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योगी सरकार का बड़ा फैसला, जानिए यूपी में किस दिन से खुलेंगे कक्षा 1 से 5 और 6 से 8 तक के स्कूल ?

लखनऊ। कोरोना के कारण बंद पड़े स्कूलों को उत्तर प्रदेश ने अब जल्द खोलने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल खोलने के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दे दी है। ऐसे में अब यूपी में कक्षा 6 से 8 तक के स्कूल 10 फरवरी और कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल 1 मार्च से खोले जाएंगे। प्रदेश में 9 से 12 तक की क्लासेज 19 अक्तूबर से ही चल रही हैं।

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा मीटिंग में सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार स्कूलों में कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई आगामी दिनों में प्रारंभ करने पर विचार करने को कहा था। जिसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने सरकार को 10 फरवरी से कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाएं और 1 और 5 तक की कक्षाएं 1 मार्च से खोलने का प्रस्ताव भेजा, जिसको सरकार ने मंजूरी दे दी।

दिल्ली में आज से खुले 9वीं और 11वीं क्लास के लिए स्कूल, इन नियमों का करना होगा पालन !

नई दिल्ली। दिल्ली में अब कोरोना का कहर धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 9वीं और 11वीं क्लास के लिए स्कूल खोल दिए हैं।

शुक्रवार को यानी आज से 9वीं और 11वीं के लिए स्कूल खोल दिए गए। जिसकी वजह से स्कूलों में काफी समय बाद चहल-पहल देखने को मिल रही है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 5 फरवरी से स्कूलों और डिग्री डिप्लोमा संस्थानों को फिर से खोलने की घोषणा की थी।

मनीष सिसोदिया ने कहा था कि कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों के लिए स्कूल, इसके अलावा कॉलेजों और डिग्री डिप्लोमा संस्थानों को 5 फरवरी से दिल्ली में फिर से खोला जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार जल्द ही कक्षा 9वीं और 11वीं के लिए परीक्षा और प्रोजेक्ट्स के लिए अस्थायी तारीखें भी जारी करेगी।

कक्षा 9वीं और 11वीं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के लिए नियम और शर्तें वहीं रहेंगी, जो कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के लिए बताई गई थीं।  वहीं, छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए दिए गए दिशा निर्देशों में लगातार सैनिटाइजेशन करना, कम समय के लिए कक्षा संचालित करना और स्कूलों में अलग-अलग गेट के माध्यम से एंट्री और एग्ज़िट करना शामिल है।

 

ओडिशा स्कूल के छात्रों को मिली हैप्पीनेस किट, ओडिशा में स्कूलों के इस महीने फिर से खुलने की संभावना

कोविद -19 स्थिति में सुधार को देखते हुए, राज्य सरकार ने छात्रों को  हैप्पीनेस किट गिफ्ट करने का फैसला किया है। छात्रों  की प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हैप्पीनेस किट में अन्य वस्तुओं के साथ मूंगफली, गुड़, छोले शामिल हैं ।

एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि फरवरी के पहले सप्ताह के दौरान हैप्पीनेस किट का वितरण शुरू किया जाएगा।

हैप्पीनेस किट में- मूंगफली, गुड़, छोले, दालचीनी, इलायची, बिस्कुट जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल होंगे। इसके अलावा, कलम, पेंसिल, नोटपैड, सैनिटरी नैपकिन, टूथपेस्ट, आयोडीन युक्त नमक और साबुन सहित स्टेशनरी आइटम भे होंगे। शिक्षा मंत्री एसआर दास के अनुसार, पहले चरण में पांच जिलों में फैले 1,916 स्कूलों के कम से कम 1.83 लाख बच्चे लाभान्वित होंगे।

कार्यक्रम बाद में राज्य के अन्य जिलों में विस्तारित किया जाएगा। 60,000 स्कूलों के 30 लाख बच्चे किट का लाभ उठा सकेंगे। बता दें , राज्य सरकार ने अक्षय पात्र फाउंडेशन को किट वितरण में  नौकरी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

दिल्ली-राजस्थान में आज से खुले स्कूल, जानिए क्या हैं नियम ?  

