Tag Archives: #upgovernment

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई

उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वैदिककाल से प्रतिष्ठित आयुष प्रविधियों की महत्ता को आधुनिक काल में स्थापित करते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में आयुष ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह विश्वविद्यालय आयुर्वेद, योग, यूनानी, होम्योपैथी व सिद्ध के अलग-अलग महाविद्यालयों के सत्र, पाठ्यक्रम, परीक्षा और परिणाम के नियमन तथा इन चिकित्सा पद्धतियों का लाभ आमजन तक और सुलभ कराने का काम करेगा। प्राचीन एवं परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों के संरक्षण व संवर्धन की दिशा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर स्थापित होने वाला यह विश्वविद्यालय परम्परागत चिकित्सा पद्धति के विकास में मील का पत्थर स्थापित करेगा। पूर्वांचल के लिए गौरव की बात यह होगी कि इस आयुष विश्वविद्यालय का नाम योग की तमाम विधाओं के प्रणेता महायोगी गोरखनाथ के नाम पर होगा

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

भटहट के पिपरी में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास स्थल पर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सबसे पहले वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन कर आधारशिला रखी और इसके बाद मुख मंच से शिलान्यास पट्टिका का बटन दबाकर अनावरण किया। भूमि पूजन कार्यक्रम में उनकी पत्नी व देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। शिलान्यास समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने वैदिक काल से ही आरोग्य को सर्वाधिक महत्व दिया है। उनका मानना था कि किसी भी लक्ष्य को साधने के लिए शरीर पहला साधन होता है। योग के माध्यम से सामाजिक जागरण का अलख जगाने वाले महायोगी गोरखनाथ ने कहा है, ‘यदे सुखम तद: स्वर्गम, यदे दुखम तद नर्कम’। उन्होंने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने की जो पद्धतियां प्राचीन काल से प्रचलित रही हैं, उन्हें ही सामूहिक रूप में आयुष कहा गया। उन्होंने यह कहते हुए प्रसन्नता जताई कि महायोगी गोरखनाथ के नाम पर आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना हो रही है और जल्द ही इससे संबद्ध होकर उत्तर प्रदेश में आयुष के सभी संस्थान और बेहतर कार्य कर सकेंगे।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति कोविंद ने जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में योग की उपयोगिता से हम सभी परिचित हैं। भारत का योग यहां की संस्कृति जितना ही प्राचीन हैराष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि शरीर को स्वस्थ व निरोगी रखने के लिए भारत में तमाम प्रकार की चिकित्सा पद्धतियां हैं। आयुष विद्यालयों से इन चिकित्सा पद्धतियों की सुव्यस्थित शिक्षा दी जाती है। दक्षिण में आज तमाम लोग आयुष चिकित्सा पद्धति को अपना रहे हैं। ऐसे ही प्रदेश में आयुष चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने का महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय बड़ा माध्यम बनेगाराष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द भटहट के पिपरी में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के भूमि पूजन व शिलान्यास के बाद आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शरीर ही सभी संकल्पों को पूरा करने का प्रथम माध्यम है। आप स्वस्थ रहें, निरोगी रहें, इसके लिए ही महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। इस आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास से मुझे अति प्रसन्नता हो रही है। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ ने पूरी दुनिया में योग की महिमा को स्थापित किया था। उन्होंने योग साधना से जुड़े गुरु गोरक्षनाथ के तमाम श्लोकों का जिक्र करते हुए कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नित्य योग साधना करना ही पर्याप्त है

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को अपना रही है। इन पद्धतियों को अपनाकर असाध्य रोगों का आसानी से उपचार हो जाता है और जीवन सुखमय हो जाता है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में मौसम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वह जब लखनऊ पहुंचे तो मौसम खराब था। लग रहा था कि कार्यक्रम में कोई बाधा न आए, लेकिन यहां के लोगों का महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के प्रति असीम समर्पण ने इंद्रदेव को भी बाध्य कर दिया। अब तो वह कार्यक्रम खत्म होने के बाद ही लोगों को अपना आशीर्वाद देने आएंगेराष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने शनिवार सुबह प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का गोरखपुर भटहट विकास खंड के पिपरी में शिलान्यास किया। भूमि पूजन में उनके साथ उनकी पत्नी व देश की प्रथम महिला नागरिक सविता कोविन्द व उनकी बेटी स्वाती कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी मौजूद रहे

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने शनिवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का गोरखपुर भटहट विकास खंड के पिपरी में शिलान्यास किया। भूमि पूजन में उनके साथ उनकी पत्नी व देश की प्रथम महिला नागरिक सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ मौजूद रहेप्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द सुबह करीब 11 बजे भटहट के पिपरी में आयोजित कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। सुबह करीब साढ़े 11 बजे वैदिक मंत्रोचार के साथ उन्होंने आयुष विश्वविद्यालय के लिए भूमि पूजन किया। शिलान्यास के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, देश की प्रथम महिला नागरिक सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रथम ईंट रखी। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, देश की प्रथम महिला नागरिक सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद रविकिशन आदि मंच पर पहुंचे। मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्प देकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का स्वागत किया। आयुषमंत्री धर्मसिंह सैनी ने अपने संबोधन में विस्तार से आयुष विश्वविद्यालय के विषय में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह आयुष विश्वविद्यालय मात्र 36 माह की अवधि में पूरा हो जाएगा। उनके संबोधन के बाद राष्ट्रपति ने शिलापट का अनावरण किया।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। आज उसी क्रम में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत सरकार ने अलग से आयुष मंत्रालय का गठन किया है। इस मंत्रालय ने लोगों को आरोग्यता प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। डेढ़ वर्ष से पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप है। दुनिया का कोई भी देश ऐसा नहीं है, जिसने भारत की परंपरागत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का अनुसरण न किया हो। आज दुनिया में हल्दी का पानी पीने के लिए लाइन लग रही है। जबकि अपने यहां वर्षों से हर भोज्य पदार्थ में हल्दी का उपयोग किया जाता रहा है। देश की आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने के क्रम में ही प्रदेश सरकार आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है। इस आयुष विश्वविद्यालय का राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के कर कमलों से भूमि पूजन व शिलान्यास हो चुका है। यह विश्वविद्यालय प्रदेश के सभी आयुष विद्यालय, होम्योपैथिक कालेज के शैक्षणिक सत्र को एकरूपता प्रदान करेगा। बता दें यह विश्वविद्यालय 299.87 करोड़ की लागत से बनेगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग डीपीआर बनाकर भेज चुकी है

