Tag Archives: vaccination

यूपी के 11 और जिलों में आज से वैक्सीनेशन शुरू, सहारनपुर में जमकर उड़ीं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सोमवार यानी आज से 11 और ज़िलों में 18 से 44 साल के लोगों को कोरोना का टीका लगना शुरू हो गया। बता दें कि 18 से 44 साल की उम्र के लोगों को वेक्सीन लगाने का अभियान सात ज़िलों में  1 मई से ही शुरू हुआ था। अब आज से यह अभियान यूपी के 18 ज़िलों में शुरू हो गया।

जनपद सहारनपुर में आयुष मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी ने जिला अस्पताल परिसर में टीकाकरण अभियान का उद्घाटन किया। ऐसे में जिले में टीकाकरण केंद्रों के बाहर लोगों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। इस दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर लोगों ने छिटपुट हंगामा भी किया। इतना ही सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां भी उड़ाई गईं।

वैक्सीनेशन स्थल पर मौजूद जिला अस्पताल CMO बीएस सोढ़ी ने बताया कि वैक्सीनेशन का कार्य जिला अस्पताल में शुरू कर दिया गया है। कुछ लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसका ध्यान पुलिस प्रशासन द्वारा रखा जा रहा है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए भी कहा जा रहा है। इसके अलाव टीकाकरण स्थल पर मौजूद जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि टीकाकरण निर्धारित केंद्रों पर शुरू कराया गया है। कोविड पोर्टल और आरोग्य सेतु पर 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों का पंजीकरण शुरू किया गया था। लेकिन कुछ लोग पंजीकरण नहीं होने के बावजूद भी वैक्सीनेशन के लिए केंद्र पर पहुंचे हैं। जिन्हें समझाकर वापस घर भेजा जा रहा है कि जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है उनका वैक्सीनेशन नहीं किया जा सकता। जिसकी वजह से यहां पर भीड़ लगी हुई है। लोगों को खुद भी अपनी समझ बूझ से सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का कार्य करना चाहिए।

मुख्यमंत्री केजरीवाल का बड़ा फैसला, 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को फ्री में लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देख सोमवार को केजरीवाल सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को फ्री में कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 1.34 करोड़ कोरोना वैक्सीन का ऑर्डर दे दिया है। दिल्ली में 1 मई से टीकाकरण का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कोरोना वैक्सीन की अलग-अलग कीमत तय किए जाने के मुद्दे पर भी सवाल उठाए।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस महामारी में हमने देखा है कि 18 साल से कम उम्र के जवान और बच्चे भी बहुत संक्रमित हो रहे हैं।  अब उनके लिए भी सोचने का समय आ गया है कि ये वैक्सीन उनको भी लगाई जा सकती हैं।

 

अब आप भी मात्र 250 रुपये में लगवा सकते है कोरोना टीका, डिटेल में जानें कहाँ और कैसे लगवा सकते है टीका

देश भर में केंद्र सरकार ने 1 मार्च से 60 साल से अधिक आयु के लोगों के कोरोना वैक्सीनेशन का ऐलान किया है। इसके अलावा 45 साल से अधिक आयु के ऐसे लोगों का भी टीकाकरण होगा, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। इस बीच एक अहम सवाल जवाब भी मिल गया है कि आखिर प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना टीके की कीमत क्या होगी।

सरकार ने तय किया है कि निजी अस्पतालों में एक डोज की कीमत 250 रुपये होगी। वहीं सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण पूरी तरह से मुफ्त होगा। देश भर में सरकार ने 10,000 सरकारी अस्पतालों और 20,000 निजी केंद्रों में टीकाकरण शुरू करने का ऐलान किया है। 28 दिनों के अंतराल में लगने वालीं कुल दो डोज की कीमत 500 रुपये होगी। इसमें सभी तरह के टैक्स भी शामिल होंगे।

इस बीच गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कन्फर्म कर दिया है कि राज्य में एक टीके की कीमत 250 रुपये निजी अस्पतालों में होगी। बता दें कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत देश के कई नेता पीएम से सभी को मुफ्त टीका लगाने की अपील कर चुके हैं। लेकिन केंद्र सरकार ने साफ किया है कि निजी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण नहीं होगा। बीते कुछ दिनों में तेजी से कोरोना के मामलों में इजाफा होने के चलते सरकार ने निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण कराने का फैसला लिया है।

