एक तरफ हरियाणा,पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसान संगठन अपने अपने घरों से दिल्ली कूच कर रहे हैं तो दूसरी ओर एक और खबर है, खबर है यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और किसानों को लेकर, क्या है पूरा मामला आपको बताएंगे, एक तरफ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक वीडियो है और दूसरी तरह है किसानों की वीडियो जिसमें वो दिल्ली कूच करते दिखाई दे रहे हैं इन दोनों वीडियो के बीच गहरा कनेक्शन है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ जनपद मुजफ्फरनगर में किसान चौपाल का संबोधन करने के पहुंचे, जहां महिलाओं ने उनपर फूल बरसा कर उनका स्वागत किया, योगी आदित्यनाथ किसानों के बच्चों से भी मिले। जो मुख्यमंत्री को देखकर काफी खुश हुए। इसके बाद योगी आदित्यनाथ किसानों के बीच पहुंचे और उनके साथ बात करना शुरु किया। क्या कहा है योगी आदित्यनाथ ने बताते हैं आपको, तो सुना आप लोगों ने… भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित करने वाली मोदी सरकार का अंधा विरोध करने वाले कभी इस पर बात नहीं करते।
कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने तो राज्यसभा में चौधरी साहब को मिलने वाले भारत रत्न का विरोध भी कर दिया था, लेकिन ये बात भी किसी से छुपी नहीं है कि किसानों को सम्मान और उनका हक देने का काम सबसे ज्यादा मोदी सरकार में हुआ और यूपी की बात करें तो योगी सरकार भी किसानों के अधिकारों को सबसे उपर ही रखती है, किसानों से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, सौर ऊर्जा, स्वयं सहायता समूह, कृषि फार्म मशीनरी, पीएम कुसुम योजना के लाभार्थियों को सम्मानित भी किया।
अब अगर योगी सरकार के किसान चौपाल के राजनीतिक मायने समझे तो इसे योदी आदित्यनाथ का मास्टर स्ट्रोक समझा जा सकता है लोकसभा चुनाव में बहुत कम समय बचा है। यूपी में 4 प्रमुख् पार्टियां हैं जिनमें समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी हैं। मायावती की बहुजन समाज पार्टी चुनावों में कुछ खास एक्टिव नजर नहीं आती। कांग्रेस की हालत ऐसी है कि मानों उसने सारी उम्मीद ही छोड़ दी, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव बसपा और कांग्रेस से ही दो-दो हाथ करने में लगे हैं… और उधर राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद किसानों के बीच पहुंचना योगी आदित्यनाथ और बीजेपी को दूसरी पार्टियों से बढ़त जरूर देता है।
देश का कोई भी व्यक्ति आज तक वो दिन नहीं भूला, जब जम्मू- कश्मीर से अनु्च्छेद 370 (Article 370) को वर्तमान मोदी सरकार ने हटाया था, जिसके लिए देश की जनता ने पूरा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी और ग्रह मंत्री अमित शाह देते हुए उनकी तारीफ की थी और 5 अगस्त 2019 का दिन भारत के इतिहास में ऐतिहासिक दिन बनकर हमेंशा के लिए दर्ज हो गया।
आर्टिकल 370 (Article 370) लगने से हटने के दौरान क्या कुछ हुआ था, उसी को ध्यान में रखते हुए ज्योती देशपांडे (Jyoti Deshpande) आदित्य धर ( Aditya Dhar) और लोकेश धर (Lokesh Dhar) की Most Awaited film Article 370 बड़े पर्दे पर अपना कमाल दिखाने के लिए तैयार है वही आपको बतादें कि इस फिल्म की रिलीज़ डेट 23 फरवरी रखी गई है। वही फिल्म का निर्देशन Aditya Suhas Jambhale के नेतृत्व में किया है।