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलायी। आज उसी क्रम में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत सरकार ने अलग से आयुष मंत्रालय का गठन किया है। इस मंत्रालय ने लोगों को आरोग्यता प्रदान करेने का लक्ष्य निर्धारित किया है। डेढ़ वर्ष में पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप है। इसमें दुनिया का कोई भी देश ऐसा नहीं है, जिन्होंने भारत की परंपरागत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का अनुसरण न किया हो। आज दुनिया में हल्दी का पानी पीने के लिए लाइन लग रही है। जबकि अपने में वर्षों हर भोज्य पदार्थ में हल्दी का उपयोग किया जाता रहा है। देश की आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने के क्रम में ही प्रदेश सरकार के प्रदेश आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है। इस आयुष विश्वविद्यालय का राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के कर कमलों से भूमि पूजन व शिलान्यास हो चुका है। प्रदेश का यह विश्वविद्यालय प्रदेश के सभी आयुष विद्यालय, होम्योपैथिक कालेज के शैक्षणिक सत्र को एकरूपता प्रदान करेगा। बता दें कि यह विश्वविद्यालय 299.87 करोड़ की लागत से बनेगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग डीपीआर बनाकर भेज चुकी है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने भटहट के पिपरी स्थित आयुष विश्वविद्यालय की नींव रखीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उनकी पत्नी सविता कोविन्‍द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का अभिवादन किया। कहा कि राष्ट्रपति अपना आशीर्वाद देने आए हैं, यह गर्व की बात है। आयुष मंत्री ने कहा कि मुख्‍यमंत्री की रुचि शुरू से ही आयुष में रही है। कोरोना से लड़ने में इसका इस्‍तेमाल कर उन्‍होंने इसको प्रमाणिकता दी। आयुष शिक्षा पद्धति की सभी परेशानियां अब दूर होंगी और उत्‍तर प्रदेश को नई पहचान मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को नई पहचान दी। 56 एकड़ में 300 करोड़ की लागत से यह विश्‍वविद्यालय 36 माह में तैयार हो जाएगा। सैनी के संबोधन के बाद राष्ट्रपति ने बटन दबाकर शिलापट्ट का शिलान्यास कियामंच को संबोधित करने आए योगी आदित्‍यनाथ ने आते ही भारत माता की जय और वंदेमातरम से जोश भरा। पूरा पंडाल जय श्री राम के नारे से गूंज उठा। मुख्‍यमंत्री ने सभी का अभिवादन किया। कहा कि गोरखनाथ की धरती पर राष्ट्रपति का स्वागत करता हूं। यह हम सब का सौभाग्य है कि भारत की चिकित्सा पद्धति को नरेंद्र मोदी ने जो पहचान दी उसका लोहा पूरी दुनिया मान रहा है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द भटहट के पिपरी स्थित आयुष विश्वविद्यालय के कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। उन्‍होंने प्रदेश के पहले आयुष विश्‍वविद्यालय की नींव रखी। उनके साथ उनकी पत्नी एवं देश की प्रथम महिला सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन भी हैं। सांसद रविकिशन भी साथ में हैं। मंच पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी, सांसद रवि किशन, महेंद्रपाल बैठे। राष्ट्रपति की बेटी स्‍वाती कोविन्‍द भी अपनी कुर्सी पर बैठ गईं। उनके लिए वीआइपी दीर्घा में अलग से कुर्सी लगाई गई है। राष्ट्रपति भटहट के पिपरी स्थित आयुष विश्वविद्यालय के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उनके साथ उनकी पत्नी एवं देश की प्रथम महिला सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व उनकी बेटी भी हैं। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द शनिवार सुबह 10.31 बजे अपनी पत्नी एवं देश की प्रथम महिला सविता कोविन्द एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ एयरफोर्स स्टेशन गोरखपुर पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मेयर और भाजपा नेताओं ने स्वागत किया। सुबह 11.01 बजे राष्ट्रपति भटहट के पिपरी में प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के लिए सेना के हेलीकाप्टर से निकले। वहां से मानीराम के सोनबरसा में महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का लोकार्पण करेंगे। 3.15 बजे राष्ट्रपति एयरपोर्ट से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द पिपरी से निकलकर 12.25 बजे मानीराम सोनबरसा में महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का लोकार्पण करने पहुंचेंगे। यहां भी उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे। यहां के मंच पर राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति प्रो. यूपी सिंह, कुलपति मेजर जनरल अतुल बाजपेयी मौजूद रहेंगे। लोकार्पण कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति यहां अतिथि गृह में दोपहर का भोजन करेंगे और आमंत्रित 10 लोगों से मुलाकात करेंगे। वह दोपहर बाद 3.15 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट से लखनऊ रवाना हो जाएंगे। 

वैक्सीनेशन में उत्तर प्रदेश सरकार लगातार नया रिकॉर्ड, एक दिन में 30,00680 लोगों को कोरोना वैकसीन की डोज

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ बड़ी जंग में उतरी उत्तर प्रदेश सरकार लगातार नया रिकॉर्ड बनाती जा रही है। कोविड की एक दिन में सर्वाधिक टेस्टिंग के बाद अब प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक दिन में कोरोना के वैक्सीनेशन में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है।सीएम योगी आदित्यनाथ के कोरोना के खिलाफ जंग में मिशन मोड में आने के बाद सरकारी मशीनरी की भी चाल बदल गई। ट्रेसिंग, टेस्टिंग व ट्रीटमेंट के बाद अब सरकार वैक्सीनेशन में भी तेज गति से चल रही है। प्रदेश में इसी क्रम में शुक्रवार को 30 लाख 680 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि 27 अगस्त को प्रदेश में 30,00680 लोगों को कोरोना वैकसीन की डोज दी गई है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। एक दिन यानी 24 घंटे में उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक 30 लाख 680 टीके लगाकर नया रिकॉर्ड बना दिया है। यह देश में अब तक एक दिन में लगाई गई कोरोना की वैक्सीन की सबसे बड़ी संख्या है। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश में ही तीन अगस्त को 29 लाख 52 हजार लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई थी। प्रदेश में अब तक कुल छह करोड़ 98 लाख से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है। इनमें भी करीब एक करोड़ 25 लाख लोगों को दोनों डोज मिल गई है। प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ बड़ी जंग में उतरने के साथ ही आगे की लहर को लेकर भी बेहद सजग है। इसके लिए हर जिले में सभी सरकारी अस्पतालों में बच्चों के लिए कम से कम सौ-सौ बेड तैयार हैं।

