DESK: भारत-चीन के बीच LAC पर हुई संघर्ष को लेकर विपक्ष ने जमकर मोदी सरकार पर हमला बोला। इस बीच AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि चीन ने कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस से ठीक पहले अगस्त 2022 में अरुणाचल प्रदेश में अपने सैनिकों की संख्या 75℅ तक बढ़ा दी थी, जिसने अंततः शी जिनपिंग को अगले 5 सालों के लिए फिर से चुन लिया।
ठीक ऐसा ही चीन ने 2017 में डोकलाम और अप्रैल 2020 में लद्दाख में किया था। हमने अरुणाचल प्रदेश में अपनी ताकत क्यों नहीं बढ़ाई, क्योंकि मुझे बताया गया है कि हम ‘उम्मीद’ कर रहे थे कि यह अस्थायी होगा और चीनी अपनी मूल ताकत पर वापस लौट जाएंगे!
इतना ही नहीं ओवैसी ने आगे कहा कि चीन ने डोकलाम, देपसांग, गलवान और डेमचोक के अनुभवों से यह जान लिया है कि प्रधानमंत्री ऑफिस इस हमले को भी कभी स्वीकार नहीं करेगा और अपने फ्रेंडली मीडिया का उपयोग एक अलग कहानी बनाने के लिए करेगा। इसलिए, चीन बिना किसी शोर-शराबे के धीरे-धीरे आक्रमण करना जारी रखे हुए है।