यानी फिल्म के आने में अभी थोड़ा समय हैं लेकिन आर्टिकल 370 (Article 370) का ट्रेलर आ चुका हैं, जी हां 8 फरवरी को आर्टिकल 370 का ट्रेलर (Article 370 Trailer Release) किया जा चुका है। फिल्म का ऑफिशियल ट्रेलर 2 मिनट 40 सेकेण्ड का है Trailer ने Youtube पर 24 घंटे में 1.7 million views पार कर दिए हैं। ट्रेलर की बात की जाए तो, यामी गौतम लीड रोल निभाती नज़र आ रही हैं। बता दे यामी फिल्म मे NIA officer की भूमिका निभा रही हैं। Trailer की शुरुवात यामी के जबरदस्त Dialogue से होती हैं जिसमे वो कहती हैं इस Dialogue ने लोगों का दिल जीत लिया और यही नहीं इस Trailer में कई ऐसे Dialogue हैं जो दर्शकों को फिल्म की तरफ खींच रहे हैं। लेकिन उन Dialogue से पहले इस Trailer की खासियत की बात कर लेते है।
इसमें कोई Doubt नहीं की यामी गौतम अपना किरदार बखूबी से निभा रही हैं लेकिन इस Trailer की खास बात यह हैं की इसमें Poltical Angle भी देखा जा रहा हैं। जिसके कारण Political Leaders के Response भी आ रहे हैं..दरअसल ट्रेलर में दो और ऐसे किरदार देखे जा सकते हैं जिन्होनें ट्रेलर में जान डाल दी,मैं बात कर रही हूं भारत के प्रधानमंत्री मोदी का रोल निभाने वाले अरुण गोविल की और गृहमंत्री अमितशाह का रोल निभाने वाले किरण करमरकर की। जहाँ वो संसद में अमित शाह के किरदार में दिख रहे हैं और कहते हैं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर POK भी भारत का हिस्सा है, हम उसके लिए जान दे देंगे। अमित शाह के dialogue ने दर्शकों के रौगटें खड़े कर दिए जब उन्हेनें कहां “पूरा का पूरा कश्मीर,भारत देश का हिस्सा था, है और रहेगा“
यामी गौतम versatile actress के तौर पर जानी जाती हैं और इस ट्रेलर की बात की जाए तो ट्रेलर में यामी गौतम का काफी serious लुक में दिखाई दे रहा हैं। उनका मकसद पाकिस्तानी आंतकवादीयों के खिलाफ लड़कर आर्टिकल 370 (Article 370) हटाने तक का सफर दिखाया गया है इसके अलावा फिल्म में गोलीबारी, बम विस्फोट और पत्थरबाजी भी दिखाई गई है जो Article 370 हटने से पहले कश्मीर में आम बात थी। इसके साथ ही कश्मीर में भारत विरोधी गतिविधियां भी दिखाई गई हैं जिसमें ‘अल जिहाद’ के नारे लगाने वाला सीन आपका फोकस फिल्म से हटने नहीं देगा।
ट्रेलर की वाह-वाही Politician से लेकर Celebrity तक कर रहे है, फिल्म सें दर्शकों की काफी उमीद हैं जिसे यकीनन पूरा भी किया जाएगा ।
उत्तराखंड मे हुई हिंसा अचानक नहीं भड़की, यह हिंसा को पूरा सोच समझकर एक समुदाय विशेष के लोगों ने इसे अंजाम दिया है और इसके सबूत भी अब सामने आ गए हैं। किन बातों से ये पता चलता है उन सब का खुलासा इस आर्टिकल में होने जा रहा है इसलिए आखिर तक इस आर्टिकल के साथ जुड़े रहे ताकी आपको पता चल सके की उत्तराखंड की शांति को आग लगाने वालों ने कैसे तैयारियां की हैं। लेकिन आपको बता दे किए हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने अब शूट एट साइट के ऑर्डर दे दिए हैं और दू टूत ये संदेश दिया है कि अगर कोई दंगा करता मिलेगा तो उसका दि एंड वहीं के वहीं हो सकता है। इस पूरी हिंसक घटना की शुरुआत होती है हल्द्वानी में अवैध मस्जिद-मदरसे पर बुलडोजर एक्शन से, हलद्वानी के बनभूलपुरा इलाके में नगर निगम ने मस्जिद ( MASJID) और मदरसे (MADARSE) को जेसीबी (JCB) मशीन से मिट्टी मे मिला दिया। इसके बाद हिंसा की आग इतने भयानक तरीके से फैली कि पूरे इलाके में दंगा शुरु हो गया, शहर छावनी में तब्दील हो गया और कर्फ्यू लगा दिया गया. लेकिन ये सब अचानक नहीं हुआ था। दंगे की ये साजिश पहले से रची गई थी, जिसे लेकर हल्द्वानी के प्रशासन ने बड़ा खुलासा भी कर दिया है. हल्द्वानी हिंसा पर नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने जो खुलासे किए हैं, वह किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं।
