Tag Archives: West Bengal Election 2021

बंगाल के चुनावी रण में उतरे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, मालदा में चुनावी सभा को किया संबोधित

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है, जिसके बाद राजनीतिक पार्टियों के बीच हलचल बढ़ना लाजमी है। भाजपा के दिग्गज नेता मंगलवार को बंगाल दौरे पर पहुंचे। मालदा जिले में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हमेशा से भारत में पश्चिम बंगाल सांस्कृतिक राष्ट्रीयता का प्रतीक रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में यहां क्रांति हुई थी।’

पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी आदित्यानाथ ने कहा, ‘आज बंगाल में सत्ता प्रायोजित अपराध और आतंकवाद न केवल यहां की सुरक्षा के सामने संकट खड़ा कर रहा है बल्कि देश की सुरक्षा को भी चुनौती देता दिखाई देता है। आज बंगाल में दुर्गापूजा पर प्रतिबंध लगाया जाता है। ईद में जबर्दस्ती गौ हत्याएं प्रारंभ कराई जाती हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं बंगाल सरकार व ममता दीदी से आग्रह करना चाहूंगा कि उत्तर प्रदेश में एक सरकार थी जिसने अयोध्या में भगवान राम के श्रद्धालुओं पर गोली बरसाई। अब उस सरकार का हाल आप देख सकते हैं। अब बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की बारी है।’

उन्होंने आज कहा, ‘जब बंगाल में अराजकता और बदहाली दिखाई देती हैं तो पूरे देश को पीड़ा होती है। आज बंगाल में गरीबी और बदहाली है। बंगाल में केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लागू नहीं होने दिया जाता है।’

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘बंगाल परिवर्तन का वाहक रहा है, आज बंगाल में परिवर्तन की बेला है। मालदा से लाइव जुड़िये…’ मुख्यमंत्री ने बंगाल निकलने से पहले ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘नमस्कार बंगाल…, सनातन संस्कृति की जागृत धरा पर आज आप सभी के बीच उपस्थित होने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हो रहा है। ‘वंदे मातरम्’ के अमर उद्घोष से सम्पूर्ण देश की राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने वाली वीर भूमि को मेरा नमन… जय श्री राम।’

प. बंगालः शनिवार देर रात BJP की प्रचार वैन पर हुआ हमला, TMC पर तोड़फोड़ का आरोप

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण का चुनाव है। राज्य में चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी बीच शनिवार को स्वभूमि के नजदीक कडापारा में भाजपा के गोदाम में खड़ी प्रचार वैन में तोड़फोड़ की गई और ड्राइवरों-कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई।

आज इसपर कार्रवाई करते हुए कोलकाता पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पांचों के खिलाफ गैर जमानती अपराध की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

भाजपा ने तोड़फोड़ का आरोप टीएमसी के गुंडों पर लगाया था। भाजपा ने कहा था कि टीएमसी के गुंडों ने कडापारा के गोदाम में घुसकर प्रचार वैन को तोड़ा और कीमती सामान चुरा लिया।

पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर ममता ने निकाली ई-बाइक रैली, इस मेयर की ई-बाइक पर बैठकर लटकाया महंगाई का पोस्टर

नई दिल्ली। देश में पेट्रोल-डीजल को लेकर बढ़ती कीमतों के खिलाफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सड़क पर उतर आई हैं। सीएम ममता ने आज कोलकाता में ई-बाइक रैली निकाली। कोलकाता मेयर फिरहाद हकीम के ई-बाइक पर पीछे बैठीं ममता बनर्जी ने गले में महंगाई का पोस्टर लटकाया। हरीश चटर्जी स्ट्रीट से लेकर राज्य सचिवालय नबन्ना तक ई-बाइक रैली निकाली गई।