इससे पहले 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीनेशन का पहला राउंड शुरू हुआ था। इसके चलते देश भर में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया गया है। अब 1 मार्च से दूसरा राउंड शुरू होगा। इस चरण में बुजुर्गों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके अलावा 45 साल से अधिक के गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को भी टीका लगेगा। सभी 10,000 सरकारी अस्पतालों में कोरोना का टीका पूरी तरह फ्री होगा। हालांकि किसी भी निजी अस्पताल में टीकाकरण के लिए 500 रुपये तक का चार्ज देना होगा। इससे पहले केंद्र सरकार ने ऐसे कई दावों को खारिज किया है, जिसमें कोरोना टीकाकरण के चार्ज के अलग-अलग दावे किए जा रहे थे। देश में यह पहला मौका होगा, जब कोविशील्ड और कोवैक्सीन जैसी दवाएं निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध होंगी।

फिर से पैर पसारने लगा कोरोना, वैक्सीनेशन की रफ्तार को दोगुना करेगी सरकार

देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के नए मामलों में तेजी देखी गई है। इस वजह से टीकाकरण की गति बढ़ाए जाने की चर्चा की जाने लगी है। एक अधिकारी की मानें तो केंद्र सरकार अगले चार से छह हफ्तों में वैक्सीनेशन की दर 5 लाख प्रति दिन ले जाने की योजना बना रही है।

सरकार देश में 200 जगहों पर रोजाना किए जा रहे टीकाकरण की संख्या को दोगुना तक बढ़ा सकती है। सरकार यह कदम तब उठा रही है, जब अगले महीने से 50 साल से ऊपर उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगाने की तैयारी चल रही है। जब से कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई है, तब से अब तक सिर्फ हेल्थवर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स का ही टीकाकरण किया जा रहा है।

कोरोना वायरस से संबंधी मामलों पर बनाए गए नेशनल टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा, ”अभी सॉफ्टवेयर के फंक्शन को चेक करने का काम किया जा रहा था। अब यह साबित हो गया है कि सॉफ्टवेयर लोड को संभालने में सक्षम है, तो जल्द ही संख्या को बढ़ाया जा सकता है।’

टीकाकरण को बढ़ाए जाने के पीछे माना जा रहा है कि भारत में कोरोना की नई लहर ने दस्तक दे दिया है। हालांकि, अभी तक इसको लेकर आधिकारिक रूप से साफ नहीं किया गया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में मामलों में तेजी आई है। एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर डेढ़ लाख के पार पहुंच गई है। रविवार तक लगातार पांच दिनों तक कोरोना के रोजाना सामने आने वाले मामलों में बढ़ोतरी हुई है।

कोरोना के चलते राज्यों के बीच फिर खड़ी हो रहीं दीवारें, अधिक कोरोना केस वाले राज्यों से संपर्क काटने लगे पड़ोसी राज्य

पिछले कुछ दिनों में एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी आने लगी है और इसे देश में संक्रमण के दूसरे लहर की आहट के तौर पर देखा जा रहा है। महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों में कई इलाकों में लॉकडाउन जैसे हालात हो गए हैं तो अब दूसरे राज्यों ने भी इन्हें अलग-थलग करना शुरू कर दिया है। पड़ोसी राज्यों ने आने-जाने वालों पर नियम और शर्तें लगानी शुरू कर दी हैं। कुछ ने चेक पोस्ट लगा दिए हैं तो कुछ निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही लोगों को आने की अनुमति दे रहे हैं।

गुजरात सरकार ने पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा पर चेक पोस्ट लगाकर इन राज्यों से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। इन दोनों राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति की जांच की जा रही है कि कहीं उनमें कोरोना का कोई लक्षण तो नहीं है। बिना लक्षण वाले लोगों को ही राज्य में आने की अनुमति दी जाएगी। दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, बेतुल, सिवनी, छिंदवारा, बालाघाट, बरवानी, खंडवा, खरगांव, बुरहानपुर, अलीराजपुर और महाराष्ट्र की सीमा से सटे जिलों के कलेक्टरों से ड्रिस्ट्रक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटी की बैठक बुलाने को कहा है।  

उधर, कर्नाटक ने पहले ही महाराष्ट्र और केरल से आने वाले लोगों के लिए निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट की अनिवार्यता की घोषणा कर दी थी। अब कलबुर्गी जिला प्रशासन ने महाराष्ट्र जाने वालों के लिए अडवाइजरी जारी की है। जिले में महाराष्ट्र सीमा पर पांच चेक पोस्ट लगाए गए हैं। महाराष्ट्र से कर्नाटक आ रहे लोगों को यहां निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखानी होती है। कर्नाटक ने यही नियम केरल से आने वाले लोगों के लिए भी लागू किया है।