नैनीताल डीएम वंदना सिंह के खुलासे से ये साफ हो रहा है कि हल्द्वानी हिंसा के पीछे एक सोची-समझी साजिश थी. नैनीताल डीएम वंदना सिंह के मुताबिक, मस्जिद-मदरसे को ध्वस्त करने से पहले नोटिस दिया गया था. जब नोटिस दिया गया था, तब वहां इतनी भारी मात्रा में पत्थर नहीं थे. मगर एक्शन वाले दिन वहां पत्थरों का अंबार लगा हुआ था। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के आधे घंटे बाद ही आगजनी हो गई और मस्जिद के आसपास के घरों वाले छतों से पुलिसकर्मियों और नगर निगम के अफसरों पर पत्थरों की बरसात होने लगी।
राहुल गांधी के साथ फिर से कॉमेडी हो गई, लोकसभा चुनावों से पहले वो भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे हैं, जगह जगह जन जागरण की कोशिश कर रहे हैं, पानी पी पी कर प्रधानमंत्री मोदी और उनकी योजनाओं को कोस रहे हैं, लेकिन इस सबके बीच उस वक्त माहौल बन गया जब राहुल गांधी GST को गलत बताकर मोदी सरकार के फैसलों पर सवाल उठा रहे थे। आपको बतादे कि ये कारनामा जब सामने आया जब राहुल गांधी जनसभा कर रहे थे। जनता उनके सामने बैठी हुई थी, राहुल गांधी ने ताव देते हुए जनता से कहा GST से छोटे व्यापारियों को, मजदूरों को Small और Medium बिजनेस वालों को फायदा हुआ, इसके आगे राहुल गांधी कहते हैं कि मुझे हाथ उठाकर दिखा दो। इतना सुनते राहुल गांधी को सुन रही पब्लिक में से कुछ लोगों ने हाथ खड़ा कर दिया। फिर राहुल गांधी कहते हैं कि नहीं-नहीं हाथ नीचे करो।
दरअसल राहुल गांधी जो बात कहना चाहते थे उसे वो ठीक से डिलिवर नहीं कर पाएं। वो GST को गलत और नुकसान वाला बताना चाह रहे थे लेकिन जिस तरीके से उन्होंने इस बात को उठाया उनकी अपनी ही बात पलट गई । उन्होंने कह दिया कि फायदा हुआ तो हाथ उठाइए और पब्लिक ने हाथ उठा दिया, खैर ये कोई पहला मौका नहीं था जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल की फजीहत हुई हो। अभी बिहार में राहुल गांधी यात्रा निकाल रहे थे, लेकिन उनके बिहार पहुंचने से पहले नीतीश कुमार पलटी मार गए और इंडिया गठबंधन को छोड़ NDA में पहुंच गए तो राहुल गांधी ने उन पर चुटकुला बनाया और सुनाया, लेकिन जिस तरीके से राहुल गांधी नीतीश कुमार का मखौल बनाया उसे सुनकर बिहार की जनता को मजा नहीं आया और राहुल गांधी अपनी ही बात पर अकेले हँसने को मजबूर हो गए।
अब थोड़ा और पीछे जाएं तो भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब असम के धुबरी में थी तो राहुल गांधी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। राहुल ने भाणष के बीच में कहा आप सुबह उठते हो चाय गरम करने के लिए स्टोव में कोयला डालते हो उसे जलाते हो, यहां भी राहुल गांधी की जुबान फिसल गई और उनके भाषण की इस वीडियो क्लिप को बीजेपी ने हाथों हाथ लपक लिया और सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरु कर दिया। जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स के कई तरह के कमेंट भी देखने को मिले अब आप बताइए राहुल गांधी की भूल चूक माफ वाले प्रसंग पर आपकी राय क्या है।