नई दिल्ली। दिल्ली और राजस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से बीते दस महीने से बंद स्कूलों को सोमवार यानी आज से खोल दिया गया है। राज्य सरकारों ने इसके लिए स्कूलों को गाइडलाइन (एसओपी) जारी की है। गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है।

कोरोना वायरस के कारण मार्च 2020 से देशभर में स्कूल बंद थे। जिसे अब धीरे-धीरे खोला जा रहा है। दिल्ली और राजस्थान के 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए स्कूल आज से खुल गए हैं।

बता दें कि दिल्ली सरकार ने यह फैसला बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए लिया है। 4 मई से बोर्ड की परीक्षाएं होने वाली हैं, जिसके लिए प्री-बोर्ड, प्रैक्टिकल एग्जाम भी होंगे। जिसे ध्यान में रखकर सरकार ने स्कूल खोलने की अनुमति दी है। इसके लिए सारी तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। स्कूल खुलने के साथ ही स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हैंड सैनिटाइजर से संबंधित नियमों का भी  पालन करना अनिवार्य है।

केजरीवाल सरकार ने किया ऐलान, दिल्ली में 18 जनवरी से शुरू होंगी 10वीं और 12वीं की क्लास

नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार ने कक्षा 10 और 12 के स्‍टूडेंट्स के लिए स्‍कूल खोलने की परमिशन दे दी है। बुधवार को जारी सर्कुलर के अनुसार, सरकारी और प्राइवेट स्‍कूल केवल कक्षा 10 और 12 के स्‍टूडेंट्स को  18 जनवरी  से बुला सकते हैं। हालांकि इसके लिए पेरेंट्स की परमिशन लेना अनिवार्य होगा।

बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए 16 मार्च 2020 में केजरीवाल सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया था। देश में अब जब कोरोना के नए मामलों में राहत दिखने लगी है तो सरकार ने स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि इससे पहले सभी क्लास ऑनलाइन चल रही थीं।

तेलंगाना राज्य में फिर खुले स्कूल, मुख्यमंत्री ने जारी किए ये दिशानिर्देश

कोरोना महामारी के बाद देश के कई राज्यों में या तो स्कूल खोल दिए गए है या फिर खोलने की तैयारियां की जा रही है। जब से कोरोना महामारी ने देश को जकड़ा था तभी से स्कूल व कॉलिज के बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई शुरु हो गई थी। अब ऑनलाइन क्लासेज़ के बाद बच्चों के लिए स्कूल में जा कर पढ़ना थोड़ा मुश्किल का काम हो सकता है। वापस से स्कूल के रुटीन पर आने में थोड़ा समय लग सकता है। खैर देश के अन्य राज्यों की तरह तेलंगाना ने भी 9वीं कक्षा के छात्रों के लिए 1 फरवरी से स्कूल खोल देने का ऐलान किया है।

बता दें, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि कक्षा 9 वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए 1 फरवरी से स्कूल शुरू हो जाएंगे। मुख्यमंत्री राव ने सभी राजस्व विभाग से संबंधित मुद्दों को तुरंत हल करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सीएम ने अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर धरनी पोर्टल पर सभी आवश्यक परिवर्तन, परिवर्धन करने के भी निर्देश दिए।

उन्होंने निर्देश दिया कि 1 फरवरी से 9 वीं कक्षा से 12वीं तक की कक्षाओं को फिर से शुरू करने की व्यवस्था की जानी चाहिए, साथ ही कोरोना टीकाकरण की सभी व्यवस्थाएँ जल्द से जल्द पूरी कर ली जाए। मुख्यमंत्री ने वनों को पुनर्जीवित करने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिए।

बताया जा रहा है की सीएम ने सोमवार को प्रगति भवन में मंत्रियों और कलेक्टरों के साथ बैठक की। बैठक में सरकारी सलाहकारों, विभागों के सचिवों और विभागों के प्रमुखों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री राव ने बेठक में कहा कि तेलंगाना राज्य के गठन से पहले, राजस्व अभिलेखों का रखरखाव अराजकता में था और इससे अक्सर झड़प और मुकदमेबाजी होती थी। उन्होंने संतोष व्यक्त किया है कि बिक्री और खरीद करने के लिए शुरू किए गए धरनी पोर्टल, पारदर्शी तरीके से रिकॉर्ड का रखरखाव पूरी तरह से सफल रहा। एक सप्ताह के भीतर धरनी पोर्टल में संशोधन किया जाना चाहिए।सीएम ने जिला कलेक्टरों को व्यक्तिगत रूप से पहल करने और राजस्व विभाग से संबंधित सभी मुद्दों को हल करने के लिए कहा।