Tag Archives: #yogiaditynath

नरेन्द्र मोदी सरकार में गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सहारनपुर में उत्तर प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सौगात दी

सहारनपुर-नरेन्द्र मोदी सरकार में गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सहारनपुर में उत्तर प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सौगात दी। ïउन्होंने मां शाकुंभरी राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा ब्रज क्षेत्र के बूथ प्रभारी के रूप में अमित शाह की आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पहली यात्रा थी। गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सहारनपुर में 92 करोड़ की लागत से 50.43 एकड़ में जनता रोड स्थित पुंवारका में बनने वाले मां शाकुंभरी राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। गृह एवं सहकारिता मंत्री भारत सरकार अमित शाह के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री/उच्च शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा के साथ योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सूर्यप्रताप शाही, भूपेन्द्र चौधरी, डॉ धर्म सिंह सैनी, राज्य मंत्री नीलिमा कटियार तथा केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान तथा सांसद कैराना प्रदीप चौधरी भी थे। इनके साथ सहारनपुर से लोकसभा का चुनाव लडऩे वाले राघव लखन पाल तथा भाजपा नेता किरात सिंह भी थे।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरे जिगर के टुकडे जैसे युवा मित्रों इस पवित्र भूमि पर मां शाकुंभरी के नाम जो शक्ति और संपन्नता का प्रतीक है वह हमको आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि यहां पर बनने वाली राज्य यूनिवसिर्टी से तीन जिलों को शिक्षा प्राप्त होगी। अमित शाह ने कहा कि 2017 में मैं जब सहारनपुर आया था। तब लोग कहते थे साहब हम तो धर्म परिवर्तन कर देंगे क्या हमारा पलायन रुकेगा। मैंने कहा था आप एक बार परिवर्तन कर दिजिये फिर देखिये पलायन कराने वालों का पलायन कर देंगे। पहले लोग कहते थे कि क्या पलायन कम होगा, मैने कहा था पलायन कराने वाले यूपी से पलायन करते मिलेंगे। अब तक 90 प्रतिशत किसानों का भुगतान हो चुका है। अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सम्मान बढ़ाने का काम किया है। आज वेस्ट यूपी में किसी मां या बहन को बाहर जाने की जरूरत नहीं है। किसी की मजाल नहीं कोई बहन बेटी से छेड़छाड़ करे। यहां तो एक समय था जब केवल दंगे होते थे। हमारी बेटियों को भी पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में भेजना पड़ता था क्योंकि यहां कोई सुरक्षा नहीं थी। आज पश्चिमी यूपी में किसी भी बेटी को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। कोई भी उनके साथ दुर्व्यवहार करने की हिम्मत नहीं करता है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2021 पेपर लीक केस में योगी सरकार ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2021 पेपर लीक केस में योगी सरकार ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) संजय उपाध्याय के निलंबन के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें अहम कार्य में गोपनीयता न बरतने और परीक्षा की शुचिता बरकरार न रख पाने में प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। संजय उपाध्याय को लखनऊ से गिरफ्तार कर नोएडा ले जाया गया है। इसके पहले यूपी एसटीएफ ने प्रश्नपत्र छापने वाली एजेंसी के निदेशक राय अनूप प्रसाद को दिल्‍ली से गिरफ्तार किया था। इस एजेंसी को प्रश्न पत्र छापने का वर्क आर्डर संजय उपाध्याय ने जारी किया था।उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 28 नवंबर को आयोजित की गई थी। परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक हो गया था, जिसके कारण परीक्षा रद कर दी गई थी। इसमें 21.65 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे। इस पूरे प्रकरण को राज्य सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

सरकार ने इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। इंटरनेट मीडिया पर पेपर लीक करने सहित साल्वर गिरोह के करीब तीन दर्जन आरोपितों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। पीएनपी सचिव संजय उपाध्याय के बाद अब जल्द ही इस मामले में कुछ और बड़ों की गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।यूपी के एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि टीईटी पेपर लीक केस में शुरुआत में ही स्‍पष्‍ट कर दिया गया था कि सख्‍त एक्‍शन लिया जाएगा। कोई भी दोषी बख्‍शा नहीं जाएगा। प्रशांत कुमार के अनुसार पूछताछ के बाद जांच अधिकारी और यूपी एसटीएफ की टीम ने पीएनपी सचिव संजय उपाध्याय गिरफ्तार किया है। कोर्ट में पेश किए जाने के बाद पुलिस उन्‍हें रिमांड पर लेकर और पूछताछ करेगी। उन्‍होंने कहा कि पीएनपी सचिव संजय उपाध्‍याय के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्‍त साक्ष्‍य हैं। इसी आधार पर उनकी गिरफ्तारी की गई है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