आपको बता दें कि देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये के पार हो गया है। कोलकाता में पेट्रोल 91.12 रुपये और डीजल 84.19 रुपये लीटर है। पेट्रोल-डीजल की ऊंची कीमत से हर तरफ से यह आवाज उठ रही है कि सरकार इस पर लगने वाले भारी टैक्सेज में कटौती करे। इस महीने पेट्रोल के दाम में 13 दिन बढ़ोतरी हुई है। उससे यह 03.63 रुपये महंगा हो गया है। इसी तरह, 13 दिन में डीजल की कीमत में 3.84 रुपये का इजाफा हुआ है।

अमित शाह का दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरा आज से, पास में ही ममता भी करेंगी चुनावी रैली

दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय राजनीतिक दौरे के लिए पश्चिम बंगाल जाएंगे और इस दौरान वह दक्षिण 24 परगना जिले से भाजपा की ‘परिवर्तन यात्रा के पांचवें एवं अंतिम चरण की शुरुआत करेंगे और कई अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे ।

शाह इस दौरान एक शरणार्थी के परिवार के साथ मध्याह्न भोजन भी करेंगे। ऐसा प्रतीत होता है कि यह उन लोगों के प्रति एकजुटता जताने की कोशिश है, जिन्हें भाजपा ने नागरिकता देने का वादा किया है।

एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री सुबह कोलकाता के रास बिहारी एवेन्यू में भारत सेवाश्रम संघ जाएंगे और इसके बाद वह गंगासागर में कपिल मुनि आश्रम का दौरा करेंगे। शाह दोपहर को नामखाना से परिवर्तन यात्रा आरंभ करेंगे और इसके बाद नारायणपुर गांव में शरणार्थी परिवार के साथ मध्याह्न भोजन करेंगे।

वह नामखाना में एक रोडशो में भी हिस्सा लेंगे। अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री शुक्रवार को कोलकाता के राष्ट्रीय पुस्तकालय में राज्य के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और शहर में एक मीडिया सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने जबरदस्त प्रचार मुहिम शुरू कर दी है। तृणमूल की प्रचार मुहिम का नेतृत्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं, जबकि भाजपा के शीर्ष नेता मुहिम में हिस्सा ले रहे हैं।

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी थोड़ी ही दूरी पर अलग रैली को संबोधित करेंगी। पश्चिम बंगाल में आगामी चुनावों के लिए पहली बार बनर्जी और शाह एक ही जिले में लगभग एक ही समय पर रैलियां करेंगे ।

ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी की शुभेंदु को चुनौती- कहीं से भी लड़िए, 50 हजार वोट से हारेंगे

कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी की आलोचना करते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री मेदिनीपुर के अपने गढ़ में भले किसी सीट से चुनाव लड़ें, उनकी 50 हजार से अधिक मतों से हार होगी।

टीएमसी से बीजेपी में गए शुभेंदु अधिकारी के कांठी स्थित पारिवारिक आवास ‘शांतिकुंज’ से करीब पांच किलोमीटर दूर एक जनसभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के अध्यक्ष और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने चुनौती देते हुए कहा कि पूर्वी मेदिनीपुर जिला अधिकारी का गढ़ है और यहां पर अप्रैल-मई में होने वाले विधानचुनाव में भाजपा की हार होगी।

अभिषेक ने आगे कहा, ‘पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी को तीसरी बार मुख्यमंत्री चुनेगा और तृणमूल कांग्रेस 250 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी जबकि भाजपा की करारी हार होगी।’ तृणमूल सांसद ने कहा, ”इस साल का विधानसभा चुनाव पूर्वी मेदिनीपुर के लोगों के लिए बहुत अहम है क्योंकि राज्य की मुख्यमंत्री इस जिले से चुनाव लड़ेंगी। ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ेंगी।

बंगाल में भाजपा की परिवर्तन यात्रा को नड्डा ने दिखाई हरी झंडी, बोले-ममता दीदी ने मां-माटी-मानुष की कद्र नहीं की

बंगाल में ममता सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा इकाई ने परिवर्तन यात्रा शुरू की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नदिया जिले के नवद्वीप से शनिवार शाम परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस मौके पर लोगों का महाहुजूम उमड़ा पड़ा था। परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले नड्डा ने यहां एक रैली को भी संबोधित किया।

इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता ने परिवर्तन तय कर लिया है। 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल से तृणमूल कांग्रेस का जाना और भाजपा का आना तय है।

नड्डा ने कहा कि ममता दीदी ने परिवर्तन का नारा और मां, माटी, मानुष की शपथ ले 10 साल पहले सत्ता में आई थी। लेकिन, पिछले 10 साल में मां को लूट लिया, माटी का अनादर किया गया और मानुष की रक्षा नहीं की गई।

नड्डा ने कहा कि बंगाल में मां, माटी व मानुष की जगह टोलाबाजी, तुष्टीकरण और तानाशाही ने लिया है।  इसलिए भाजपा ने तय किया है कि परिवर्तन यात्रा के माध्यम से बंगाल की जनता को जगाएंगे, उनको तृणमूल सरकार के कारनामे बताएंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि मुझे तो लगता है कि अब बंगाल की जनता जाग चुकी है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बंगाल में भी परिवर्तन का समय आ गया है। यहां भी सुशासन आएगा। ममता सरकार ने यहां भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया है। प्रशासन का राजनीतिकरण कर दिया गया है पुलिस का इस्तेमाल क्रिमिनल एक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। इन सब पर रोक लगाई जाएगी।

नड्डा ने कहा कि बंगाल की संस्कृति को ममता बनर्जी नहीं संभाल सकती। इसकी रक्षा सिर्फ भाजपा के कार्यकर्ता करेंगे। ममता जिस तरह मेरे नाम के आगे विशेषण लगाती हैं, वो बताता है कि आपने बंगाल की संस्कृति का निरादर किया है। नड्डा ने कहा कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद पूरे देश में महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार बंगाल में होता है। दुष्कर्म और घरेलू हिंसा की सबसे ज्यादा वारदातें यहां होती हैं। यहां की मुख्यमंत्री एक महिला हैं, फिर भी अगर यहां महिलाओं की इज्जत ना हो तो राज्य को परिवर्तन की जरूरत है।

नड्डा ने आगे कहा कि ममता सरकार विकास की राह में रोड़ा है। इसके जाने से बंगाल का विकास होगा। ममता राज में जब मेरे ऊपर हमला हो सकता है तो आम आदमी की क्या हालत होगी, इसे बखूबी समझा जा सकता है।

नड्डा ने आगे कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद किया तो ममता दीदी परेशान हो गईं। मैं यह पूछता हूं कि इतने दिनों तक दीदी ने नेताजी को क्यों नहीं याद किया।

जिस पुराने फॉर्मूले से देशभर में ताकतवर हुई भाजपा, वह बंगाल में ममता के खिलाफ हो पाएगा कारगर?

पश्चिम बंगाल। भाजपा की परिवर्तन यात्राओं को लेकर राजनीतिक घमासान छिड़ा हुआ है। राज्य प्रशासन ने अभी तक इसकी अनुमति नहीं दी है। अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने व जनता तक पहुंचने के लिए भाजपा का यात्राओं का पुराना फॉर्मूला है, जो उसे लाभ देता है, लेकिन ऐसी यात्राओं को लेकर विवाद भी खड़े होते रहे हैं और राजनीतिक टकराव भी हुए हैं। पश्चिम बंगाल में भी वही स्थिति बनी हुई है।

अब जबकि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल व पुडुचेरी की पांच विधानसभाओं के चुनाव होने हैं, भाजपा एक बार फिर अपना जनाधार बढ़ाने के लिए इसी तरह की रथ यात्राओं को कर रही है। उसने नवंबर में तमिलनाडु में वेत्रीवेल रथ यात्रा का आयोजन किया था,

जिसे लेकर उसके व सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के बीच टकराव भी हुआ था। छह नवंबर से छह दिसंबर के बीच भगवान मुरुगन से जुड़ी इस यात्रा को सरकार ने कोविड-19 के आधार पर अनुमति नहीं दी थी, इसके बावजूद भाजपा ने विभिन्न स्थानों पर रोड शो करते हुए इसे पूरा किया। कई जगह भाजपा नेताओं को हिरासत में भी लिया गया था।

