नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को उनकी 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी है। अमित शाह ने आज गुवाहाटी, असम में नेताजी के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक को नमन किया।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एक ओजस्वी विद्यार्थी, जन्मजात देशभक्त, कुशल प्रशासक और संगठक तथा सबसे संघर्षशील नेता थे। उनके साहस और पराक्रम ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई शक्ति दी है। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने करिश्माई नेतृत्व से देश की युवाशक्ति को संगठित करने का काम किया है। कलकत्ता से जर्मनी तक 7000 किलोमीटर से ज़्यादा सड़क मार्ग से जाना और लगभग 27000 किलोमीटर की दूरी सबमरीन में प्रवास कर पूरी कर देश की आज़ादी के लिए कार्यरत रहना सुभाष बाबू के अदम्य साहस का परिचायक है।
अमित शाह ने कहा कि सम्पूर्ण राष्ट्र नेताजी के पराक्रम और अविरल संघर्ष के लिए सदैव ऋणी रहेगा। उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाकर प्रधानमंत्री नरेंदज्र मोदी जी ने उन्हें एक अभूतपूर्व श्रद्धांजलि दी है। केंद्रीय गृह मंत्री ने समस्त देशवासियों को पराक्रम दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सुभाष बाबू की 125वीं जयंती को देशभर में बहुत ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा ताकि आने वाली कई पीढ़ियां देश के प्रति नेताजी के योगदान को लंबे समय तक याद रख सके।