इस बीच केरल के सीएम पी विजयन ने कर्नाटक की ओर से कई सीमाओं को बंद करने पर नाराजगी जाहिर की है। विजयन ने सोमवार को कहा कि केरल से कर्नाटक जाने वाले कई बॉर्डर रोड्स को बंद करने का मामला केंद्र सरकार के सामने उठाया जाएगा। विजयन ने कहा कि कर्नाटक के डीजीपी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जरूरी सामानों को ले जाने वाले वाहनों को इस नियम से छूट दी जाएगी।

 

16 जनवरी को पहले चरण में शामिल हुए स्वास्थ्य कर्मियों को आज दी जा रही है वैक्सीन की दूसरी खुराक

नई दिल्ली। 16 जनवरी को विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के पहले चरण में शामिल हुए स्वास्थ्य कर्मियों को आज कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा रही है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा है कि देश के 55 प्रतिशत से अधिक स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को कोविड टीकाकरण की पहली खुराक दी जा चुकी है।

लोकसभा में स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को इस महीने की दो तारीख से कोविड टीका देना शुरू कर दिया गया है। उन्‍होंने बताया कि स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों तथा अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को टीका देने के बाद अन्‍य श्रेणियों के लोगों को कोविड टीका लगाने पर राष्‍ट्रीय विशेषज्ञ दल फैसला लेगा।

डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि कोविड के दो टीके 28 दिन के अन्‍तराल पर लगाये जाते हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने बताया कि कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के संचालन के लिए राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों को 480 करोड रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। झारखंड में लगभग दो लाख एक हजार 862 स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को कोविड टीका लगाया गया है। हमारी संवाददाता ने बताया है कि जिन लोगों का टीकाकरण पहले किया जा चुका है उन्‍हें आज दूसरे चरण का टीका लगाया जाएगा।

सबसे अधिक टीकाकरण दर्ज करने वाले शीर्ष दस राज्यों में झारखंड भी शामिल हो गया है। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार झारखंड में अबतक 58 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। एनएचएम के अभियान के निदेशक रविशंकर शुक्ला ने आकाशवाणी समाचार को बताया कि 16 जनवरी को पहली खुराक के साथ कोविड टीका लगाने वाले लाभार्थियों को कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक देने की शुरुआत आज से राज्य में की जाएगी।

 

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक सफलता, टीकाकरण के मामले में दुनिया 3 सबसे बड़ा देश बना भारत  

नई दिल्ली।  भारत ने कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक और वैश्विक ऊंचाई हासिल की है। भारत कोविड-19 के टीके लगाने की संख्‍या के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। केवल अमेरिका और इंग्‍लैंड ही भारत से आगे हैं। भारत के 12 राज्‍यों में दो-दो लाख से अधिक लाभार्थियों को टीके लग गए हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में ही 6,73,542 लाभार्थियों को टीके लग गए हैं।

7 फरवरी को सुबह 8 बजे तक कुल 57.75 लाख (57,75,322) लाभार्थियों ने राष्‍ट्रव्‍यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 के टीके लगाए गए। अ‍भी तक 53,04,546 स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों और 4,70,776 फ्रंटलाइन कर्मचारियों को टीकाकरण अभियान के तहत टीके लगाए गए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान 8,875 सत्रों में 3,58,473 लाभार्थियों को टीके लगाए गए हैं। अभी तक 1,15,178 सत्रों का आयोजन हो चुका है।

टीके लगाए जा रहे लाभार्थियों की संख्‍या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। एक अन्‍य महत्‍वपूर्ण उपलब्धि यह है कि देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 80 से भी कम कोविड रोगियों की मौत होने का पता चला है। पिछले 9 महीनों में यह संख्‍या सबसे कम है।  देश के सक्रिय मामलों की संख्‍या आज 1.48 लाख (1,48,766) है। मौजूदा सक्रिय मामलों की संख्‍या देश के कुल संक्रमित मामलों की केवल 1.37 प्रतिशत ही है।

आज भारत के ठीक हुए मरीजों की कुल संख्‍या 1.05 करोड़ (1,05,22,601) हो गई है। रिकवरी दर 97.19 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में 12,059 नए मामले दर्ज हुए हैं। कल 11,805 रोगी ठीक हुए हैं और उन्‍हें अस्‍पतालों से छुट्टी दी गई है।

81.07 प्रतिशत ठीक हुए नए मामले 6 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं। केरल में एक दिन में सबसे अधिक 6,178 नए मरीज ठीक हुए हैं, जबकि महाराष्‍ट्र और तमिलनाडु में कल क्रमश: 1,739 और 503 नए मरीज ठीक हुए हैं।

 

 

देश में अब तक 45.93 लाख लोगों को लगाया गया कोविड का टीका,  स्वस्थ होने की दर बढकर 97.13% हुई

