DESK: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी आज अपना 95वां जन्मदिन मना रहे हैं। पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आडवाणी के घर जाकर उनको जन्मदिन की बधाई दी। भाजपा के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म कराची में 8 नवंबर 1927 को हुआ था। भाजपा को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में उनका योगदान सर्वोपरि रहा है। वे कई बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
आडवाणी ने 1941 में 14 साल की छोटी सी आयु में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर अपने सियासी जीवन की शुरुआत कर दी थी। इसके बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन RSS और भाजपा की स्थापना में लगा दिया। अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में आडवाणी 2002 से 2004 तक देश के 7वें उप प्रधानमंत्री रहे। 2015 में उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाज़ा गया।
लालकृष्ण आडवाणी ने वर्ष 1998 से 2004 तक पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपयी की सरकार में गृहमंत्री के पद पर सेवाएं दी। वहीं साल 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद जिन लोगों के नाम पर FIR दर्ज हुई थी, उनमे लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल थे। इसके बाद से भारतीय सियासत में उनका कद बढ़ता चला गया। वर्ष 1990 में आडवाणी ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर अपनी पहली रथ यात्रा की शुरुआत की थी।
इस रथ यात्रा में उनके साथ मौजूदा प्रधानमंत्री और तत्कालीन भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। बाद में इसे राम रथ यात्रा का नाम दिया गया। हालांकि, बिहार के तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव के आदेश पर आडवाणी को अरेस्ट कर लिया गया था लेकिन आडवाणी का कद राजनीति में और बढ़ गया।