सैनिक स्कूल तथा SGPGI के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द-उत्तर प्रदेश

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द दो महीने में उत्तर प्रदेश के दूसरे दौरे पर हैं। उत्तर प्रदेश के चार दिन के दौरे पर गुरुवार को लखनऊ पहुंचे राष्ट्रपति शुक्रवार को मनोज पाण्डेय उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल की हीरक जयंती कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इसके बाद आज शाम को ही वह संजय गांधी पीजीआइ के 26 वें दीक्षांत समारोह में भी शिरकत करेंगे।राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द शुक्रवार को सुबह 10:50 बजे परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल सरोजिनी नगर में स्कूल के 75 वर्ष पूरा होने के कार्यक्रम में शामिल होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का कैप्टन मनोज पाण्डेय यूपी सैनिक स्कूल में कार्यक्रम करीब 60 मिनट का होगा। राष्ट्रपति यहां पर बालिकाओं के लिए छात्रावास के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही वह कैप्टन मनोज पाण्डेय यूपी सैनिक स्कूल की 75वीं जयंती पर आधारित पोस्टल स्टांप का विमोचन करेंगे। राष्ट्रपति इसके साथ ही स्कूल के एक हजार की क्षमता वाले आधुनिक प्रेक्षागृह का लोकार्पण करेंगे। इस दौरान छात्र व छात्रा कैडेट्स राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। सैनिक स्कूल के बच्चे यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। राष्ट्रपति वर्ष 1960 से लेकर अब तक के देश के इस पहले सैनिक स्कूल के सफर पर आधारित डाक्युमेंट्री का अवलोकन करेंगे। इसके बाद कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन होगा

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुॢवज्ञान संस्थान शुक्रवार को 26 वां दीक्षांत समारोह मनाने जा रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इसके मुख्य अतिथि होंगे। वही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का यहां पर करीब एक घंटा का कार्यक्रम शाम पांच से छह बजे तक होगा। इस समारोह में छात्र-छात्रों को डिग्री दी जाएगी। इनके साथ ही तीन एक्सीलेंस अवार्ड प्रो.एसआर नायक अवार्ड फार आउट स्टेंडिंग इनवेस्टीगेटर, प्रो.एसएस अग्रवाल फार एक्सीलेंस रिसर्च अवार्ड और प्रो.आरके शर्मा बेस्ट डीएम स्टूडेंट अवार्ड भी दिया जाएगा116विद्यार्थियों को मिलेंगी उपाधियां-संस्थान के 116विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में डी एम (40), एम सी एच (18) , पीडीएएफ( 10), एमडी (33), पीएचडी( 2) एमएचए (5) व बीएससी नर्सिंग ( 8) को उपाधियां प्रदान की जाएंगी।इन्हेंं मिलेगा पुरस्कार-शोध के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट कार्य के लिए संकाय सदस्य व शोधकर्ता को क्रमश: प्रोफेसर एसआर नायक पुरस्कार व प्रोफेसर एस एस अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। प्रोफेसर एसआर नायक पुरस्कार एंडोक्राइन सर्जरी के प्रोफेसर और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर गौरव अग्रवाल को प्रदान किया जायेगा। एण्डोक्रिनोलाजी विभाग के संगम रजक को प्रोफेसर एसएस अग्रवाल पुरस्कार दिया जाएगा। डाक्टर पंक्ति मेहता( क्लीनिक इम्यूनोलाजी) को सर्वोत्कृष्ट डीएम विद्यार्थी और डाक्टर सितांगशु काकोटी (यूरोलाजी) को सर्वोत्कृष्ट एमसीएच विद्यार्थी के तौर पर प्रोफेसर आर के शर्मा पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

इस दौरान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन संस्थान के पिछले एक वर्ष की गतिविधियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करेंगे। दीक्षांत समारोह कोविड प्रोटोकोल को ध्यान में रखते हुए हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा, जहां कुछ विशिष्ट अतिथियों व वरिष्ठ प्रोफेसर के अतिरिक्त संस्थान परिवार के सदस्य वर्चुअल प्रतिभागिता करेंगें।14 दिसंबर 1980 को रखी गई आधारशिला-लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान की आधारशिला 14 दिसंबर 1980 को रखी गई थी। लगभग 41 वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक सुपर स्पेशलिटी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा केंद्र स्थापित करने का विचार सोचा गया और इसी विचार को मूर्त रूप देने के लिए 14 दिसम्बर 1980 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीवा रेड्डी के ने इस संस्थान की आधारशिला रखी। 1982 के उत्तरार्ध में इसके निर्माण का प्रथम चरण का आरंभ हुआ। वर्ष 1988 से रोगी सेवा व शैक्षणिक कार्य प्रारंभ हुहुए। तब से आज तक संस्थान रोगी को उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा,विद्यार्थियोंको सर्वोत्तम शिक्षा व नवीन शोध की दिशा में निरंतर अग्रसर है।इससे पहले गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द लखनऊ के डॉक्टर बीबीआर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि आज यहां उपाधियां और पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई और साधुवाद। उन्होंने कहा कि दिसंबर, 2017 में भी मुझे इस विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में शामिल होने का अवसर मिला था। यह एकमात्र विश्वविद्यालय है, जहां के किसी समारोह में मैं दूसरी बार आया हूं। यह विश्वविद्यालय बाबा साहेब के विचारों के अनुरूप शिक्षा के माध्यम से अनुसूचित जातियों और जनजातियों के समावेशी विकास के लिए खास योगदान दे रहा है