पहले अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उसके बाद काशी की ज्ञानवापी मस्जिद के व्यास तहखाने मिले हिंदू पक्ष को पूजा के अधिकार के बाद इन दिनों मुस्लिम धर्म गुरु और नेताओं की जुबान कुछ ज्यादा तल्ख हो गई है। सोशल मीडिया के सहारे वो समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं, फिर चाहे फेसबुक हो, ट्वीटर हो, या फिर यूट्यूब हो। कई मौलानाओं के ऐसे जहरीले भाषण देखने और सुनने को मिल रहे हैं। अभी हाल ही में मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी का हिन्दुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण वायरल हुआ, जिसके बाद सलमान अजहरी की गिरफ्तारी हो गई, और अब इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो भारत में गृह युद्ध की धमकी देते नजर आता हैं। मौलाना जिस लहजे में बोल रहे हैं उसे देखकर लगता है कि तौकीर रज़ा मुस्लिम युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहा है। तौकीर रज़ा कहता है कि बाबरी मस्जिद में जो हुआ उसमें हमने सब्र किया. उन्होंने कहा कि अब हम आगे ऐसा नहीं होने देंगे. बाबरी मस्जिद में हमारे सब्र को बुजदिली समझा गया. ज्ञानवापी मामले पर बोलते हुए मौलाना तौकीर रजा ने धमकी दी. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी को हथियाने की कोशिश हो रही है. हमें आजादी का कोई हक नहीं है, हमें गिरफ्तार हो जाना चाहिए ।
तौकीर रज़ा ने कहा कि हूकूमत की कोशिश है कि देश में गृहयुद्ध हो लेकिन मेरी कोशिश है कि देश में गृह युद्ध न हो. रजा ने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा कि हमारी मस्जिदें तोड़ दी गई. हमारे मदरसे तोड़ दिए गए, हमने कोई रिएक्शन नहीं दिया. जिस दिन रिएक्शन देंगे उस दिन फसाद होने का अंदेशा है।
उधर मौलाना सलमान अजहरी जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है उनके तो कई ऐसे भाषण है जो देश में जहर घोलने का काम करते हैं। हाल ही में अजहरी ने कहा था की अभी कुत्तों को दौर है, हमारा भी आएगा, इसके बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है और गुजरात पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
ये पहली बार नहीं है कि मौलाना सलमान अजहरी ने कोई भड़काऊ ने भाषण दिया हो। वो हेट स्पीच का सीरियल ऑफेंडर है। उसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें वो जिहाद की धमकी दे रहा है। वो मुस्लिम समुदाय को हिंदुओं और देश के खिलाफ भड़काते हुए नजर आता है। एक वायरल वीडियों में वो मुस्लिमों से इंतजार करने के लिए बोल रहा है और कह रहा है कि समय आने पर मस्जिदों को तोड़कर बनाए गए मंदिरों को मुस्लिम तोड़ेंगे और फिर से वहाँ नमाज पढ़ेंगे। वीडियो में वह बोलता है, “आज की जिम्मेदारी इतनी है, हालात देखकर बच्चों को ये न कहना कि बेटा अब जैसे हालात चल रहे वैसे ही चलते रहो।”
एक वीडियो में मौलाना अजहरी गजवा-ए-हिंद के बारे में बता रहा है। वो बोलता है, “ये कयामत के करीब होने वाला है, कयामत के करीब होने वाला है। और उसको कहा क्या जा रहा है? गजवा-ए-हिंद। और गजवे की डेफिनेशन मैंने क्या बताया?” उसने आगे बताया कि इसे जंग-ए-हिंद की जगह गजवा-ए-हिंद क्यों कहा जाता है।
