प्रयागराज में गंगा, यमुना के संगम में लाखों श्रद्धालुओं ने किया स्नान-माघी पूर्णिमा

न कोई भेदभाव, न किसी प्रकार का राग-द्वेष। धनी हो या निर्धन सबका भाव सिर्फ माघी पूर्णिमा पर प्रयागराज में गंगा, यमुना के संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करने का है। इसी संकल्पना को साकार करने के लिए नर-नारी व बच्चे त्रिवेणी के तट पर खिंचे चले आ रहे हैं। श्रद्धालुओं से पूरा क्षेत्र पट गया है। पवित्र जल में गोता लकर हर कोई अक्षय पुण्य की प्राप्ति की अनुभूति कर रहा है। माघ मेले के इस पांचवें स्‍नान पर्व पर रात से सुबह सात बजे तक एक लाख लोगों ने स्नान कर लिया था। वहीं सुबह 11 बजे तक लगभग 4.50 लाख लोगों ने स्नान किया।माघी पूर्णिमा तिथि मंगलवार की रात 9.22 बजे लग चुकी है। इससे संगम में स्नान का सिलसिला मध्यरात्रि में आरंभ हो गया था। सूर्योदय के बाद स्नानार्थियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। संगम के अलावा गंगा के अक्षयवट, राम घाट, गंगोली शिवालय, दारागंज व अरैल घाट पर भी स्नान-दान का सिलसिला चल रहा है

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पूर्वजों को नमन कर लौट रहे कल्पवासी-माघी पूर्णिमा स्नान के साथ संगम क्षेत्र में माहभर से चल रहे कल्पवास खत्म हो गया है। पौष पूर्णिमा से घर-गृहस्थी से दूर रहकर भजन-पूजन करने वाले कल्पवासी लौटने लगे हैं। संगम व गंगा में डुबकी लगाकर कल्पवासी अपने शिविर पर आकर तीर्थपुरोहितों के मंत्रोच्चार के बीच पूजन कर रहे हैं। आराध्य व पूर्वजों को नमन करके अगले वर्ष पुन: आने का संकल्प लेकर कल्पवासी घरों को लौटने लगे हैं। प्रसाद स्वरूप संगम का रज, तुलसी व जौ का पौधा साथ ले जा रहे हैं। कल्पवासियों के साथ संत भी लौटने लगे हैं। संतों ने सुबह स्नान करके खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ अपने मठ-मंदिरों में लौटने लगे हैं

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तीर्थपुरोहितों को दे रहे दान-माघी पूर्णिमा पर जप, तप, व्रत, दान का विशेष महत्व है। इसी कारण सनातन धर्मावलंबी यथासंभव दान भी कर रहे हैं। स्नान के बाद तीर्थपुरोहितों को अन्न, वस्त्र, गुड़, घी, फल आदि दान दिया जा रहा है। पूर्णिमा तिथि का प्रभाव दिनभर है। इसके चलते स्नान-दान का सिलसिला दिनभर चलता रहेगा। अन्‍य स्‍नान पर्वों की अपेक्षा भीड़ कम-मेले में अन्य स्नान पर्वों की अपेक्षा कम भीड़ है। हालांकि माघ मेले में दाखिल होने वाले हर्षवर्धन चौराहा और फोर्ट रोड चौराहे पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। मेले में कम भीड़ होने के बावजूद बिना पास वाले वाहनों को रोका जा रहा है।

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