसका वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि कि कैसे नेता एक-दूसरे के साथ हाथापाई कर रहे हैं।

कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक के दौरान हुए हंगामे के बाद कांग्रेस कार्यालय के बाहर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।

डीएमके की 12 उम्मीदवारों वाली लिस्ट जारी

पुडुचेरी में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर डीएमके ने 13 में से 12 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। बागुर निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार की घोषणा बाद में की जाएगी। इस सूची के अनुसार एस गोपाल का मुकाबला उरुलियानपेट से, उप्पलम से वी अनिपाल केनेडी, मंगलम से सूर्य कुमरावेल, मुदलियारपेट से एल संपत, विल्लियानूर से के आर शिव और नेलिथुपु निर्वाचन क्षेत्र से वी कार्तिकेयन चुनाव लड़ेंगे। वहीं एसपी शिवकुमार राजभवन निर्वाचन क्षेत्र से, मन्नादीपट्टू से ए के कुमार, कल्लपट्टू से एस मुथुवेल, थिरुपुनाई से ए मुगिलन, कराइकल दक्षिण से एएमएच नजीम और नीरवी थिरुपट्टिनम से एम नगथियाराजन चुनाव लड़ेंगे।

पुडुचेरी में 2 करोड़ के स्वर्ण आभूषण जब्त

निर्वाचन विभाग के फ्लाइंग स्क्वैड ने केंद्र शासित प्रदेश के सीमावर्ती गांव गोरिमेडु में एक वाहन से दो करोड़ रुपये के स्वर्ण आभूषण जब्त किए हैं। यह वाहन पड़ोसी राज्य तमिलनाडु से आ रहा था। फ्लाइंग स्क्वैड ने शुक्रवार रात वाहन को रोक कर जांच की तो पता चला कि उचित दस्तावेज के बगैर उसमें आभूषण ले जाए जा रहे हैं। इसी दिन कराइकाल में एक वाहन से 50 लाख रुपये नकद और 3700 लीटर स्पि्रट बरामद किया गया। छह अप्रैल को होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए वाहनों की जांच की जा रही है और सख्ती बरती जा रही है

Assembly Elections 2021:  चुनाव आयोग ने की तारीखों की घोषणा, जानिए 5 राज्यों में कब होगा मतदान ?

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने शुक्रवार शाम पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। प्रेस कांफ्रेस में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि  साल 2021 ने पूरी दुनिया की एकजुटता और समझ में लचीलापन बनाया है। हमें उम्मीद की कहानियों से राहत मिलेगी। चुनाव के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पूरा पालन होगा।

बता दें कि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, उनमें तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी हैं। इन सभी राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को आएंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त कहा कि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होगा। पहला चरण 27 मार्च, दूसरा 1 अप्रैल, तीसरा 6 अप्रैल, चौथा 10 अप्रैल, पांचवां चरण 17 अप्रैल, छठा चरण 22 अप्रैल, सातवां चरण 26 अप्रैल और आठवें चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। पुडुचेरी में चुनाव 6 अप्रैल को होंगे। असम विधानसभा चुनाव 3 चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 27 मार्च, दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल और तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को होगा। इसके अलाव तमिलनाडु में एक चरण में मतदान होंगे, जिसमें सभी सीटों पर 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। केरल में भी एक चरण में मतदान होगा  जोकि 6 अप्रैल को होगा।

 

पुडुचेरी पहुंचकर पीएम मोदी कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- ‘पूरे भारत में लोग कांग्रेस को खारिज कर रहे हैं’

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुडुचेरी में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन भी मौजूद रहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान पुडुचेरी के विकास के लिए हर संभव समर्थन का आश्वासन दिया और उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारे औपनिवेशिक शासकों की बांटो और राज करो की ​नीति थी, कांग्रेस की बांटो, झूठ बोलो और राज करो की नीति है। वो झूठ बोलने में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल विजेता हैं।

पीएम मोदी ने मत्स्यपालन मंत्रालय वाले बयान को लेकर राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यहां आकर कहते हैं कि हम मछुआरों के लिए मत्स्यपालन मंत्रालय बनाएंगे, मैं हैरान था। सच ये है कि मौजूदा एनडीए सरकार ने 2019 में मछुआरों के लिए मंत्रालय बनाया था

