कार्यक्रम स्थल के चार किलोमीटर परिधि में आने वाले आधा दर्जन से अधिक गांवों में निवास करने वाले लाइसेंस धारकों के असलहे जमा कराए जा रहे-मनोज अवस्थी, पुलिस अधीक्षक उत्तरी
कार्यक्रम स्थल के चार किलोमीटर परिधि में आने वाले आधा दर्जन से अधिक गांवों में निवास करने वाले लाइसेंस धारकों के असलहे जमा कराए जा रहे-मनोज अवस्थी, पुलिस अधीक्षक उत्तरी
भटहट क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिपरी में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। कार्यक्रम स्थल के चार किलोमीटर परिधि में आने वाले आधा दर्जन से अधिक गांवों में निवास करने वाले लाइसेंस धारकों के असलहे जमा कराए जा रहे हैं। अभी तक 22 लोग चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 20 के असलहे मालखाने में जमा करा लिए गए हैं। दो लोग शहर में रहते हैं, उनसे स्थानीय पुलिस संपर्क कर रही है।चौकी प्रभारी वीरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के कार्यक्रम स्थल से जुड़े आसपास के गांवों के 22 शस्त्र लाइसेंस धारकों की सूची तैयार की गई थी। जिनमें अब तक 20 शस्त्र मालखाने में जमा हो चुके हैं । दो लाइसेंस धारक शहर में निवास करते हैं । उनसे भी संपर्क करके जल्द ही शस्त्र जमा करा लिए जाएंगे ।सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चार किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के शस्त्र लाइसेंस जमा कराए जा रहे हैं। राष्ट्रपति का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद असलहे वापस कर दिए जाएंगे। – मनोज अवस्थी, पुलिस अधीक्षक उत्तरी।
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रामचंद्र मिशन के तीन अभ्यासी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के मेहमान बनेंगे। 28 अगस्त को गोरखपुर आ रहे राष्ट्रपति ने हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट श्रीरामचंद्र मिशन की जोनल कोआर्डिनेटर वंदना सिंह, उनके पति अवधेश सिंह और पिपराइच रोड स्थित संस्था के आश्रम के मैनेजर उदयभान यादव को मुलाकात के लिए बुलाया है। खुद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद श्रीरामचंद्र मिशन से जुड़े हैं। वंदना सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति से मुलाकात कर उन्हें बुके दिया जाएगा और गोरखपुर के अगले दौरे में पिपराइच रोड स्थित आश्रम पर आने के लिए निमंत्रण दिया जाएगा। राष्ट्रपति से मुलाकात के पहले तीनों अभ्यासी कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच कराएंगे
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वंदना सिंह बताती हैं कि तकरीबन दो हफ्ते पहले पता चला कि राष्ट्रपति गोरखपुर आ रहे हैं। संस्था के सदस्यों से राष्ट्रपति को पिपराइच रोड स्थित आश्रम पर निमंत्रित करने की चर्चा की गई। सदस्यों ने सहमति जताई तो गुरु कमलेश डी पटेल से अनुमति मांगी गई। गुरु ने राष्ट्रपति के प्रोटोकाल और व्यस्तता को देखते हुए मुलाकात करने का निर्देश दिया। इसके बाद राष्ट्रपति भवन को मेल कर मुलाकात की इच्छा जताई। जल्द ही वहां से समय मिलने का मेल आ गयादिल्ली में भारतीय स्टेट बैंक के डीजीएम पद से सेवानिवृत्त अवधेश सिंह बताते हैं कि पिछले साल दो फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में श्रीरामचंद्र मिशन के नए वैश्विक मुख्यालय कान्हा शांति वनम का उद्घाटन किया था। संस्था की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने भी ध्यान किया था। तब राष्ट्रपति ने संस्था के आध्यात्मिक गुरु पार्थसारथी राजगोपालचारी लोकप्रिय नाम चारी जी की पुण्यतिथि पर समर्पित की गई एक किताब का स्मरण भी किया था। कहा कि वर्ष 1964 में जब चारी जी इस मिशन से जुड़े तब अभ्यास करने वालों की संख्या मात्र 40 थी। अब संख्या लाखों में है। कहा था कि श्रीरामचंद्र मिशन व्यक्तिगत और समाज में बदलाव जैसे संदेशों को बढ़ावा दे रहा है
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वंदना सिंह बताती हैं कि हार्टफुलनेस वह मार्ग है जिसके माध्यम से हम आंतरिक स्व का अनुभव करते हैं। यह हमें अपने हृदय के अंदर गहराई में जाना सिखाता है। हार्टफुलनेस ध्यान के सभी सत्र निश्शुल्क होते हैं। हर्ट एप डाउनलोड कर ध्यान की इच्छा जताने वालों तक हम खुद पहुंचते हैं और ट्रेनर के माध्यम से जानकारी देते हैं। कोरोना संक्रमण के कारण वर्तमान में आनलाइन ध्यान का कार्यक्रम होता है।वधेश सिंह बताते हैं कि शहर में सात सौ से ज्यादा लोग श्रीरामचंद्र मिशन से जुड़े हैं। इनमें सेवानिवृत्त लोग भी हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भी ध्यान का कार्यक्रम चलता है। इसके अलावा गांवों में भी कार्यक्रम होते हैं। शहर में ट्रेनर की संख्या 15 है।