मौलाना सलमान अजहरी के भड़काऊँ भाषणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। लेकिन जिस तरह से ये लोग भारत में रह कर भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं और मुस्लिम युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं.. उसे देखकर लगता है कि इन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए… अब आप बताइए की ऐसे मौलानाओं को क्या सजा मिलनी चाहिए.. अपना जवाब हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि को लेकर अहम जानकारी सामने आई है। पता चल गया है कि किस मुगल शासक ने मंदिर को तोड़कर वहां मस्जिद बनवाई थी। ये खुलासा हुआ है एक RTI के जरिए, RTI यानी सूचाना के अधिकार के जवाब में Archaeological Survey of India ने बताया है कि परिसर में मुगल शासक औरंगजेब ने मस्जिद के लिए हिंदू मंदिर तोड़ा था। हालांकि, RTI के जवाब में विशेषरूप से ‘कृष्ण जन्मभूमि’ का जिक्र नहीं है, लेकिन केशवदेव मंदिर की बात कही गई है। कहा जा रहा है कि शाही ईदगाह हटाने के लिए जारी कानूनी जंग में RTI का जवाब अहम साबित हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के अजय प्रताप सिंह ने RTI दाखिल कर केशवदेव मंदिर को तोड़े जाने से जुड़ी जानकारी मांगी थी। इसके कृष्ण जन्मभूमि परिसर में होने का दावा किया गया था। RTI का जवाब ASI आगरा सर्किल के अधिकारी की तरफ से दिया गया था। इसमें पुष्टि की गई है कि विवादित स्थान पर केशवदेव मंदिर को मुगल शासक ने तोड़ दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ASI ने मथुरा कृष्ण जन्मभूमि के 1920 गजट के ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स के आधार पर यह जानकारी दी है। इसमें गजट का कुछ अंश भी शामिल किया गया है, जिसमें कहा गया, ‘कटरा टीले के कुछ हिस्से जो नजूल के कब्जे में नहीं थे, जहां पहले केशवदेव का मंदिर था, उसे तोड़ दिया गया था और औरंगजेब की मस्जिद के लिए इस्तेमाल किया गया।’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मस्जिद के खिलाफ याचिकाकर्ताओं में से एक एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि वो अहम सबूत को इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश करेंगे। उन्होंने कहा, ‘ऐतिहासिक सबूत के आधार पर हमने अपनी याचिका में बताया है कि औरंगजेब ने 1670 में मथुरा में केशवदेव मंदिर को गिराने का फरमान जारी किया था।’
एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, ‘इसके बाद शाही ईदगाह मस्जिद का वहां निर्माण किया गया। अब ASI ने RTI के जवाब में जानकारी दी है। हम 22 फरवरी को अगली सुनवाई के दौरान ASI के जवाब को भी हाईकोर्ट में पेश करेंगे।’ उन्होंने कहा कि यह शाही ईदगाह मस्जिद के सर्वे की हमारी मांग को मजबूत करेगा।
आखिर ऐसा क्या हुआ जो पूरा देश एक सुर में कह रहा है अबकी बार 400 पार। लोकसभा चुनाव की तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है, अभी आचार संहिता भी नहीं लगी है। लेकिन अपना दो कार्यकाल पूरा करने जा रही मोदी सरकार को लेकर इस तरह के दावें क्यों किए जा रहे हैं ? आज आपको मोदी की वो रणनीति बतायेंगे जिसकी तारीफ सारी विपक्षी पार्टियां भी करती हैं। पहले कार्यकाल के बाद खुद समाजवादी पार्टी के दिवंगत मुखिया मुलायम सिंह यादव ने पीएम मोदी को चुनाव से पहले सदन में उनके दूसरे पारी की शुभकामनाएं दे दी थी, तो वहीं इस बार कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खडगे ऐसा कह रहे हैं। आखिर क्या वजह है राहुल गांधी पूरे देश को जोड़ने के लिए यात्रा पर निकले हुए हैं, लेकिन फिर भी कोई उनके साथ नहीं जुड़ रहा है।
अबकी बार 400 पार का नारा देने के पीछे क्या वजह है? ये बताने से पहले आपको बताते हैं आखिर राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा से कोई क्यों नहीं जुड़ रहा है। पहले आप इस वीडियो को देख लीजिए।