पुडुचेरी को BEST बनाना चाहते हैं- पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यदि आप मुझे पुडुचेरी के लिए अपना घोषणा पत्र साझा करने के लिए कहेंगे तो मैं कहूंगा कि हम पुडुचेरी को बेस्ट बनाना चाहते हैं। एनडीए पुडुचेरी को बेस्ट बनाना चाहता है। बेस्ट से मेरा मतलब है- B फॉर बिजनेस हब, E फॉर एजुकेशन हब। S फॉर स्प्रिचुअल हब और T फॉर टूरिज्म हब। कांग्रेस की हाई कमान सरकार ने सहकारी समितियों का प्रबंधन ठीक से नहीं किया। मैं गुजरात से आता हूं, जहां सहकारी आंदोलन ने कई लोगों का जीवन बदल दिया है। एनडीए सरकार पुडुचेरी में सहकारी क्षेत्र को जीवंत बनाने के लिए काम करेगी।

कांग्रेस लोगों के लिए काम करने में विश्वास नहीं करती- पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2016 में पुडुचेरी के लोगों ने बहुत उम्मीद के साथ कांग्रेस के लिए वोट किया। उन्हें लगा कि सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। पांच साल बाद लोग निराश हैं। उनके सपने और उम्मीदें टूट चुकी हैं। कांग्रेस दूसरों को लोकतंत्र विरोधी कहने का कोई मौका नहीं छोड़ती, उन्हें खुद को शीशे में देखने की जरूरत है। उन्होंने हर संभव तरह से लोकतंत्र का अपमान किया। पुडुचेरी में उन्होंने पंचायत के चुनाव कराने से मना कर दिया। कांग्रेस सरकार ने पुडुचेरी में हर सेक्टर को नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस लोगों के लिए काम करने में विश्वास नहीं करती है, मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस क्यों नहीं चाहती कि कोई दूसरा लोगों के लिए काम करे।

नारायणसामी के गलत अनुवाद पर निशाना

हाल ही में राहुल गांधी दो दिन के लिए पुडुचेरी आए थे। इस दौरान उन्होंने मछुआरों के समुदाय से बातचीत की। बातचीत के दौरान महिला ने मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े कर दिए थे। महिला ने जो कहा उसका नारायणसामी ने गलत अनुवाद किया। इसे लेकर भी प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी पर निशाना साथा। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले पूरे देश ने एक वीडियो देखा। एक असहाय महिला चक्रवात और बाढ़ के दौरान पुडुचेरी सरकार और सीएम की उपेक्षा के बारे में शिकायत कर रही थी, देश को सच्चाई बताने के बजाय, पुडुचेरी के पूर्व सीएम ने महिला के शब्दों का गलत अनुवाद किया। उसकी आंखों में दर्द साफ देखा जा सकता था। उन्होंने लोगों और अपने ही नेता से झूठ बोला। क्या ऐसी पार्टी जिसकी संस्कृति झूठ पर आधारित है, कभी लोगों की सेवा कर सकती है?

पूरे भारत में लोग कांग्रेस को खारिज कर रहे हैं

प्रधानमंत्री मोंदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि 2016 में पुडुचेरी को एक ऐसी सरकार मिली, जो दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान की सेवा में व्यस्त थी। उनकी प्राथमिकताएं अलग थीं। पूर्व सीएम कांग्रेस हाईकमान की चप्पल उठाने में एक्सपर्ट थे। पूरे भारत में लोग कांग्रेस को खारिज कर रहे हैं। संसद में उनकी सीटें इतिहास में अब तक सबसे कम हैं। सामंती राजनीति, वंशवाद की राजनीति, संरक्षण की राजनीति की कांग्रेस संस्कृति समाप्त हो रही है।

हाल ही में कांग्रेस नीत सरकार गिरी

बता दें कि प्रधानमंत्री का केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी के दौरे पर ऐसे समय आए हैं, जब हाल में यहां काबिज कांग्रेस नीत सरकार गिर गई है। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को वहां राष्ट्रपति शासन लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के इस्तीफे के बाद किसी भी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया। इसके बाद उपराज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की, जिसे केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। बता दें कि यहां इस साल चुनाव भी होने हैं।

राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद विधानसभा भंग कर दी जाएगी

केंद्रीय कैबिनेट से राष्ट्रपति शासन लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। अब राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद वहां विधानसभा भंग कर दी जाएगी और प्रशासनिक कामकाज के लिए जल्द ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही वहां चुनावी आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। अपने ही विधायकों के इस्तीफे के कारण नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई थी। सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही नारायणसामी ने अपनी कैबिनेट का इस्तीफा सौंप दिया।

हेल्थकेयर सेक्टर आने वाले समय में मुख्य भूमिका निभाएगा

प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि हेल्थकेयर सेक्टर आने वाले समय में मुख्य भूमिका निभाएगा। जो देश स्वास्थ्य में निवेश करेंगे, वो चमकेंगे। इस साल के बजट में स्वास्थ्य सेक्टर को बड़ी बढ़त मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के उद्देश्य के अनुरूप, वे JIPMER में ब्लड सेंटर का उद्घाटन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी विकास की जरूरतों को पूरा करने के​ लिए भारत को विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। एनएच 45-ए की 4 लेन की आधारशिला रखी गई है। इससे कनेक्टिविटी बढ़ेगी और आर्थिक गतिविधियों की गति बढ़ेगी।

परियोजनाएं पुडुचेरी के लोगों के जीवन में होगा सुधार

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हम जिन विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं, इससे पुडुचेरी के लोगों के जीवन में सुधार होगा। यहां के लोग काफी प्रतिभाशाली हैं। यहां भूमि काफी सुंदर है। यहां मुझे पुन: निर्मित मैरी बिल्डिंग का उद्घाटन करके बहुत खुशी हो रही है। विरासत को बरकरार रखते हुए इमारत को अपनी पुरानी रूप में फिर से बनाया गया है।

तट पुडुचेरी की आत्मा है

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि पूरे भारत में किसान नवाचार कर रहे हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि उनकी उपज को अच्छे बाजार मिले। इसे सुनिश्चित किया जाए। भारत सरकार ने ग्रामीण और तटीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं। पूरे भारत में कृषि क्षेत्र को इससे लाभ मिलेगा। तट पुडुचेरी की आत्मा है। मत्स्य बंदरगाह विकास, जहाजरानी और एक ब्लू इकोनॉमी में काफी क्षमता है। सागरमाला योजना के तहत पुडुचेरी बंदरगाह विकास की नींव रखकर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। डीबीटी ने विभिन्न योजनाओं के तहत कई लाभार्थियों की मदद की है। यह लोगों को अपनी पसंद बनाने में सशक्त बनाता है। पुडुचेरी में औद्योगिक और पर्यटन विकास के लिए बहुत अधिक संभावनाएं हैं, जो रोजगार के बहुत सारे अवसर प्रदान करेगी।

खेल हमें खेल भावना सिखाता है

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि मुझे यहां स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 400 मीटर के सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक की आधारशिला रखकर खुशी हो है। यह खेलो इंडिया योजना का हिस्सा है। खेल हमें खेल भावना सिखाता है। पुडुचेरी के युवा अब राष्ट्रीय और वैश्विक खेलों में भाग ले सकते हैं। 100 बिस्तरों वाले गर्ल्स हॉस्टल का उद्घाटन आज खेलों की मदद के लिए एक और पहल है।

विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कराईकल में जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने न्यू कैंपस- I की आधारशिला भी रखी। यह परियोजना लगभग 491 करोड़ रुपये की है। उन्होंने यहां ब्लड सेंटर का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री चार लेन के एनएच 45 का भी शिलान्यास किया। 56 किलोमीटर का यह हाईवे सत्तानाथ पुरम से नागपट्टिनम तक होगा। इस परियोजना की लागत लगभग 2,426 करोड़ रुपये है। प्रधानमंत्री सागरमाला योजना के तहत पुडुचेरी में माइनर पोर्ट के विकास की आधारशिला भी रखी। बता दें कि प्रधानमंत्री तमिलनाडु के दौरे पर भी जाने वाले हैं।