सरकार पहले ही उन्‍हें निलंबित कर चुकी हैयोगी सरकार ने उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) के स्तर पर गड़बड़ी होने के मामले में दूसरी बार सचिव पर बड़ी कार्रवाई की है। इसके पहले वर्ष 2018 में 68500 शिक्षक भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप में इससे भी बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें तत्कालीन सचिव सुत्ता सिंह सहित कई अफसरों को निलंबित कर दिया गया था। अब यूपीटीईटी में गोपनीयता के उच्चस्तरीय मानदंडों का पालन नहीं करने के आरोप में परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय को निलंबित कर गिरफ्तार भी कर लिया गया है। यह इस पद पर छह महीने भी नहीं रह पाए।

टीकाकरण को और तेज करने के लिए ठोस प्रयास की जरूरत है-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना टीके की दोनों खुराक पाने वालों की संख्या सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में है। लेकिन, टीकाकरण को और तेज करने के लिए ठोस प्रयास की जरूरत है। शनिवार को अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाए। अब तक पहली डोज न पाने लेने वालों की अलग सूची तैयार कराएं। जिन व्यक्तियों का दूसरा डोज रह हो गया हो उनकी अलग से सूची बनाई जाए। दिव्यांग, अक्षम, निराश्रित, वृद्ध जनों से संपर्क कर उनका टीकाकरण कराएं। सीएमओ स्तर से ग्राम प्रधानों, पार्षदों का सहयोग लिया जाए।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना टीकाकरण की अब तक की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में चार करोड़ 13 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। 10 करोड़ 46 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की लगभग 70 फीसद से अधिक है। इस प्रकार प्रदेश में अब तक 14 करोड़ 67 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं।कोविड टेस्टिंग और टीकाकरण में उत्तर प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है। कोविड से बचाव के लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति के सही क्रियान्वयन से प्रदेश में महामारी पूरी तरह नियंत्रित है। बीते 24 घंटों में हुई एक लाख 27 हजार 461 सैम्पल की जांच में कुल सात संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में पांच संक्रमित कोरोना मुक्त भी हुए।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

अब उत्तर प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 100 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 313 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए सावधानी और सतर्कता जरूरी है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि जीका वायरस की टेस्ट पॉजिटिविटी दर में लगातार गिरावट देखी जा रही है। वर्तमान में जीका वायरस प्रभावित कुल मरीजों की संख्या 43 है। 103 लोग उपचारित होकर स्वस्थ हो चुके हैं। लोगों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। ट्रेसिंग-टेस्टिंग और तेज की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना अभियान स्वरूप में की जा रही है। इस तरह अब तक विभिन्न जिलों में कुल 518 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील किये जा चुके हैं। शेष प्लान्ट की स्थापना का कार्य यथाशीघ्र पूरा किया जाए।सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बढ़ती ठंड के दृष्टिगत राजस्व विभाग और नगर विकास विभाग को प्रदेश में तत्काल रैन बसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने की निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रैन बसेरों में सभी जरूरी सुविधाएं सुलभ कराई जाए। उन्होंने कहा कि देश में धान खरीद की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी धान क्रय केंद्रों पर व्यवस्था सुचारु बनी रहे। जिलाधिकारी स्वयं क्रय केंद्रों का निरीक्षण करें। जिलों में नोडल अधिकारी एक्टिव रहें। किसानों को भुगतान में देरी न हो।

तीन कृषि कानूनों का वापस लेने का निर्णय किसानों के सम्मान में-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के सम्मान में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय किया है। प्रधानमंत्री के इस कदम से किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए उनकी प्रतिबद्धता व सहृदयता परिलक्षित होती है। गुरु पर्व पर प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत के रूप में संवाद की भाषा का इस्तेमाल करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर जो ऐतिहासिक कार्य किया है, उसका मैं उप्र शासन की ओर से ह्रïदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूंउन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि तीन कृषि कानूनों को लेकर कतिपय किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे। यद्यपि एक बड़ा समुदाय शुरू से ही इस बात को मानता था कि किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए इस प्रकार के कानून महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

इसके बावजूद जब कतिपय किसान संगठन इसके विरोध में आये थे, सरकार ने हर स्तर पर संवाद बनाने का प्रयास किया। यह हो सकता है हमारे स्तर पर कोई कमी रह गई हो। हम अपनी बात को उन लोगों को समझाने में कहीं न कहीं विफल रहे जिसके कारण उन्हें आंदोलन के रास्ते पर आगे बढ़ना पड़ा था।कृषि कानून के बारे में यदि कहीं से भी कोई आवाज निकली है तो लोकतंत्र की इस आवाज को अनसुना नहीं किया जा सकता है। आपसी समन्वय, बातचीत व संवाद के माध्यम से समस्या का समाधान किया जाएगा। यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। लोकतंत्र में संवाद अत्यन्त आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के इस भाव का सम्मान करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी को लेकर भी एक समिति के गठन का हम प्रदेश सरकार की ओर से स्वागत करते हैं

लखनऊ में शुक्रवार से तीन दिवसीय 56वें डीजीपी सम्मेलन का शुभारंभ गृह मंत्री अमित शाह ने किया

देश की आंतरिक सुरक्षा को मुस्तैद करने के लिए बड़े जतन कर रही नरेन्द्र मोदी सरकार अब आतंकवाद से लेकर साइबर अपराध पर अंकुश लगाने की बड़ी तैयारी में है। इसको लेकर लखनऊ में शुक्रवार से तीन दिवसीय 56वें डीजीपी सम्मेलन का शुभारंभ गृह मंत्री अमित शाह ने किया। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 व 21 नवंबर को शामिल होंगे। गृह मंत्री तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह दिन में करीब दो बजे विशेष विमान से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अमौसी पर पहुंचे। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के साथ कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, ब्रजेश पाठक तथा आशुतोष टंडन ने उनका स्वागत किया। गृह मंत्री अमित शाह इसके बाद गोमतीनगर विस्तार में सिगनेचर बिल्डिंग में पहुंचे। वहां पर उन्होंने डीजीपी सम्मेलन का उद्घाटन किया।  गृह मंत्री अमित शाह ने संयुक्त प्रारूप में आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ किया। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख लखनऊ में डीजीपी मुख्यालय, गोमतीनगर में होने वाले इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही शेष आमंत्रित पुलिस अधिकारी आइबी/राज्य आइबी मुख्यालयों में 37 विभिन्न स्थानों से वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन में भागीदारी करेंगे। सम्मेलन में अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आइबी व सीबीआइ के निदेशक तीनों दिन भागीदारी करेंगे। सम्मेलन का मुख्य आयोजन डीजीपी मुख्यालय के नौवें तल पर हो रहा है। कार्यक्रम में 68 लोग अतिथि के रूप में मौजूद हैं।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित हो रहे पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षकों (आइजी) के 56वें वार्षिक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 और 21 नवंबर को भागीदारी करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ देश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी साइबर अपराध, आतंकवाद विरोधी चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के नई तरीकों से लेकर जेल सुधार और पुलिस आधुनिकीकरण से जुड़े अन्य मुद्दों पर मंथन करेंगे। इसके साथ ही सम्मेलन में देश की आंतरिक सुरक्षा पर सिलसिलेवार चर्चा होगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 से डीजीपी सम्मेलन में गहरी रुचि ली है। वह इस सम्मेलन के सभी सत्रों में भाग लेकर स्वतंत्र और अनौपचारिक चर्चाओं को प्रोत्साहित करते रहे हैं। जिससे शीर्ष पुलिस अधिकारियों को देश को प्रभावित करने वाली प्रमुख नीतियों और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सीधे प्रधानमंत्री को जानकारी देने का बड़ा अवसर मिलता है। लखनऊ में पहली बार हो रहे सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अतिथि गुरुवार शाम से ही पहुंच गए थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार रात करीब 8:45 बजे झांसी से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेंगे और राजभवन जाएंगे। 20 नवंबर की सुबह नौ बजे प्रधानमंत्री राजभवन से सड़क मार्ग से डीजीपी मुख्यालय पहुंचकर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। शाम सात बजे प्रधानमंत्री डीजीपी मुख्यालय से वापस राजभवन जाएंगे और रात आठ बजे वापस डीजीपी मुख्यालय पहुंचेंगे और रात्रिभोज में शामिल होंगे। 20 नवंबर की रात भी प्रधानमंत्री राजभवन में ठहरेंगे और 21 नवंबर की सुबह करीब 9:20 बजे डीजीपी मुख्यालय पहुंचकर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद शाम करीब 4:10 बजे प्रधानमंत्री डीजीपी मुख्यालय से अमौसी एयरपोर्ट जाएंगे और वहां से दिल्ली रवाना होंगे।वर्ष 2014 से इस वार्षिक सम्मेलन का आयोजन दिल्ली के बाहर आरंभ किया गया है। पहले यह सम्मेलन परंपरागत रूप से दिल्ली में ही आयोजित होता था। बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते डीजीपी सम्मेलन का वर्चुअल आयोजन हुआ था। इससे पूर्व वर्ष 2014 में गुवाहाटी, वर्ष 2015 में कच्छ, वर्ष 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद, वर्ष 2017 में बीएसएफ अकादमी टेकनपुर, वर्ष 2018 में केवडिय़ा और वर्ष 2019 में आइआइएसईआर, पुणे में डीजीपी सम्मेलन आयोजित हो चुका है।

