मुख्यमंत्री मोहन यादव के आदेशों का नहीं हो रहा पालन
खुरई नगरी क्षेत्र में जगह-जगह पर अवैध कॉलोनी की बाढ़ आई हुई हैं। यहां एक सौ दस से ऊपर अवैध कालोनियां कांटी जा चुकी है जिनपर करोड़ों रुपए का राजस्व बकाया है
मकड़ी के जाले की तरह फ़ैल रहा अवैध कालोनियों का काम
बिना किसी परमीशन के बेचें जा रहें हैं प्लांट
करोड़ों रुपए के नोटिस की नहीं हुई वसूली, राजस्व का हो रहा नुक़सान
जिम्मेदार अफसरों ने आंख पर बांधीं पट्टी
सभी प्रकार की सुविधा का लालच देकर फंसाते हैं नहीं देते सुविधाएं
खुरई नगरी क्षेत्र में जगह-जगह पर अवैध कॉलोनी की बाढ़ आई हुई हैं। यहां एक सौ दस से ऊपर अवैध कालोनियां कांटी जा चुकी है जिनपर करोड़ों रुपए का राजस्व बकाया है लेकिन प्रशासन की मेहरबानी से अवैध कालोनाइजरों की मौज जारी है तो वहीं शासन को करोड़ों रुपए के राजस्व को चुना लगाया जा रहा है।
बिना किसी परमीशन के बेचें जा रहें हैं प्लांट
पिछले कुछ वर्षों में खुरई नगर में अवैध कालोनियों का व्यापार काफी तेजी से फ़ल फ़ूल रहा है इसका मुख्य कारण प्रशासन की लचर व्यवस्था है शहर के किसी भी क्षेत्र में देखें तो आपको एक दो अवैध कालोनियां दिख ही जाएगी। नगर सीमा में लगभग एक सौ दस पुरानी प्रशासन द्वारा चिह्नित अवैध कालोनियां है जिनके विक्रय का क्रम निरंतर जारी है तो वहीं कुछ नवीन कॉलोनीयों को चिन्हित किया जा रहा है जिन पर भी प्रशासन अधिकारी काफी मेहरबान नजर आ रहे हैं। ऐसी कई कालोनियां है जिन पर शासन द्वारा करोड़ों रुपए के नोटिस दिए गए थे साथ नगरीय क्षेत्र में अवैध कालोनियों की रजिस्ट्रयो पर रोक लगा दी गई थी लेकिन पर्दे के पीछे से सब काम बदस्तूर जारी है जिससे प्रशासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुक़सान हो रहा है।\]
जिम्मेदार अफसरों ने आंख पर बांधीं पट्टी
प्रशासन ने सालों पहले कॉलोनाइजरों की जांच के लिए नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन जांच के उपरांत कई कॉलोनोइजारों FIR की गई, FIR के दौरान 110 कॉलोनाइजरों नोटिस जारी करते हुए रिकवरी के आदेश किए गए जिसमें से कुछ कॉलोनाइजर को करोडो के नोटिस भी दिए गए नोटिस देने के बाद अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई। जैसे ही समय बितता गया मामला ठंडा होता गया।