तमिलनाडु में देश को नेवेली न्यू थर्मल पावर प्रोजेक्ट समर्पित करेंगे

तमिलनाडु में लगभग 4 बजे, प्रधानमंत्री मोदी देश को नेवेली न्यू थर्मल पावर प्रोजेक्ट समर्पित करेंगे। यह एक लिग्नाइट आधारित पावर प्लांट है, जिसे 1000 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसमें 500 मेगावाट की क्षमता वाली दो इकाइयां हैं। ये परियोजना लगभग 8000 करोड़ रुपये की लागत का है। इससे तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पुडुचेरी को लाभ मिलेगा। तमिलनाडु की हिस्सेदारी लगभग 65 प्रतिशत होगी। प्रधानमंत्री देश को एनएलसीआइएल का 709 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना को भी समर्पित करेंगे, जो तिरुनेलवेली, तूतीकोरिन, रामनाथपुरम और विरुदनगर जिलों में लगभग 2670 एकड़ क्षेत्र में स्थापित है। यह परियोजना 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की है।

पुडुचेरी में कांग्रेस को लगे झटके का तमिलनाडु पर पड़ सकता है असर, समीकरण साधने की कोशिश करेगी भाजपा

विधानसभा चुनावों के ठीक पहले पुडुचेरी में कांग्रेस सरकार के पतन से भाजपा को वहां पर तो लाभ मिलने की स्थिति बनी ही है साथ ही तमिलनाडु में भी वह इसका फायदा उठाने की कोशिश करेगी। पुडुचेरी की राजनीति काफी हद तक तमिलनाडु से प्रभावित होती है और वहां पर द्रमुक और अन्नाद्रमुक का खासा प्रभाव है। इस घटनाक्रम से द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन को झटका लगा है, जबकि अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन को राहत मिली है।

पुडुचेरी में जो स्थितियां हैं उसमें वहां पर राष्ट्रपति शासन लगना तय माना जा रहा है। ऐसे में वहां की उप राज्यपाल का प्रभार संभाल रही तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सुन्दरराजन की भूमिका अहम होगी। सुंदरराजन मूल रूप से तमिलनाडु की है और वह लोगों से सीधा संवाद कर भाजपा की मददगार हो सकती हैं। साथ ही तमिलनाडु के लिए भी एक संदेश दे सकती हैं।

भाजपा के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि पुडुचेरी से से ज्यादा महत्वपूर्ण तमिलनाडु है। पुडुचेरी में जिस तरह कांग्रेस और द्रमुक का गठबंधन सरकार बचाने में असफल रहा है उससे तमिलनाडु के लोगों में भी इस गठबंधन को लेकर अविश्वास पैदा होगा। दूसरी तरफ सरकार विरोधी माहौल से जूझ रही अन्नाद्रमुक को इससे राहत मिलेगी, क्योंकि भाजपा भी अब उसके गठबंधन में शामिल है। इसलिए दोनों दल विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद कर सकते हैं।

अब पुडुचेरी से भी कांग्रेस को धोना पड़ा हाथ, सीएम ने इस्तीफा देते हुए केंद्र पर लगाए आरोप

नई दिल्ली। सोमवार को पुडुचेरी में काफी राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिली, इस बीच कांग्रेस सरकार को सत्ता से हाथ धोना पड़ा। मुख्यमंत्री नारायणसामी ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए कहा- ‘ये लोकतंत्र की हत्या है, ऐसा देश में कहीं नहीं होता। पुडुचेरी के लोग इन्हें सबक सिखाएंगे।’

सीएम ने कहा, ‘तीन नामित सदस्यों को विश्वास प्रस्ताव में कहीं भी मतदान का अधिकार नहीं है, मेरा संबोधन खत्म होने के बाद सरकार के व्हिप ने इस मुद्दे को उठाया लेकिन अध्यक्ष इससे सहमत नहीं हुए। ये लोकतंत्र की हत्या है, ऐसा देश में कहीं नहीं होता। पुडुचेरी के लोग इन्हें सबक सिखाएंगे।’

बता दें कि आज यहां विश्वास मत परीक्षण होना था, लेकिन मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने इसके पहले ही सदन से वॉकआउट कर दिया, जिसके बाद विधानसभा स्पीकर ने ऐलान किया कि नारायणसामी सरकार ने यहां बहुमत खो दिया है और उन्हें मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना होगा।