अभी कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी ने पार्टी के बूथ एजेंटों की तुलना कुत्तों से की और यहाँ राहुल गांधी अपनी यात्रा में एक कुत्ते को बिस्किट खिला रहे हैं और जब कुत्ते ने नहीं खाया तो वही बिस्किट उन्होंने अपने कार्यकर्ता को दे दिया।
ये वीडियो भाजपा IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने X पर ट्वीट किया है, उन्होंने शेयर करते हुए लिखा है कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पार्टी के बूथ एजेंटों की तुलना कुत्तों से की और यहां राहुल गांधी अपनी यात्रा में एक कुत्ते को बिस्किट खिला रहे हैं. जब कुत्ते ने नहीं खाया तो वही बिस्किट उन्होंने अपने कार्यकर्ता को दे दिया. वहीं अभी कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तुलना कुत्ते से की थी, जिस पर खूब विवाद हुआ था।
पीएम मोदी लगातार कांग्रेस के खत्म होने का दावा करते रहे हैं, उनके इस दावें पर कांग्रेसी उनकी हंसी उड़ाते थे। लेकिन राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में ना जाने का फैसला। धारा 370 पर कांग्रेसियों का बयान, सर्जिकल स्ट्राइक को झूठा बताने का दावा, हिंदुओं को लगातार अपमानित करना। पूर्व वितमंत्री चिदंबरम का यूपीआई के मुद्दे पर सदन में देश की जनता को अनपढ़ बताना, पिछले 10 सालों में जिस तरह से कांग्रेस नेताओं ने हर मुद्दे पर देश को नीचा दिखाने की कोशिश की है। उसके बाद अब लोग मानने लगे हैं कि मोदी का दावा सही है, कांग्रेस के खत्म होने का समय आ गया है। दावा किया जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस खत्म हो जाएगी, जिस तरह से कांग्रेस उनके मास लीडर पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं और जिस तरह से राज्य दर राज्य कांग्रेस चुनाव हारती जा रही है। उससे ये दावा सही जान पड़ रहा है। तो क्या सच में 2024 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस खत्म हो जाएगी।
संसद की सदस्यता गवांने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बात किया. इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैंने कई बार बोला है कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है. इसके हमें रोज नए-नए उदाहरण मिल रहे हैं. लेकिन मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा. राहुल गांधी ने कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है. गांधी किसी से माफी नहीं मांगता.
राहुल गांधी ने कहा कि इन लोगों से मुझे डर नहीं लगता. अगर इनको लगता है कि मेरी सदस्यता रद्द करके, डराकर, धमकाकर, जेल भेजकर मुझे बंद कर सकते हैं, तो उनका यह सोचना गलत है. मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा.
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की मेरी कोई भी स्पीच देख लीजिए, मैंने हमेशा कहा है कि सब समाज एक हैं. नफरत, हिंसा नहीं होनी चाहिए. ये OBC का मामला नहीं है, ये नरेंद्र मोदी और अडानी के रिश्ते का मामला है. भाजपा ध्यान को भटकाने का काम करती है, कभी OBC की बात करेगी, कभी विदेश की बात करेगी.
मामला हरचंदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगागंज कस्बे के पास रेलवे लाइन का है जहां केटीएल में इंजीनियर के पद पर काम करने वाला राहुल मिश्रा पुत्र पंचदेव मिश्रा निवासी जनपद बलिया कान में ईयर फोन लगाकर जा रहा था.