नई दिल्ली। देश में आज दिन के डेढ़ बजे तक कोरोना वैक्‍सीन लेने वाले लोगों की संख्‍या 45 लाख 93 हजार से अधिक हो गई। स्‍वास्‍थ्‍य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में एक हजार 239 निजी क्षेत्र के केन्‍द्रों और पांच हजार 912 सार्वजनिक क्षेत्र के स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि भारत सबसे तेजी से 40 लाख लोगों को कोविड वैक्‍सीन देने वाला देश बन गया है। पहले 40 लाख लोगों को वैक्‍सीन देने में भारत को केवल 18 दिन लगे।

स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने बताया कि कोविड टीके लगवाने वाले 97 प्रतिशत लोग संतुष्‍ट हैं। यह परिणाम सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के फीडबैक प्‍लेटफार्म के जरिये टीके लगवाने वाले लोगों के पंजीकरण पर आधारित हैं। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य कार्यकर्ताओं के टीकाकरण में मध्‍य प्रदेश पहले स्‍थान पर है जहां 18 दिन में ही 73 प्रतिशत स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल कार्यकर्ताओं को टीके लगाये जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि इस समय इलाज करा रहे मरीजों की संख्‍या एक लाख 60 हजार से कम है, जबकि कोविड से स्‍वस्‍थ होने की दर 97 दशमलव एक-तीन प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि रोजाना संक्रमित हो रहे लोगों की संख्‍या भी लगातार कम हो रही है। दैनिक मृत्‍यु के आंकड़े भी लगातार घट रहे हैं। केरल सहित आठ राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने संक्रमण की साप्‍ताहिक दर राष्‍ट्रीय औसत एक दशमलव आठ दो प्रतिशत से अधिक है। उन्‍होंने कहा कि यह चिंता की बात है और केंद्रीय दल इनमें से कुछ राज्‍यों में भेजे गए हैं।

तीसरे राष्‍ट्रीय सीरोसर्वे के बारे में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महासचिव डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि 17 दिसंबर से आठ जनवरी तक सर्वेक्षण में शामिल 21 दशमलव पांच प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडीज मिली। उन्‍होंने कहा कि शहरी झुग्‍गी बस्तियों में 31 दशमलव सात प्रतिशत, अन्‍य शहरी इलाकों में 26 दशमलव दो प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 19 दशमलव एक प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडीज मिली।

डॉ. भार्गव ने कहा कि राष्‍ट्रव्‍यापी सीरो सर्वे से पता चला है कि बड़ी संख्‍या में लोगों को अब भी कोविड-19 का खतरा है। उन्‍होंने कहा कि यह सर्वेक्षण टीकाकरण शुरू होने से पहले किया गया था। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने 25 दशमलव सात प्रतिशत ऐसे हैं जो संक्रमित होकर ठीक हो गए हैं। डॉ. भार्गव ने कहा कि सावधानी महत्‍वपूर्ण है और वैक्‍सीन आवश्‍यक। उन्‍होंने कहा कि मास्‍क लगाने, सुरक्षित दूरी बनाये रखने और बार-बार हाथ धोने में कोई कमी नहीं बरतनी चाहिए।

 

जानिए, प्रधानमंत्री मोदी कब लगवाएंगे कोरोना का टीका ?  

नई दिल्ली। वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। देश में फिलहाल अभी कोरोना टीकाकरण का पहला चरण चल रहा है। इस चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है।

बता दें कि टीकाकरण की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहाथा कि वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। जिसके तहत अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी टीका लगवाएंगे।

बताते चलें कि देशभर में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है। विपक्षी पार्टियां कोरोना टीकाकरण को लेकर राजनीति करने से बाज नहीं आ रही हैं। विपक्षी पार्टियों ने पीएम मोदी पर सवाल उठाया कि आखिरी वह कोरोना का टीका क्यों नहीं ले रहे हैं। ऐसे में अब पीएम मोदी का यह अहम फैसला विपक्षी पार्टियों करारा जवाब देगा।

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अफवाह फैलाने वालों की अब खैर नहीं, सीएम योगी ने दिए कार्रवाई के निर्देश

लखनऊ। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर सीएम योगी सख्त हो गए हैं। सीएम योगी ने ऐसी अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरे प्रदेश में पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर ऐसी अफवाहों निगरानी करने में जुटा है।

बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर प्रदेश में पहले से ही अफवाहें फैलाए जाने की सूचना सरकार को लगातार मिल रही थी। कुछ गुप्चर एजेंसियों की ओर से यह भी इनपुट था कि वैक्सीन के बारे में दुष्प्रचार कर कुछ लोग अव्यवस्था फैला सकते हैं। इसी के मद्देनजर सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर अफवाह फैलाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।