पीएम मोदी के कदम का कृषि कानून वापस लेने पर, सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया स्वागत

सिख गुरू गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीन कृषि कानून को वापस लेने के कदम का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया है। महोबा रवाना होने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार ने तीन कृषि कानून को लेकर सरकार ने किसानों से संवाद का काफी प्रयास किया, लेकिन किसी स्तर पर कमी होने के कारण जब बात नहीं बनी तो प्रधानमंत्री ने बड़ा दिल दिखाया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब किसान संगठन तीन कृषि कानून के विरोध में आए थे तब केन्द्र सरकार ने हर स्तर पर संवाद का प्रयास किया। इस दौरान हो सकता है कि हमारे स्तर पर कमी रही हो। हो सकता है कि हम अपनी बात उन किसानों को समझाने में कहीं न कहीं विफल रहे जिसके कारण उनको आंदोलन करना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता हूं और उनके इस कदम का स्वागत करता हूं।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि लोगों के एक बड़े वर्ग का मानना था कि इस तरह के कानून किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक आवश्यक भूमिका निभा सकते हैं। जब किसान संगठनों ने इसका विरोध किया तो सरकार ने सभी स्तरों पर संवाद स्थापित करने का प्रयास किया था। हम सब जानते हैं कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे, आज गुरुपर्व पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र में संवाद की भाषा का इस्तेमाल करते हुए, तीनो कृषि कानून को वापस लेकर जो ऐतिहासिक कार्य किया है। मैं उसके लिए उनके इस कदम का स्वागत और अभिनन्दन करता हूं। उन्होंने कहा कि शुरू से ही इस सम्बंध में एक बड़ा समुदाय ऐसा था को इस बात को मानता था कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए इस तरह के कानून महत्वपूर्ण भूमिका तय कर सकते हैं, लेकिन उस सबके बावजूद कतिपय किसान संगठन इस के विरोध में आये तो सरकार ने हर स्तर पर संवाद बनाने का प्रयास किया। इस दौरान यह भी हो सकता है कि हम लोगों की तरफ से कोई कमी रह गई होगी। शायद हम उन लोगो को समझाने में कहीं न कहीं विफल रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के इस भाव का सम्मान करते हुए पीएम मोदी का तीनो कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी को भी लेकर एक समिति के गठन करने का हम प्रदेश सरकार की ओर से स्वागत करते हैं। इसके साथ ही सभी को गुरुपर्व की की शुभकामनाएं देते हैं।

पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का रिश्ता बड़े भाई और छोटे भाई का है