इतने में ट्रेन आ गई और वह ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाया जिससे वह ट्रेन से टकरा गया ट्रेन की टक्कर से इंजीनियर राहुल मिश्रा की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
DESK: मुख्यमंत्री योगी आज मेरठ दौरे पर। इस दौरान योगी आदित्यनाथ चरण सिंह विश्वविद्यालय में कार्यक्रम आयुर्वेद महासम्मेलन का उद्घाटन में पहुंचे। यह कार्यक्रम 11 मार्च से 13 मार्च तक चलेगा। इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति, राज्यपाल उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ में आयुर्वेद महासम्मेलन की शुरुआत हो गई है। आयुर्वेद का हमारे जीवन में बहुत महत्व है, मानव चिकित्सा में आयुर्वेद का महत्व है। उन्होने कहा कि यूपी में कुल 3659 आयुष अस्पताल हैं। हम आयुर्वेद को और आगे ले जाने का काम करेंगे।
दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश विदेश के आयुर्वेद और योगा विशेषज्ञ शिरकत कर रहे हैं। पतंजलि योगपीठ के वैद्यराज आचार्य बालकृष्ण समेत समेत कई आयुर्वेदाचार्य और नाड़ी विशेषज्ञ मरीजों की चिकित्सा के लिए भी यहां मौजूद रहें। यह कार्यक्रम गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की चिकित्सा और आयुर्वेद विधा के डॉक्टर्स को देश विदेश के विशेषज्ञों से जोड़ने के मकसद से आयोजित किया गया है। इस दौरान आयुर्वेदा पर रिसर्च करने वाले कई विशेषज्ञों के रिसर्च पेपर्स का भी प्रेजेंटेशन होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की परंपरागत पिछले नौ वर्ष के अंदर एक लंबी छलांग लगा करके दुनिया के अंदर छाने की स्थिति में है और सचमुच इसका श्रेय अगर किसी को दिया जा सकता है तो इस देश के प्रधानमंत्री Narendra Modi जिन्होंने पहली बार परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को आयुष मंत्रालय के रूप में लेकर के योग, आयुर्वेदिक, OPEC यूनानी सिद्धांत प्राकृतिक चिकित्सा इन सबको लेकर के मंत्रालय का गठन किया योग को दो हज़ार सोलह से इक्कीस June की तिथि को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में आज पूरी दुनिया मनाने के लिए उत्सुक है।
उन्होने कहा कि इक्कीस June को दुनिया का कोई देश नहीं जहाँ पर पूरा देश, पूरी दुनिया कोई प्रांत, कोई जनपद, कोई शहर, कोई कस्बा, कोई गाँव, कोई परिवार ऐसा नहीं होता है जो योग की क्रिया के साथ किसी ना किसी रूप में न जुड़ता हो। उन्होने कहा कि भारत की इस परंपरा के साथ दुनिया को जोड़ने और उसी प्रकार से आयुर्वेद को दुनिया के अंदर स्थापित करने के प्रधानमंत्री के जो प्रयास प्रारंभ हुए हैं उन प्रयासों का परिणाम आज हम सबके सामने है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर हमारे पास तीन हजार नौ सौ उनसठ आयुष चिकित्सालय संचालित है जिनमें आयुर्वेद के दो हजार एक सौ दस के एक हजार पाँच सौ चौरासी यूनानी के दो सौ चौवन चिकित्सालय तथा आयुष चिकित्सालयों के माध्यम से भी प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में हम आरोग्यता संपूर्ण आरोग्यता के लक्ष्य को प्राप्त करने के कार्य कर रहे हैं। उन्होने कहा कि एक सौ पाँच आयुष महाविद्यालय Uttar Pradesh के अंदर कार्यरत हैं जिनमें उन्यासी महाविद्यालय आयुर्वेद के पंद्रह यूनानी के और ग्यारह Homeopathy के भी महाविद्यालय वर्तमान में Uttar Pradesh के अंदर कार्यरत हैं।
उन्होने कहा कि प्रदेश लगातार अपनी परंपरागत इन चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी पवित्रता के साथ कार्य कर रही है मेरा आप सब से भी होगा हमें स्वयं भी अपने आप पर गौरव के अनुभूति करनी चाहिए लेकिन जब तक आप स्वयं ही इसके बारे में इसका एहसास नहीं कराएँगे आपकी गौरव की अनुभूति कोई दूसरा करा पाएगा ।