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द गुरुवार से उत्तर प्रदेश के चार दिन के दौरे पर,लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया उनका स्वागत करेंगे।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द गुरुवार से उत्तर प्रदेश के चार दिन के दौरे पर रहेंगे। उनका लखनऊ के साथ गोरखपुर व अयोध्या का दौरा होगा। दो महीने में देश के राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश के दूसरे दौरे पर हैं। इससे पहले उनका जून में पांच दिन का कानपुर, कानपुर देहात तथा लखनऊ का दौरा था। उत्तर प्रदेश के चार दिन के दौरे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के तीन शहरों में कार्यक्रम हैं। लखनऊ के साथ ही उनका गोरखपुर तथा अयोध्या में भी कार्यक्रम है। इस दौरान लखनऊ में वह दो दिन कार्यक्रम में रहेंगे। उनका रात्रि प्रवास लखनऊ में ही रहेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अमौसी पर दिन में 11:30 बजे लैंड करेंगे। वहां पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी तथा लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया उनका स्वागत करेंगे। एयरपोर्ट से राष्ट्रपति सीधा राजभवन पहुंचेंगेलखनऊ में गुरुवार को शाम को वह बाबा साहेब डॉ.भीमराव आम्बेडकर सेंट्रल यूनिवॢसटी के दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर केन्द्रीय विवि के दीक्षा समारोह में सात मेधावियों को स्वर्ण पदक देंगे। इसके साथ ही वह समाजसेवी व इंजीनियर सोनम वांगचुक को विज्ञान में डाक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करेंगे।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

विशिष्ट अतिथि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में होने वाले समारोह में 132 मेधावियों को स्वर्ण पदक मिलेगा। राष्ट्रपति 132 मेधावियों में मात्र सात को स्वर्ण पदक देंगे। स्नातक के भानु प्रताप, प्रियंका गौतम, परास्नातक के शुभम मिश्र और पूजा मीना, एमफिल के सन्या व निहारिका के अलावा अंजू रावत को आरडी सोनकर स्वर्ण पदक राष्ट्रपति के हाथों मिलेगा, जिसे लेकर विद्याॢथयों में उत्साह है। इसके साथ समाजसेवी व इंजीनियर सोनम वांगचुक को विज्ञान में डाक्टरेट की मानद उपाधि भी दी जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द शाम 5:00 बजे बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षाग्रह में अकादमिक शोभायात्रा के साथ समारोह शुरू होगा। इसके बाद राष्ट्रपति मेधावियों को मेडल देकर समारोह को संबोधित करेंगे। भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में होने वाले समारोह में एक घंटे पहले आना होगा। आयोजन में शामिल होने वाले विद्यार्थियों व अतिथियों को आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट साथ लानी होगी। यहां पर राष्ट्रपति का संबोधन शाम 5:40 बजे से होगा। इसके बाद वह 6:15 बजे राजभवन पहुंच जाएंगे

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द शुक्रवार को सुबह 10:50 बजे परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पांडेय सैनिक स्कूल सरोजिनी नगर में स्कूल के 75 वर्ष पूरा होने के कार्यक्रम में शामिल होंगे। आज राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल में 60 मिनट का कार्यक्रम होगा। राष्ट्रपति यहां पर बालिकाओं के लिए छात्रावास के निर्माण की रखेंगे आधारशिला इसके साथ ही कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल की 75वीं जयंती पर आधारित पोस्टल स्टांप का विमोचन करेंगे। राष्ट्रपति स्कूल के एक हजार की क्षमता वाले आधुनिक प्रेक्षागृह का लोकार्पण करेंगेछात्र व छात्रा कैडेट्स राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। सैनिक स्कूल के बच्चे यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। राष्ट्रपति वर्ष 1960 से लेकर अब तक के देश के इस पहले सैनिक स्कूल के सफर पर आधारित डाक्युमेंट्री का अवलोकन करेंगे। इसके बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन होगा। 

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राष्ट्रपति आगमन से सैनिक स्कूल की छात्राओं में – रामनाथ कोविन्द 27 अगस्त को कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल में हीरक जयंती वर्ष समारोह में शामिल होंगे। बीते दिनों ही सुप्रीम कोर्ट ने एनडीए में बालिकाओं के प्रवेश के भी निर्देश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस कदम के बाद राष्ट्रपति के आगमन ने सैनिक स्कूल की छात्राओं की खुशी दोगुनी कर दी है। छात्रा  अनुभूति ने कहा कि देश के प्रथम नागरिक को अपने बीच देखना किसी उपलब्धि से कम नहीं है। शुभांगी कहती हैं कि यह विद्यालय के लिए गौरव की बात है। अदिति सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति यहां बालिका छात्रवास की नींव भी रखेंगे। पारूल पाल कहती हैं कि बच्चों को राष्ट्रपति से प्रेरणा मिलेगी

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

लखनऊ में एसजीपीजीआइ का 26वां दीक्षा समारोह-राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द शुक्रवार को लखनऊ में संजय गांधी पीजीआइ के 26 वें दीक्षांत समारोह में भी शिरकत करेंगे। यहां पर भी उनका करीब एक घंटा का कार्यक्रम शाम पांच से छह बजे तक होगा।  समारोह में छात्रों को डिग्री दी जाएगी। साथ ही, तीन एक्सीलेंस अवार्ड दिए जाएंगे। प्रो.एसआर नायक अवार्ड फार आउट स्टेंडिंग इनवेस्टीगेटर, प्रो.एसएस अग्रवाल फार एक्सीलेंस रिसर्च अवार्ड और प्रो.आरके शर्मा बेस्ट डीएम स्टूडेंट अवार्ड भी इस मौके पर दिया जाएगा। इन नामों की घोषणा समारोह के दौरान ही की जाएगी। रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन ने कहा कि प्रोटोकाल का पालन करते हुए राष्ट्रपति अथवा राज्यपाल के हाथ से डिग्री दिलाई जाए। डिग्री देने का रिहर्सल नहीं किया गया। बताया गया कि डिग्री बाद में बांट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रों को सामूहिक डिग्री दी जाए तो भी राष्ट्रपति के साथ फोटो सेशन कराया जाना चाहिए