उत्तर प्रदेश का पड़ोसी राज्य उत्तराखंड से 21 वर्ष पुराना संपत्ति विवाद गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंद मिनटों में निपटा दिया। लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से साथ भेंट के दौरान उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 21 वर्ष से लम्बित मामले को उठाया। इसके बाद दोनों राज्यों के अधिकारियों ने दोनों मुख्यमंत्रियों के सामने सारे विवाद को निपटा दिया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री लखनऊ के दो दिन के दौरे पर आज उत्तराखंड महोत्सव का समापन भी करेंगे।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच में 21 वर्ष से जो मामले लंबित पड़े थे, उन पर अब सहमति बनी है। हमारे सिंचाई विभाग की 5700 हेक्टेयर भूमि पर दोनों राज्यों का संयुक्त रूप से सर्वे होगा। इसमें से जो भी जमीन उत्तर प्रदेश के काम की है, वह उत्तर प्रदेश को मिल जाएगी। बाकी की जमीन हम ले लेंगे। अब उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के बीच 21 वर्ष से चला आ रहा सारा विवाद खत्म हो गया है। उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के बीच में अब संपत्ति का बंटवारा होगा। उत्तर प्रदेश सरकार अब भारत-नेपाल सीमा पर बनबसा का बैराज का पुनर्निर्माण तथा किच्छा के बैराज का निर्माण भी कराएगी। उत्तर प्रदेश ने वाटर स्पोर्टस को शुरू करने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही अन्य कुछ मुद्दों को निपटाने के लिए उत्तर प्रदेश ने 15 दिन का समय मांगा है।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि सिंचाई विभाग की 5700 हेक्टेयर भूमि और 1700 आवासों को लेकर सहमति बनी है। 15 दिन में दोनों राज्य के अधिकारियों की बैठक होगी। तब सर्वे के बाद उत्तर प्रदेश की जरूरत की संपत्ति उसे दे दी जाएगी। उन्होंने बताया कि भारत-नेपाल सीमा के चम्पावत जिले में वनवसा बैराज पुराना और जीर्ण हो चुका है, उत्तर प्रदेश सरकार उसका फिर से निर्माण कराएगी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम अब उत्तराखंड को 205 करोड़ रुपये देगा। दोनों राज्यों के बीच में आवास विभाग की संपत्तियों और देनदारियों का आधा-आधा बंटवारा होगा। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच में समझौते के तहत अलकनंदा होटल और किच्छा बस अड्डा उत्तराखंड सरकार को हस्तांतरित किया जाएगा। उत्तराखंड भी उत्तर प्रदेश वन विभाग का 90 करोड़ भुगतान करेगा। सारे विवादों को लेकर चल रहे केस दोनों राज्य न्यायालय से वापस लेंगे।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ की सभी पत्रकार जन को हार्दिक शुभकामनाएं-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

भारत में प्रेस परिषद के औपचारिक कामकाज की शुरुआत 16 नवंबर 1966 को हुई थी। तभी से इसी दिन यानी 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मान्यता दी गई है। देश में 16 नवंबर का दिन राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर सभी पत्रकारों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

देश में चार जुलाई, 1966 को प्रेस परिषद की स्थापना हुई। स्थापना के बाद प्रेस परिषद ने 16 नवंबर, 1966 से अपना औपचारिक कामकाज शुरू किया। इसके बाद से ही हर वर्ष 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर एक ट्वीट कर पत्रकारों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा-लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ कहे जाने वाले प्रेस की निष्पक्षता, स्वतंत्रता और उच्च नैतिक मापदंडों के प्रति आग्रह को प्रकट करते राष्ट्रीय प्रेस दिवस की सभी पत्रकार जन को हार्दिक शुभकामनाएं। आप लोकतंत्र के सजग प्रहरी हैं। राष्ट्र की उन्नति के लिए आप सभी के प्रयासों को कोटिश: नमन।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। भारत एक लोकतंत्र देश है. भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती है। राष्ट्रीय प्रेस को मनाने का मुख्य उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है।  

लखनऊ से शुरू होकर गाजीपुर तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर अब प्रदेश भरेगा रफ्तार ,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को करेंगे लोकार्पण

लखनऊ से शुरू होकर गाजीपुर तक करीब 341 किलोमीटर के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर अब प्रदेश रफ्तार भरेगा। उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की रफ्तार प्रदेश के विकास का आधार बनेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को दिन में करीब तीन बजे इसका लोकार्पण करेंगे। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बतौर मिशन लिया और रिकॉर्ड समय में पूरा किया। यहां पर निर्माण काल कोरोना संक्रमण काल में भी एक दिन के लिए रुका। पीएम नरेन्द्र मोदी ने जुलाई 2018 में इसका शिलान्यास किया था और अक्टूबर-2018 से यहां पर कार्य शुरू कर दिया गया। लखनऊ के चांदसराय से गाजीपुर के हैदरिया तक बने 340.824 किलोमीटर लम्बे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य अक्टूबर 2021 में पूरा हो गया। तीन वर्ष में दो वर्ष तक दो कोरोना संक्रमण की लहर के इसका निर्माण कार्य रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जुलाई 2018 में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। अब 16 नवंबर को इसका लोकार्पण भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही कर रहे हैं।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

