मन की बातः पीएम बोले- 26 जनवरी को तिरंगे के अपमान से देश हुआ दुखी
दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी भी हुआ है। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है।
किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 73वें एपिसोड के जरिए देशवासियों से बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी हुआ है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषि को आधुनिक बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और अनेक कदम उठा भी रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले देश के अलग-अलग हिस्सों में त्योहारों की धूम रही। इन सबके बीच दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी भी हुआ है। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है।
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि इस साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को भी करीब-करीब एक साल पूरा हो गया है। जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है, वैसे ही अब हमारा टीकाकरण अभियान भी दुनिया में एक मिसाल बन रहा है।
पीएम ने हाल ही में बेंगलुरु और अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के बीच नॉन स्टॉप हवाई सेवा की महिला पायलटों की एक टीम का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु के लिए एक नॉन-स्टॉप हवाई सेवा की कमान भारत की चार महीला पायलटों ने संभाली। दस हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा सफ़र तय करके ये फ्लाइट सवा दो-सौ से अधिक यात्रियों को भारत लेकर आई। क्षेत्र कोई भी हो महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही ।
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया पर भारत को मिली एतिहासिक जीत पर बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इस महीने, क्रिकेट पिच से भी बहुत अच्छी खबर मिली। हमारी क्रिकेट टीम ने शुरुआती दिक्कतों के बाद शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती। हमारे खिलाड़ियों का हार्डवर्क और टीमवर्क प्रेरित करने वाला है
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के हर हिस्से में, हर शहर, कस्बे और गांव में आजादी की लड़ाई पूरी ताकत के साथ लड़ी गई थी। भारत भूमि के हर कोने में ऐसे महान सपूतों और वीरांगनाओं ने जन्म लिया, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया। मैं सभी देशवासियों को और खासकर के अपने युवा साथियों को आहृान करता हूं कि वो देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखें।