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हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, जानिए प्रदेश में किस दिन से खुलेंगे कक्षा तीन से पांचवीं तक के स्कूल ?

हरियाणा सरकार ने 24 फरवरी से कक्षा 3 से 5 तक के छात्रों के लिए फिर कक्षाएं शुरु करने का फैसला किया है।इन स्टूडेंट्स की कक्षाएं प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक आयोजित की जाएंगी। इसके पहले आठवीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स के लिए 27 जुलाई से स्कूल खुल चुके हैं। अगर स्‍टूडेंट ऑनलाइन क्‍लास चाहेंगे तो यह क्‍लास भी उनके लिए जारी रखी जाएंगी।

बता दें कि हरियाणा शिक्षा विभाग ने कक्षा तीसरी से पांचवीं तक के बच्चों के लिए 24 फरवरी से स्कूल खोलने की घोषणा की है। हरियाणा में कोरोना महामारी के बाद स्कूल-कॉलेज बंद थे, जिनको सरकार एक-एक करके खोल रही है।

 

कोरोना संकट से उबर रहे बिहार में 1 मार्च से शुरू होगी कक्षाएं, शिक्षा विभाग ने दी अनुमति

कोरोना संकट की रफ्तार धीमी पड़ने के बाद अब बिहार में 1 मार्च से कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। बिहार शिक्षा विभाग ने हाल ही में आयोजित संकट प्रबंधन समूह के परामर्श के बाद प्राथमिक कक्षाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी है।

समूह की बैठक की अध्यक्षता करने वाले मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि- 1 मार्च से जूनियर छात्रों के लिए स्कूल को फिर से खोलने का फैसला किया गया है। कक्षाओं की निरंतरता या समाप्ति का फैसला करने के लिए 15 दिनों के बाद इसकी समीक्षा बैठक होगी। बता दें कि अभी 6th से 12 वीं तक की कक्षाएं कोविड गाइडलाइन के नियम के साथ और 50 प्रतिशत स्टूडेंट्स के साथ खुल गए हैं।

उधर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक स्कूलों को भी कक्षा 6 से 12 के लिए जारी किए गए कोविड-19 गाइडलाइन और सुरक्षा के लिए जारी सारे दिशानिर्देश का पालन करना होगा। प्राथमिक कक्षा के छात्रों को भी वरिष्ठ छात्रों की तरह ही स्कूल खोलने के पहले दिन दो फेस मास्क दिए जाएंगे। वर्तमान शैक्षणिक सत्र समाप्त होने वाला है। ऐसे में प्राथमिक कक्षाएं शुरू करने के सरकार के फैसले का कई अभिभावकों ने भी स्वागत किया है। वहीं प्राथमिक कक्षाओं के स्कूलों को फिर से खोलने से एक साल से बंद पड़े प्ले स्कूल संचालकों के बीच पुनरुद्धार की उम्मीद बढ़ी है। बोरिंग रोड स्थित प्ले स्कूल की सेंटर हेड पूनम शर्मा ने बताया कि- कोविद -19 के प्रकोप के बाद स्कूल को भारी नुकसान हुआ। अधिकांश अभिभावकों ने बकाया स्कूल फीस का भुगतान किए बिना स्कूल से अपने बच्चों को निकाल लिया। हमने बिना किसी आय के एक वर्ष के लिए स्कूल भवन किराये का भुगतान किया। हम नए शैक्षणिक सत्र से व्यापार पुनरुद्धार के लिए आशान्वित हैं।