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

गोरखपुर में 28 को आयुष यूनिवर्सिटी का शिलान्यास-उत्तर प्रदेश दौरे के तीसरे दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द 28 अगस्त को गोरखपुर जाएंगे। यहां पर उनका आयुष यूनिवर्सिटी के शिलान्यास और गोरक्षनाथ विवि में अस्पताल भवन के उद्घाटन का कार्यक्रम है।राष्ट्रपति 29 अगस्त को करेंगे रामलला का दर्शन -राष्ट्रपति 28 को गोरखपुर के कार्यक्रम के बाद शाम को लखनऊ वापसी करेंगे। इसके बाद 29 अगस्त – लखनऊ के चारबाग स्टेशन से सुबह नौ बजे प्रेसिडेंशियल ट्रेन से अयोध्या रवाना होंगे। अयोध्या में उनका आगमन 11.30 बजे होगा। यहां पर उनका रामलला तथा हनुमान गढ़ी में दर्शन-पूजन का कार्यक्रम है। इसके बाद वह प्रेसिडेंशियल ट्रेन से लखनऊ वापसी करेंगेछह घंटे लखनऊ अयोध्या के बीच नहीं होगी एक भी ट्रेन-29 अगस्त को प्रेसिडेंशियल ट्रेन के संचालन के कारण रेलवे लखनऊ से अयोध्या तक छह घंटे सभी ट्रेनों का संचालन बंद करेगा। राष्ट्रपति सुबह नौ बजे लखनऊ से अयोध्या जाएंगे। इस दौरान कई जरूरी ट्रेनों के रूट बदले जाएंगे। दो माह में दूसरी बार उत्तर प्रदेश का दौरा -राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द आज से उत्तर प्रदेश में तीन शहरों के चार दिन के दौरे पर रहेंगे। यह दो महीने में उनका उत्तर प्रदेश का दूसरा दौरा है। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 से 29 जून तक कानपुर, कानपुर देहात और लखनऊ के दौरे पर थे। वह दूसरा बार प्रेसिडेंशियल ट्रेन से भी उत्तर प्रदेश का दौरा करेेंगे

विजिलेंस ने पूर्व मंत्रियों के बयान दर्ज करने के बाद अधिकारियों से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी-स्मारक घोटाले UP

उत्तर प्रदेश में मायावती सरकार के कार्यकाल के दौरान 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले की जांच ने अब गति पकड़ ली है। इस घोटाले की जांच कर रही उत्तर प्रदेश विजिलेंस ने पूर्व मंत्रियों के बयान दर्ज करने के बाद अब अधिकारियों से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है।उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के मुख्यमंत्रित्व काल में हुए 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में अब राजकीय निर्माण निगम व खनन विभाग के तत्कालीन अधिकारियों से जल्द पूछताछ की तैयारी है। इससे पूर्व सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) लिपिक संवर्ग के कुछ कर्मचारियों से पूछताछ कर सकता है। अब तो स्मारक घोटाले में कुछ अन्य आरोपितों के विरुद्ध भी आरोपपत्र दाखिल किए जाने की तैयारी है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

विजिलेंस ने स्मारक घोटाले में बीते दिनों नामजद आरोपित पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी व बाबू सिंह कुशवाहा से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए थे। हालांकि दोनों पूर्व मंत्रियों ने कार्यों के आवंटन को लेकर सवालों पर सारी जिम्मेदारी तकनीकी कमेटियों, कार्यदायी संस्थाओं व तत्कालीन अधिकारियों पर डाल दी थी। विजिलेंस अब निर्माण कार्यों से जुड़ीं करीब 50 फाइलों का अध्ययन करने के साथ ही दोनों पूर्व मंत्रियों के बयानों का परीक्षण कर रही है। इस दौरान कार्य आवंटन से जुड़े निर्णयों को लेकर तत्कालीन अधिकारियों से पूछताछ से पहले कुछ लिपिक व अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा सकती है। इस माह के अंत तक विजिलेंस पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर सकती हैविजिलेंस ने जनवरी, 2014 में लखनऊ के गोमतीनगर थाने में दोनों पूर्व मंत्रियों समेत 199 आरोपितों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई थी। स्मारक घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रहा है।

अब अयोध्या के लिए एक अलग बुलेट ट्रेन का नेटवर्क बनाने की तैयारी-उत्तर प्रदेश

इस प्रोजेक्ट में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सबसे महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। लखनऊ से अयोध्या को बुलेट ट्रेन से जोड़ने की तैयारी चल रही है। इसका एक सर्वे भी हो रहा है। एनएचएसआरसीएल के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन कारिडोर में लखनऊ से ही अयोध्या के लिए एक अलग कारिडोर बनाने का एक प्रस्ताव है ,करीब 300 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति वाली बुलेट ट्रेन लखनऊ को तीन शहरों से जोड़ेगी। लखनऊ से जहां वाराणसी और दिल्ली को बुलेट ट्रेन जोड़ेगी। वहीं अब अयोध्या के लिए भी एक अलग बुलेट ट्रेन का नेटवर्क बनाने की तैयारी है। हालांकि अभी लखनऊ से अयोध्या रूट को केंद्र सरकार की मंजूरी नहीं मिली है। इस बीच नेशनल हाइ स्पीड रेल कारपोरेशन लि. (एनएचएसआरसीएल) अगले माह दिल्ली-वाराणसी के बीच 941 किलोमीटर रूट पर बुलेट ट्रेन चलाने का फाइनल डीपीआर केंद्र सरकार को सौंप देगा।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

