हमीरपुर के बांकी गांव निवासी उमाकांती से झांसी में हुए वर्चुअल संवाद में कहा कि बुंदेलखंड वीरांगनाओं की धरती-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

आत्मनिर्भर नारी शक्ति से संवाद कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बुंदेलखंड के पांच जिलों में संचालित बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की डायरेक्टर हमीरपुर के बांकी गांव निवासी उमाकांती से झांसी में हुए वर्चुअल संवाद में कहा कि बुंदेलखंड वीरांगनाओं की धरती है। आप सबका काम सराहनीय है। इस मौके पर जिले के ही कुंडौरा निवासी अंजनी देवी भी मौजूद रहीं। हालांकि, उनसे संवाद नहीं हुआ।  प्रधानमंत्री और उमाकांती के बीच संवाद के अंश : 

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  • प्रधानमंत्री : नमस्ते उमाकांती जी।
  • उमाकांती : प्रधानमंत्री जी मैं बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की डायरेक्टर हूं। इसके माध्यम से बुंदेलखंड के पांच जिलों के 601 गांवों की स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 25 हजार महिलाएं दुग्ध उत्पादन का काम कर रहीं हैं। प्रतिदिन 70 हजार लीटर दूध एकत्र कर मदर डेयरी भेजती हैं। दो वर्ष में कंपनी ने 110 करोड़ रुपये का काम किया। इसमें 100 करोड़ रुपये पशु पालक बहनों को बांटे गए। कंपनी 30 करोड़ रुपये मुनाफे में है।
  • प्रधानमंत्री : जो आप प्रभावी कार्य बता रहीं हैं, उसके लिए उमाकांती जी सबसे पहले आपको प्रणाम करता हूं। आपने मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी बनाई, जिसमें 25 हजार बहनों को जोड़ा। इसमें सरकार की कितनी मदद मिली।

उमाकांती : हमारी सरकार ने बहुत कुछ किया, नारी शक्ति के अनुसार ये काम हमारे राष्ट्रीय आजीविका मिशन, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की ओर से कराया गया। बहुत हिम्मत बढ़ाई।

प्रधानमंत्री : आपकी कंपनी हजारों महिला दुग्ध उत्पादकों से दूध एकत्र करती है। इसकी क्वालिटी मापने की क्या व्यवस्था है, जिससे लोगों को अच्छा दूध मिल सके। 

उमाकांती : मशीनें लगी हैं, गांव-गांव सेंटरों में दीदियां दूध लेकर जाती हैं। हाथों को साफ कर वहां दूध को बर्तन में डालती हैं। वहीं क्वालिटी की जांच होती है। वहां से गाडिय़ों से दूध प्लांट भेजा जाता है। फिर मदर डेयरी पहुंचता है

प्रधानमंत्री : आप अपनी कंपनी में जुड़ी स्वयं सहायता समूहों की बहनों को भुगतान कैसे करती हैं।

उमाकांती : पर्ची मिलती है मशीन से, फैट के साथ उसमें ब्योरा होता है। सखी का कोड, रुपये, डेट आदि सब दर्ज होता है। फिर उनके खाते में माह की तीन, 13 व 23 तारीख को भुगतान भेजा जाता है। इससे कारोबार बढिय़ा चलता है।

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प्रधानमंत्री : आप बहनों ने कभी बड़ी डेयरी देखने का मन बनाया कि वहां कैसे क्या होता है, यदि आप तय करती हैं तो गुजरात में डेयरी का कार्य देखने जाने की मैं व्यवस्था करा सकता हूं। एक काम और आपको बताता हूं। पशु चिकित्सक होते हैं वह दो घंटे पढ़ाएं कि पशुओं को कब क्या खिलाएं, क्या इलाज दें। आपके यहां सीखने के कार्यक्रम होते हैं। 

उमाकांती : आपकी मेहरबानी से हमारे यहां सभी कार्यक्रम होते हैं। आपने हमारी सभी बहनों की हिम्मत बढ़ाई

प्रधानमंत्री : आपका उत्साह इतना है कि आपके आशीर्वाद के लिए आभार, मैं एक काम और बताता हूं। खादी मिशन द्वारा बाक्स दिए जाते हैं, जिससे बहनों को शहद उत्पादन का काम भी कराया जा सकता है। उसे कोई ब्रांड का नाम दे अच्छा शहद उपलब्ध करा सकती हैं। इससे आय और बढ़ेगी। इसे कर पाएंगी आप। 

उमाकांती : जी प्रधानमंत्री जी हम सब बहनें इसके लिए हिम्मत के साथ तैयार हैंप्रधानमंत्री : मैं हमारे गिरिराज जी से कहूंगा, जो बातें मैंने कहीं उन्हें कराया जाए, आप इतने उत्साह के साथ कह रहीं। बुंदेलखंड वीरांगनाओं की धरती है, वीर माताओं की धरती है। यहां से इतने कार्य होते हैं तो बहुत अच्छा है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

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