पुडुचेरी की नवनियुक्त उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था। आज के पूरा घटनाक्रम की शुरुआत पुडुचेरी विधानसभा के एक दिन का विशेष सत्र शुरू होने के कुछ मिनटों बाद ही हो गई। मुख्यमंत्री नारायणसामी ने विश्वास मत का प्रस्ताव रखा, लेकिन प्रस्ताव को वोटिंग के लिए रखे जाने से पहले ही वो और उनके सत्ताधारी पक्ष के विधायक वॉक आउट कर गए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष पी शिवकोलंधु ने घोषणा की कि वो विश्वास मत हार गए हैं। इसके बाद नारायणसामी राज भवन के लिए निकल गए। वोटिंग से पहले बोलते हुए मुख्यमंत्री नारायणसामी ने आरोप लगाया था कि ‘पूर्व उप राज्यपाल किरण बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ मिलकर सरकार को गिराने की कोशिश की। हमारे विधायक एकजुट रहे तो हम बीते 5 साल निकालने में सफल रहे। हमने केंद्र सरकार से फंड की अपील की लेकिन वो नहीं देकर केंद्र ने पुडुचेरी के लोगों से धोखा दिया है।’

विधानसभा में मुख्यमंत्री ने आज कहा, ‘हम दो भाषाओं के सिस्टम का अनुसरण करते हैं लेकिन BJP जबरन हिंदी भाषा लागू करने की कोशिश कर रही है।’ उन्होंने यह भी कहा,  ‘हमने द्रमुक व स्वतंत्र विधायकों के सहयोग से सरकार का गठन किया। इसके बाद हमने  अनेकों चुनाव लड़ा। हमने सभी उपचुनावों में जीत हासिल की। यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी की जनता हमपर भरोसा करती है।’   मुख्यमंत्री ने कहा, ‘विधायकों को पार्टी के प्रति विश्वसनीय होना चाहिए। जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है वो लोगों का सामना नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें लोग मौका परस्त बोलेंगे।’

शक्ति परीक्षण से पहले रविवार को कांग्रेस और द्रमुक के एक-एक विधायकों के इस्तीफा देने के कारण सरकार पर संकट बढ़ गया है। अब सत्ता पक्ष के पास 12 विधायक हैं जबकि विपक्षी सदस्यों की संख्या 14 है। 33 सदस्यीय विधानसभा में सात स्थान रिक्त हैं।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक बेनतीजा, मुख्यमंत्री का विपक्ष के पास 11 MLA होने का दावा

पुडुचेरी में उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन द्वारा मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को 22 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिए जाने के बाद गुरुवार रात हुई सत्तारूढ़ कांग्रेस विधायक दल की बैठक बेनतीजा रही। बैठक के दौरान आगे की रणनीति पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका और बहुमत साबित करने से एक दिन पहले बैठक करने का संकल्प लिया गया।

मुख्यमंत्री आवास में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद नारायणसामी ने दावा किया कि केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा में नामित किए गए तीनों (भाजपा) विधायकों को विश्वास प्रस्ताव के दौरान मतदान का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह विपक्ष के पास 14 नहीं बल्कि 11 विधायकों का संख्याबल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर विधि विशेषज्ञों की सलाह लेंगे।

पिछले महीने से दो मंत्रियों सहित चार विधायकों के इस्तीफे के बाद नारायणसामी सरकार संकट का सामना कर रही है। पुडुचेरी की नवनियुक्त उप राज्यपाल सौंदरराजन ने 22 फरवरी को विधानसभा का सत्र बुलाया है, जिस दौरान विश्वास मत के जरिए नारायणसामी सरकार का भविष्य निर्धारित होगा।

पुडुचेरी की 33 सदस्यीय विधानसभा में अभी 28 सदस्य ही हैं, जिनमें कांग्रेस के 10 सदस्य हैं और इनमें विधानसभा अध्यक्ष भी शामिल हैं। कांग्रेस के गठबंधन साझेदार द्रमुक के तीन सदस्य तथा माहे क्षेत्र से एक निर्दलीय विधायक का भी नारायणसामी नीत सरकार को समर्थन प्राप्त है। वहीं, विपक्षी दलों के 14 सदस्य हैं।