डॉ. हर्षवर्धन ने मनमोहन सिंह के पत्र का दिया जवाब, कहा- आपकी पार्टी में आपके जैसी सोच वाले नेता कम हैं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा- ऐसे असाधारण समय में अगर कांग्रेस के नेता मनमोहन सिंह के बेशकीमती सुझाव मान लें और आपसी सहयोग बनाकर रखें तो अच्छी बात होगी
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री की चिट्ठी पर अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि ऐसे असाधारण समय में अगर कांग्रेस के नेता मनमोहन सिंह के बेशकीमती सुझाव मान लें और आपसी सहयोग बनाकर रखें तो अच्छी बात होगी।
History shall be kinder to you Dr Manmohan Singh ji if your offer of ‘constructive cooperation’ and valuable advice was followed by your @INCIndia leaders as well in such extraordinary times !
Here’s my reply to your letter to Hon’ble PM Sh @narendramodi ji 👍 @PMOIndia pic.twitter.com/IJcz3aL2mo
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 19, 2021
“> बता दें कि देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर कुछ सुझाव दिए हैं। जिस पर अब सियासत तेज होती दिख रही है।
Former PM Dr Manmohan Singh writes PM Narendra Modi, “The key to our fight against COVID19 must be ramping up the vaccination effort. We must resist the temptation to look at the absolute numbers being vaccinated, and focus instead on the percentage of the population vaccinated” pic.twitter.com/OiDXnngIJ8
— ANI (@ANI) April 18, 2021
“> केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आपकी पार्टी में आपके जैसी सोच रखने वाले नेता कम हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य डॉ. हर्षवर्धन ने चिट्ठी का जवाब चिट्ठी से ही दिया है। उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह को कहा है कि आप जिस रचनात्मक सहयोग की सलाह दी है, अच्छा होता कि आपकी कांग्रेस पार्टी के नेता भी उसे गंभीरता से मानते। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कई नेता सार्वजनिक तौर पर वैक्सीन की आलोचना कर रहे हैं लेकिन खुद चुपके से वैक्सीन लगवा लेते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि दुनियाभर में भारत की वैक्सीन की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। यहां महामारी के खिलाफ 2 वैक्सीन है और यह भारत के लिए गर्व का विषय है, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने वैज्ञानिकों की तारीफ में एक शब्द तक नहीं बोले। यह दर्शाता है कि पार्टी में शीर्ष पर बैठे लोगों का नजरिया कैसा है। बता दें कि भारत में 15 अप्रैल तक 10 करोड़ लोगों को सिंगल डोज वैक्सीन लग चुकी है। जबकि करीब डेढ करोड़ लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी है। भारत में औसतन हर दिन 30 लाख वैक्सीन की डोज दी जा रही है।