अब भाजपा ने पश्चिम बंगाल के चुनाव को मथने के लिए परिवर्तन यात्राओं की तैयारी की है। वह राज्य में पांच स्थानों से यात्राएं निकालेगी, जो राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेंगी।

पहली यात्रा छह फरवरी को नवद्वीप से शुरू होनी है, जिसको भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा हरी झंडी दिखाने वाले हैं, लेकिन इसे अनुमति देने को राज्य प्रशासन तैयार नहीं है। दूसरी रथ यात्रा को अमित शाह 11 फरवरी को कूच बिहार से हरी झंडी दिखाने वाले हैं। भाजपा ने इसे यात्रा से जुड़े मुद्दों के लेकर चुनाव आयोग में भी दस्तक दी है।

West Bengal Election 2021: TMC से नाता तोड़ BJP में शामिल होने वाले शांतिपुर विधायक को जान से मारने की धमकी 

पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख करीब आ रही है, राजनीतिक दलों के नेताओं एवं उनके कार्यकर्ताओं के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। यहां तक कि एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होने वाले नेता को जान से मारने की धमकी तक दी जाने लगी है।

बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को टीएमसी पर आरोप लगाया कि, शांतिपुर के बागदेवीपुर और करमचापुर इलाके में विधायक अरिंदम भट्टाचार्य के खिलाफ दीवारों पर धमकी भरे संदेश लिखे जा रहे हैं। दिवार पर लिखे गए संदेश में कहा गया है अगर विधायक अरिंदम भट्टाचार्य ने 7 दिन के अंदर क्षेत्र से पलायन नहीं किया, तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। इस धमकी पर कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि आखिर ये कैसी कानून व्यवस्था है?

शुक्रवार को उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि, “बंगाल में किस तरह का लोकतंत्र चल रहा है ये उसी का एक नमूना है! शांतिपुर नादिया की दीवारों पर विधायक अरिंदम भट्टाचार्य को खुली धमकी लिखी है ‘7 दिन में शांतिपुर छोड़ दो, नहीं तो तुम्हारे खून के जिम्मेदार तुम खुद होगे।’ तृणमूल का जनताविहीन लोकतंत्र।

 

पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार, बताई ये वजह;

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव कराए जाने वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया है। पुनीत कौर ढांडा द्वारा दाखिल इस याचिक में अपील की गई थी कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र, पश्चिम बंगाल सरकार और निर्वाचन आयोग को निष्पक्ष, सुरक्षित, स्वतंत्र एवं शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव काराने का निर्देश दे। न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने विचार करने से इनकार कर दिया। शीर्ष अदालत कहा कि इस मसले पर विधि सम्‍मत दूसरे उपाय आजमाए जा सकते हैं।

याचिका में कहा गया था कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विरोधियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की कथित हत्या की घटनाएं हो रही हैं जिनकी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को निर्देश देने की गुजारिश की गई थी। याचिकाकर्ता ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत दूसरे नेताओं पर पश्चिम बंगाल में हुए हमले की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि ऐसे हालात में राज्य में निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव कराना संभव नहीं है। ऐसा केवल तभी हो सकता है जब‍ पश्चिम बंगाल के चुनाव शीर्ष अदालत की निगरानी में कराए जाएं।

जस्टिस हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी वाली इस पीठ के समक्ष याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया था कि तेलंगाना के रोहिंग्‍या मतदाताओं ने खुद को पश्चिम बंगाल में वोटर के रूप में पंजिकृत करा लिया है। यही नहीं मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदू मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर वोट डालने के लिए जाने नहीं दिया जाता है। इस जनहित याचिका में केंद्रीय गृह मंत्रालय, पश्चिम बंगाल सरकार, निर्वाचन आयोग, राज्‍य चुनाव आयोग, सीबीआइ और राज्‍य के डीजीपी को भी पार्टी बनाया गया था। याचिका में कहा गया था कि राज्‍य में लगातार मानवाधिकारों की धज्ज‍ियां उड़ाई जा रही हैं।