प्रदेश सरकार की इस बड़ी परियोजना की कुल अनुमानित लागत 22,494.66 करोड़ तथा सिविल निर्माण की अनुबंधित लागत 11,216.10 करोड़ है। इसके निर्माण के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कुल आठ पैकेजों में बांटा गया था। इसके निर्माण का लाभ लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर जनपद को मिलेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ आठ स्थलों पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की भी स्थापना होगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ के रूप में जाना जाएगा। उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की दिशा में जो प्रयास प्रारम्भ हुए उसी के तहत पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया गया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की दृष्टि से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की बहुत बड़ी भूमिका होगी। इसमें सुलतानपुर के पास करीब 3.2 किलोमीटर लंबी एक एयरस्ट्रिप भी है। जिस पर भारतीय वायुसेना के सभी लड़ाकू विमान भी उतर सकते हैं। इसको बेहद मजबूत बनाया गया है। सेना का लगेज कैरियर प्लेन भी यहां पर लैंड तथा टेक ऑफ करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब 16 नवंबर को इसका लोकार्पण करेंगे तब यहां पर पूरी भव्यता के साथ एयरफोर्स का एक एयर शो भी होगा।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

योगी आदित्यनाथ सरकार का दावा है कि प्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे अगले महीने यानी दिसंबर में तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही गोरखपुर एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे व बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे पर प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। इसके लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान करीब 30 लड़ाकू विमान आसमान में करतब दिखाएंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन कार्यक्रम में एयर शो आकर्षण का केंद्र होगा। इस एयर शो में राफेल, सुखोई, मिराज जैसे फाइटर प्लेन करतब दिखाएंगे। इसमें मिराज 2000 और सुखोई विमान इमरजेंसी हवाई पट्टी पर टेकऑफ और लैंडिंग करेंगे। सी-130 हरक्यूलस का भी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर ट्रायल रन होगा। 

मंदिर में स्थापित हो गई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मां अन्नपूर्णेश्वरी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न कराया

भगवान श्रीकाशी विश्वनाथ के मंदिर से करीब सवा सौ वर्ष पहले काशी से चोरी गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति सोमवार को फिर उसी मंदिर में स्थापित हो गई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मां अन्नपूर्णेश्वरी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न कराया। सोमवार को प्रात: छह बजे से ही यहां पर पूजन का कार्यक्रम शुरु हो गया था। मुख्यमंत्री करीब 9:30 बजे श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में पहुंचे। पालकी में मां को बैठाकर सीएम ने पूजन स्‍थल पर स्‍वयं अपनी मौजूदगी में स्‍थापित कराया। 

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार के मंदिर में मूर्ति की पुनर्स्थापना की। बतौर यजमान योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ धाम प्रांगण में कनाडा से भारत वापस लाई गई माता अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा की पुनर्स्थापना की।इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार रात वाराणसी आ गए थे। उनकी मौजूदगी में सोमवार सुबह मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इसका विधान श्रीकाशी विद्वत परिषद के निर्देशन में काशी विश्वनाथ मंदिर का 11 सदस्यीय अर्चक दल ने सुबह पांच बजे शुरू कर दिया था। मुख्य अनुष्ठान में सुबह 9.30 बजे खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यजमान बने। प्राण प्रतिष्ठा के बाद महाभोग अर्पित कर महाआरती की की गई। इसके बाद प्रसाद भी वितरित किया गया।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में रविवार रात अफसरों से अन्नपूर्णा मूर्ति के स्वागत और प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। सर्किट हाउस में विकास कार्य के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और शहर के निरीक्षण पर निकले तो वह मां अन्नपूर्णा की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां देखने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर जा पहुंचे। उस समय मंदिर में शयन आरती चल रही थी। ऐसे में दरवाजे पर से बाबा का दर्शन किया। उन्होंने ईशान कोण में बन कर तैयार मां अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर का निरीक्षण किया। पूजन विधान के बारे में जाना समझा और 11.15 बजे दुर्गाकुंड के मां कूष्मांडा मंदिर गए। नई दिल्ली से आ रही मूर्ति को विश्राम के लिए कुंड की तरफ के बरामदे में रखा गया था। मुख्यमंत्री ने तय स्थान को देखा और मां कूष्मांडा का दर्शन पूजन किया। मूर्ति शाम को ही बनारस पहुंच जानी थी लेकिन रात लगभग एक बजे तक जौनपुर ही पहुंची थी। दो बजे मूर्ति वाराणसी पहुंची। ऐसे में मुख्यमंत्री लगभग दस मिनट तक व्यवस्था देखने के बाद रात्रि विश्राम के लिए सर्किट हाउस चले गए।

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-https://aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de… लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

Exit mobile version