#एनआईए की गिरफ्त में आए इमरान मलिक और नासिर खान#इन आरोपितों के पिता मूसा खान एक रिटायर फौजी#
#एनआईए की गिरफ्त में आए इमरान मलिक और नासिर खान#इन आरोपितों के पिता मूसा खान एक रिटायर फौजी#
#एनआईए की गिरफ्त में आए इमरान मलिक और नासिर खान#इन आरोपितों के पिता मूसा खान एक रिटायर फौजी
बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर बीते वर्ष 17 जून को पार्सल में ब्लास्ट होने के बाद सिकंदराबाद से आए कपड़े के बंडल वाले पार्सल की पड़ताल हो रही है। एनआइए ने दो आरोपितों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। एनआईए की गिरफ्त में आए इमरान मलिक और नासिर खान मूल रूप से कैराना के हैं। यह दोनों सगे भाई पिछले कई वर्ष से हैदराबाद में रहकर कपड़े का कारोबार करते थे। इन आरोपितों के पिता मूसा खान एक रिटायर फौजी हैं।
बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल में विस्फोट के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने जांच तेज कर दी है। इसमें शामली का बड़ा कनेक्शन सामने आ रहा है। शामली में पिता-पुत्र पर शिकंजा कसने के बाद एनआइए ने यहां के दो भाइयों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। शामली निवासी फौजी के दोनों पुत्रों के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन हैं।
हैदराबाद से एनआइए ने जिन दो भाइयों इमरान मलिक और नासिर खान को गिरफ्तार किया है, वह दोनों शामली के कैराना नगर के मोहल्ला कायस्थवाड़ा के निवासी हैं। शामली में अब तक चार लोगों का नाम दरभंगा रेलवे स्टेशन के पार्सल में ब्लास्ट कांड से जुड़ गया है। इसी कारण शामली का कैराना एक बार फिर से सुर्खियों में है।
शामली के पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने कहा कि हैदराबाद में पकड़े गए दोनों भाइयों के बारे में अभी तक किसी भी जांच एजेंसी ने शामली पुलिस से संपर्क नहीं किया है। इतना ही नहीं, अभी तक हमसे कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने पहले भी 23 जून को कैराना के मोहल्ला बिसातयान व ऑल खुर्द निवासी हाजी सलीम उर्फ टूईया व कफील को भी हिरासत में लिया था। एसटीएफ ने पूछताछ के लिए दोनों को एनआईए को सौंप दिया था। जिनसे अब लगातार पूछताछ की जा रही है।