एनएचएसआरसीएल ने दिल्ली-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए भूमि अलाइनमेंट, ट्रेन में सफर करने वालों की संख्या, उसके सिग्नल और इलेिक्ट्रक लाइन जैसे सभी महत्वपूर्ण पहलुओं का राडार सर्वे कर लिया है। इस स्टडी को अब फाइनल किया जा रहा है। अगले माह फाइनल डीपीआर सौंपा जाएगा तो उसमें इस प्रोजेक्ट की लागत , बुलेट ट्रेन के माडल भी तय होंगे। फाइनल डीपीआर को केंद्र सरकार मंजूरी देगी तब मुंबई-अहमदाबाद की तरह दिल्ली-वाराणसी कारिडोर पर बुलेट ट्रेन का काम शुरू हो सकेगा। इस प्रोजेक्ट में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सबसे महत्वपूर्ण केंद्र बनेगालखनऊ से अयोध्या को बुलेट ट्रेन से जोड़ने की तैयारी चल रही है। इसका एक सर्वे भी हो रहा है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

एनएचएसआरसीएल के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन कारिडोर में लखनऊ से ही अयोध्या के लिए एक अलग कारिडोर बनाने का एक प्रस्ताव है। इसे स्वीकृति देने के बाद लखनऊ से अयोध्या रूट का डीपीआर फाइनल होगा। ऐसे में लखनऊ बुलेट ट्रेन के लिए एक जंक्शन बनेगा। जहां से यात्री अयोध्या, वाराणसी और दिल्ली की ओर जा सकेंगेएनएचएसआरसीएल के फाइनल अलाइनमेंट में बुलेट ट्रेन का रूट नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मथुरा, आगरा, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही, वाराणसी तय किया गया है। ऐसे में इस 941 किलोमीटर के रूट में लखनऊ से अयोध्या करीब 135 किलोमीटर का नया कारिडोर जोड़ने की तैयारी है।

 

गोरखपुर-उत्तर प्रदेश राज्य की पहली आयुष यूनिवर्सिटी का 28 अगस्त को शिलान्यास करेंगे राष्ट्रपति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप गोरखपुर चिकित्सा-शिक्षा का हब बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। इसी को और मजबूत करने कड़ी में 28 अगस्त का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रहा है। इस दिन प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की नींव रखी जाएगी तो वहीं गोरक्षपीठ की तरफ से स्थापित निजी विश्वविद्यालय ‘शिक्षार्थ आइए, सेवार्थ जाइए’ की भावना से जनता को समर्पित किया जाएगा। सीएम योगी के विशेष अनुरोध पर इन विश्वविद्यालयों का शिलान्यास और लोकार्पण राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द करेंगे। दोनों ही विश्वविद्यालय विश्व विख्यात नाथपंथ के अधिष्ठाता महायोगी गुरु गोरक्षनाथ के नाम से हैं।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से दोनों विश्वविद्यालयों की सौगात के साथ गोरखपुर की शैक्षिक उपलब्धियों की बानगी चार विश्वविद्यालयों के जरिये देखी जा सकेगी। बनने जा रहे महायोगी गुरु गोरक्षनाथ उत्तर प्रदेश राज्य आयुष विश्वविद्यालय और गोरक्षपीठ की तरफ से बन चुके महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के पहले गोरखपुर में पंडित दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मजबूत स्तंभ बने हैं। आयुष विश्वविद्यालय के जरिये प्राचीन और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का और विकास संभव होगा तो वहीं महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के विभिन्न आयामों के साथ ही चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और चिकित्सा का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। इसके अलावा सीएम योगी के ही प्रयासों से गोरखपुर में एम्स भी बनकर तैयार है। चिकित्सा और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बनने जा रहे इस संस्थान में एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

आयुष विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे प्रदेश के सभी आयुष कॉलेज – गोरखपुर के भटहट ब्लॉक के पिपरी व तरकुलही में 52 एकड़ भूमि पर बनने जा रहे राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय में एक ही परिसर में आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी और योग चिकित्सा की पढ़ाई और उस पर शोध कार्य होगा। इन विधाओं से यहां चिकित्सा भी सुलभ होगी। सीएम योग सहित प्राकृतिक व परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने में लगी योगी सरकार का यह बड़ा कदम है। क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारी डॉ. प्रकाश चंद्र के मुताबिक प्रदेश के आयुष विधा के सभी 94 कॉलेज इस विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में आयुर्वेद के 67 कॉलेज (8 सरकारी व 58 निजी), यूनानी के 15 कॉलेज (2 सरकारी व 13 निजी) तथा होम्योपैथी के 12 कॉलेज (9 सरकारी व 3 निजी) अलग अलग विश्वविद्यालयों से संबद्ध हैं। इसके चलते इन आयुष कॉलेजों के डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में कुछ भिन्नता रहती है। आयुष विश्वविद्यालय से संबद्ध होने से सभी कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में एकरूपता रहेगी और सत्र नियमन भी संभव होगा। सीएम योगी आयुष विश्वविद्यालय में आयुष कॉलेजों की संबद्धता एवं अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से एवं विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने के निर्देश पहले ही दे चुके हैं। गोरखपुर में इस विश्वविद्यालय के खुलने से पूर्वांचल की छह करोड़ से अधिक जनता को चिकित्सा का एक और बेहतर विकल्प मिलेगा

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

औषधीय पौधों की खेती को भी बढ़ावा -आयुष विद्यालय के निर्माण से किसानों को भी काफी फायदा होगा। विश्वविद्यालय की निगरानी में वह औषधीय खेती के लिए प्रेरित होंगे। विश्वविद्यालय परिसर में भी अलग से औषधीय पादप उद्यान विकसित किया जाएगा। यहां आयुष इंस्टिट्यूट व रिसर्च सेंटर भी होगा।मार्च 2023 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य -आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय है। विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 299.87 करोड़ रुपये की प्रारंभिक डीपीआर कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने बनाई है। योगी सरकार ने आयुष विश्वविद्यालय की बाउंड्रीवाल के लिए 2.4 करोड़ रुपये रिलीज कर दिए हैं। शिलान्यास के तत्काल बाद इस विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। परिसर में एकेडमिक भवन, प्रशासनिक भवन, आवासीय भवन, छात्रावास, गेस्ट हाउस के अलावा आडिटोरियम और सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक भी होगा। अनुमान है कि आयुष विश्वविद्यालय के संपूर्ण प्रोजेक्ट पर तकरीबन एक हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मेडिकल एजुकेशन का बड़ा केंद्र होगा गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय – 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बाद गोरक्षपीठ द्वारा संचालित गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का लोकार्पण करेंगे। गोरखपुर में मानीराम-बालापार रोड पर सोनबरसा में बने इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मुख्यमंत्री एवं गोराखपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ हैं। सीएम योगी के निर्देश पर इस विश्वविद्यालय को कला, वाणिज्य, विज्ञान, कृषि, प्रौद्योगिकी की उच्च व रोजगारपरक शिक्षा के मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। साथ ही यह विश्वविद्यालय मेडिकल, नर्सिंग व पैरा मेडिकल एजुकेशन का पूरे प्रदेश में बड़ा केंद्र बनने को बिल्कुल तैयार है। इस विश्वविद्यालय से संबद्ध गुरु गोरखनाथ इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस को भारतीय चिकित्‍सा पद्धति राष्‍ट्रीय आयोग से मान्‍यता मिल गई है और इंस्‍टीट्यूट में इसी सत्र से 100 सीटों पर बीएएमएस की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके अलावा बीएससी व एमएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग, एएनएम, जीएनएम में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारम्‍भ कर दी गई है। इसी सत्र से डिप्‍लोमा इन लैब टेक्निशियन, डिप्‍लोमा इन ऑप्‍टोमेट्री, डिप्‍लोमा इन आर्थोपेडिक एंड प्‍लास्‍टर टेक्निशियन, डिप्‍लोमा इन इमरजेंसी एंड ट्रामा केयर टेक्निशियन, डिप्‍लोमा इन डायलिसिस टेक्निशियन और डिप्‍लोमा इन एनेस्थिसिया एंड क्रिटिकल केयर टेक्निशियन की भी प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्‍भ होने जा रही है। आने वाले समय मे विश्‍वविद्यालय में एमबीबीएस, बी फार्मा, डी फार्मा, पैरामेडिकल कोर्सेस, बीएससी यौगिक, बीएससी आईटी सहित विभिन्‍न क्षेत्रों में नवाचार को प्रोत्‍साहित करने वाले दर्जनों पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होगी। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप यहां की शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर उत्कृष्ट बनाया जा रहा है

यूपी के सरकारी कर्मियों के लिए महंगाई भत्ता देने के प्रस्ताव को सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी मंजूरी

उत्तर प्रदेश के 28 लाख सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को पहली जुलाई से 11 फीसद की बढ़ी दर से महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) देने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी है। 11 फीसद वृद्धि के बाद कर्मचारियों का डीए 28 फीसद हो जाएगा। लगभग 16 लाख राज्य कर्मचारियों और 12 लाख पेंशनरों को इसका फायदा मिलेगा। जुलाई के बढ़े डीए का एरियर कर्मचारियों के जीपीएफ खाते में जाएगा। अगस्त के बढ़े डीए का भुगतान सितंबर के वेतन के साथ होगा। शासनादेश आज ही जारी होने की उम्मीद।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से  

राज्य कर्मचारी डेढ़ साल से ज्यादा समय से वेतन और पेंशनर अपनी पेंशन बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। कर्मचारियों को अभी 17 फीसद की दर से डीए का भुगतान हो रहा है। 11 फीसद वृद्धि के बाद कर्मचारियों का डीए 28 फीसद हो जाएगा। पिछले दिनों मानसून सत्र के दौरान विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंगाई भत्ता और महंगाई राहत का भुगतान किये जाने का एलान किया था।कोरोना महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र की तर्ज पर पहली जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों को बढ़ी दर से महंगाई भत्ता और पेंशनरों को महंगाई राहत के भुगतान पर पिछले साल 24 अप्रैल को शासनादेश जारी कर रोक लगा दी थी।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

इस वजह से राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को एक जनवरी 2020, एक जुलाई 2020 और एक जनवरी 2021 को दिये जाने वाले डीए और महंगाई राहत की अतिरिक्त किस्तों का भुगतान नहीं किया गया हैपिछले महीने केंद्र सरकार ने बढ़ी दर से डीए-डीआर के भुगतान पर लगी रोक हटाने के साथ केंद्रीय कर्मचारियों को जुलाई से 28 फीसद की दर से डीए के भुगतान करने का आदेश जारी कर दिया है। इसी आधार पर राज्य कर्मचारी भी पहली जुलाई से ही 28 फीसद की दर से डीए पाने का इंतजार कर रहे हैं। अब मंगलवार को वित्त विभाग के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी है।

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक जाने वाली सड़क का नाम कल्याण सिंह मार्ग होगा।-योगी आदित्यनाथ सरकार

देश में आदर्श तथा मूल्यों की राजनीति करने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के कद का लोगों को अब अहसास हो रहा है। शनिवार को उनके निधन के बाद से अब तक लोगों की आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं रहे हैं। उनके अंतिम दर्शन के साथ ही श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा काम किया है।उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पांच जिलों में सड़कों का नाम पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह मार्ग करने का फैसला किया है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या सहित छह जिलों लखनऊ, अलीगढ़, एटा, बुलंदशहर, प्रयागराज में एक-एक महत्वपूर्ण सड़क का कल्याण सिंह मार्ग नामकरण किया जाएगा। सड़क अब कल्याण सिंह के नाम पर होगी। इसके साथ ही अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक जाने वाली सड़क का नाम कल्याण सिंह मार्ग होगाराम मंदिर आंदोलन में स्वर्गीय कल्याण सिंह का बलिदान किसी से छिपा नहीं है। राम मंदिर के लिए उन्होंने सीएम की कुर्सी तक छोड़ दी थी। राम मंदिर आंदोलन में उनके योगदान को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब उनके इस बलिदान के लिए सरकार ने उन्हें खास सम्मान दिया है।  

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

यूपी की कई सड़कें अब कल्याण सिंह मार्ग के नाम से जानी जाएंगीकेशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर तक जाने वाले सड़क का नाम कल्याण सिंह मार्ग रखा जायेगा। उन्होंने बताया कि इसको लेकर अब लोक निर्माण विभाग जल्द कागजी प्रक्रिया को पूरी करेगा। अधिकारियों को भी इस बाबत जल्द प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार कल्याण सिंह की कर्मभूमि माने जाने वाले अलीगढ़ में एयरपोर्ट का नामकरण भी कल्याण सिंह एयरपोर्ट कर सकती हैकेशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि स्वर्गीय बाबू जी ने राम मंदिर के लिए सत्ता छोड़ दी परंतु कारसेवकों पर गोली नहीं चलाई। राम भक्त बाबू जी श्री कल्याण सिंह सदैव अमर रहेंगे। उनका निधन भारतीय राजनीति एवं भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है

अंतिम दर्शन को उमड़े लोग,पूरा माहौल जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबू जी का नाम रहेगा… अलीगढ़

भारतीय राजनीति के पुरोधाओं में से एक स्वर्गीय कल्याण सिंह अब अपने अंतिम सफर पर हैं। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पीजीआइ में निधन हो गया सीएम योगी आदित्यनाथ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को लेकर लखनऊ से अलीगढ़ पहुंचे।। सीएम योगी आदित्यनाथ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को लेकर लखनऊ से अलीगढ़ पहुंचे। रविवार की शाम उनकी पार्थिव देह राजकीय सम्मान के साथ अलीगढ़ के अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम लाई गई तो रा माहौल जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबू जी का नाम रहेगा… जैसे नारे लगाए गए। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। अलीगढ़ में सोमवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ कल्याण सिंह की पार्थिव देह की अंत्येष्टि की जाएगी।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ में भाजपा कार्यालय से कल्याण सिंह की पार्थिव देह को लेकर अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे। वहां पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वर्गीय कल्याण सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर कल्याण सिंह के सांसद पुत्र राजवीर सिंभारतीय राजनीति के पुरोधाओं में से एक स्वर्गीय कल्याण सिंह अब अपने अंतिम सफर पर हैं। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पीजीआइ में निधह तथा उनकी पत्नी भी थीं। यहां से पूर्व सीएम कल्याण सिंह की पार्थिव देह एयर एंबुलेंस से शाम पांच बजे के करीब अलीगढ़ के धनीपुर मिनी एयरपोर्ट पर पहुंची। एयर एंबुलेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहेपूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव देह को अलीगढ़ के अहिल्याबाई होलकर स्टेडियम लाया गया है। यहां अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रदेश से लेकर केंद्र तक कई बड़े नेता भी यहां पहुंच गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी अलीगढ़ आए हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हर राम भक्त एक प्रखर राष्ट्रभक्त है। राम भक्त के भौतिक अवसान पर सभी शोकाकुल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह आज हमारे बीच में नहीं हैं। सार्वजनिक जीवन में उन्होंने अलीगढ़ में लगभग सात दशक व्यतीत किए। यूपी की राजनीति को कभी जाति के नाम पर, क्षेत्र, मत और मजहब के नाम पर माफिया और अपराधियों ने जकड़ ली थी। आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई थी। कभी सेकुलरिज्म के नाम पर, भारत की सनातन आस्था के नाम पर, कुछ दलों ने अपना एकमात्र एजेंडा बना लिया था

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह को जब अवसर मिला तो शासन की धमक और इकबाल का परिचय देते हुए उन्होंने सनातन आस्था को मजबूती के साथ प्रस्तुत किया। उनको यह कहने में जरा भी हिचक नहीं हुई कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम के लिए वह सत्ता को एक बार नहीं, बार-बार ठोकर मार सकते हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी से प्रेरणा प्राप्त कर उन्होंने कार्यक्रम बनाएं, योजनाएं बनाईं और भयमुक्त दंगा मुक्त परिकल्पना को साकार किया। वर्तमान में भी उनके द्वारा किए गए कार्यों और प्रयासों से हम सभी को सीख प्राप्त हो रही है। सीएम अलीगढ़ आए हुए हैं। उन्होंने स्टेडियम में कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र व एटा सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया स्टेडिय में अचानक चक्कर आने से गिर गए। उनके हाथ में फ्रैक्चर आया है। स्टेडियम में कल्याण सिंह की पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए रखी गई है। इसके चलते यहां अब तक भीड़ लगी हुई है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

भाजपा के दिग्गज नेताओं में शामिल रहे कल्याण सिंह की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में भी बड़ी संख्या में भाजपा के विधायक, मंत्री तथा कार्यकर्ता एकत्र थे। यहां पर कल्याण सिंह की पार्थिव देह तो तिरंगे के साथ भाजपा के ध्वज में भी लपेटा गया। यहां पर उनकी पार्थिव देह को सेना की गाड़ी में रखा गया। जहां से गाड़ी को लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट रवाना किया गया। इस दौरान चारों तरफ लोग नारे लगा रहे थे, कल्याण सिंह अमर रहें।पार्टी कार्यालय से जब कल्याण सिंह का पार्थिव शव लेकर सेना का वाहन निकला तो उसपे पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी फ्लीट के साथ रवाना हो गए। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ भाजपा के अन्य नेता यहां से पार्थिव देह तो लेकर अमौसी एयरपोर्ट रवाना हो गए। जहां से एयर एंबुलेंस से पूर्व सीएम कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अलीगढ़ ले जाया जाएगा। आज अलीगढ़ में उनकी पार्थिव देह को जनता के दर्शन के लिए स्टेडियम में रखा जाएगा।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय कल्याण सिंह का पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने विधान भवन में इससे पहले विपक्षी दलों के नेता विधान भवन में भी बड़ी संख्या में नेता तथा विपक्षी दलों के दिग्गज पहुंचे। इनमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी थे। विधान भवन के हाल में सभी अपने लोकप्रिय तथा जनप्रिय नेता की अंतिम झलक पाने को आतुर थे। यहां पर दलगत भावना भी टूटती दिखीं। समाजवादी पार्टी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल तथा अन्य पार्टियों के विधायक तथा नेताओं ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी। उनकी पार्थिव देह को रात से ही उनके पौत्र और योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री संदीप सिंह के सरकारी आवास पर रखा गया।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद देश के रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह भी कल्याण सिंह की पार्थिव देह का दर्शन करने लखनऊ पहुंचे। उनके साथ योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक भी थे। राजनाथ सिंह ने कल्याण सिंह की पार्थिव देह का नमन किया।