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मेरठ : तीसरे चरण का वैक्सीनेशन शुरू, जिला अस्पताल में लगी युवाओं की लंबी लाइन

मेरठ। जिला अस्पताल में सुबह 9:00 बजे से 18 से 44 साल की उम्र वाले लोगों को तीसरे चरण का टीकाकरण किया जा रहा है। अस्पताल में सुबह से ही युवाओं की लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं।

मेरठ में 10 केंद्रों पर आज टीकाकरण किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग ने लाइन में लगकर टीकाकरण करा रहे हैं।  सुबह 9 से शाम 4 बजे तक लोगों को टीका लगाया जाएगा। कोविन पोर्टल पर युवा वर्ग ने अपना रजिस्ट्रेशन कराकर टीकाकरण कराया। जिन जिलों में 1000 से अधिक कोरोना संक्रमण के केस मिल रहे है। उसे ध्यान में रखकर मेरठ समेत 7 जिलो में यह अभियान चलाया गया है। 42 से 52 दिन के बीच मे वैक्सीन की दूसरी डोज़ लगाई जाएगी।

बता दें कि देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर बहुत तेजी बढ़ रही है। इस बीच 1 मई यानी आज से वैक्सीनेशन का तीसरा चरण भी शुरू हो गया है। सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को 1 मई से टीका लगवाने की इजाजत दी है, लेकिन कई राज्‍यों में वैक्‍सीन की उपलब्‍धता को लेकर अनिश्चितता की स्थिति है। लिहाजा वैक्सीनेशन के तीसरे चरण से पहले ही कई राज्यों ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं।

रिपोर्ट – साजिद इदरीसी

उधमसिंह नगर : विधायक ने किया कोविड टीकाकरण कैंप का शुभारंभ

ऊधमसिंह नगर। सीमांत क्षेत्र सिसैया के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में क्षेत्रीय विधायक पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कोविड-19 टीकाकरण कैंप का फीता काटकर शुभारंभ किया।

बता दें कि कोविड-19 संक्रमण की बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए शासन प्रशासन द्वारा गाइडलाइन तथा दिशा-निर्देश जारी कर संक्रमण की रोकथाम के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है। इसी क्रम में आज राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिसैया में शिविर लगाकर टीकाकरण किया गया। इस दौरान विधायक धामी तथा नोडल अधिकारी कोविड-19 स्वास्थ्य विभाग खटीमा डॉ. वीपी सिंह द्वारा मास्क लगाने, उचित सामाजिक दूरी बनाए रखने, टीकाकरण करवाने, बेवजह घर से बाहर न निकलने, भीड़भाड़ वाली जगह पर ना जाने, तथा सरकार की गाइड लाइन का अनुपालन करने के लिए लोगों को जागरुक किया।

इस दौरान विधायक धामी ने कहा कि कोरोना को लेकर नागरिक चिकित्सालय कल से शुरू होने वाला है। व्यवस्थाएं लगभग पूरी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि सभी लोग नियमों का पालन करें, जो वैक्सीन आई है वह हर व्यक्तिय को लग जाए, इसके लिए हम लोग ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाकर टीकाकरण करवा रहे हैं। आज आज सीमांत क्षेत्र सिसैया मेलाघाट में कैंप लगाया गया है। कल लायंस क्लब खटीमा में कैंप लगाया जाएगा। इसके पहले भी कई जगहों पर वैक्सीनेशन किया गया है।

रिपोर्ट- अशोक सरकार

 

पहले दिन वैक्सीनेशन के लिए 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने किया रजिस्ट्रेशन

नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन के लिए 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा. इसके लिए कल से Cowin और Aarogya Setu ऐप पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए। बुधवार सुबह से ही इस कदर रजिस्ट्रेशन की मारामारी शुरू हुई, कि कई बार ऐप क्रैश होने की शिकायतें भी सुनने को मिलीं। वहीं, बड़ी बात ये है कि पहले दिन वैक्सीनेशन के लिए 1 करोड़ से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए।

MyGovIndia द्वारा ट्वीट कर जानकारी दी गई कि महामारी को समाप्त करने की दिशा में वैक्सीनेशन महत्वपूर्ण कदम है। दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए 1 करोड़ से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। बता दें कि कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए 1 मई से 18 साल और इससे ऊपर के लोग योग्य हैं। कल से इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है। इस बीच Cowin और Aarogya Setu ऐप के लगातार क्रैश होने की शिकायत लोग सोशल मीडिया पर करते दिखाई दिए।

वहीं, टीकाकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दाखिल हो गई है। इस याचिका में कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल भी उठाए गए हैं। ये याचिका वकील दीपक आनंद मसीह ने दाखिल की है। उन्होंने टीकाकरण अभियान में 32 हजार करोड़ रुपये का घोटाला होने का दावा किया है।

याचिकाकर्ता दीपक आनंद मसीह ने याचिका में कहा है कि पश्चिमी देशों में कोरोना की वैक्सीन तैयार कर ली गई, लेकिन उनकी लागत और कीमत 150 से 200 रुपए से ज्यादा नहीं है। लेकिन हमारे देश में ये 600 रुपये तक आम जन तक पहुंच रही है। अब जबकि 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं को टीका लगाना है तो कीमत भी बढ़ा दी गई है। एक अनुमान के मुताबिक 80 करोड़ लोगों को टीके की 2 खुराक लगनी है। ऐसे में टीकाकरण अभियान में टीके की कीमत का गणित 32 हजार करोड़ रुपए के घोटाले की पुष्टि करता है।

याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री ने नेशनल साइंटिफिक टास्क फोर्स तो बना दी लेकिन फरवरी-मार्च में उसकी एक भी बैठक नहीं हुई। क्योंकि कुछ राज्यों में विधानसभा के चुनाव चल रहे थे। याचिका में कहा गया है कि देश में पिछले साल अक्टूबर में ही जीनोम सिक्वेंसिंग लैबोरेटरी इंस्टीट्यूट शुरू करने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक वो क्यों नहीं हुआ?

भारत में कोविड टीकाकरण के 100 दिन पूरे, अब तक दी गई 14.19 करोड़ से ज्यादा खुराक

नई दिल्ली। विश्व में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत भारत में कोविड-19 टीके की दी जा चुकी खुराक की कुल संख्या  आज 14.19 करोड़ से अधिक हो गई है। साथ ही टीकाकरण अभियान ने कल 100 दिन पूरे कर लिए।

आज सुबह सात बजे तक मिली अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार 20,44,954 सत्रों के जरिए कोविड वैक्सीन की कुल 14,19,11,223 खुराक दी जा चुकी हैं। टीकाकरण लाभार्थियों की कुल संख्या में वे 92,98,092 एचसीडब्ल्यू शामिल हैं, जिन्होंने वैक्सीन की पहली खुराक ली है और 60,08,236 ऐसे एचसीडब्ल्यू भी शामिल हैं, जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी खुराक ले ली है।

इसके अलावा पहली खुराक लेने वाले 1,19,87,192 एफएलडब्ल्यू, दूसरी खुराक लेने वाले 63,10,273 एफएलडब्ल्यू, इसके साथ-साथ 60 साल से अधिक आयु के पहली खुराक लेने वाले 4,98,72,209 और दूसरी खुराक लेने वाले 79,23,295 लाभार्थियों के साथ-साथ 4,81,08,293 पहली खुराक लेने वाले और 24,03,633 दूसरी खुराक लेने वाले 45 से 60 वर्ष की आयु के लाभार्थी भी शामिल हैं।

टीकाकरण अभियान के 100वें दिन (25 अप्रैल, 2021) कोविड-19 के 9,95,288 टीके की खुराक दी गई। इसमें से 6,85,944 लाभार्थियों को 11,984 सत्रों के जरिए पहली खुराक तथा 3,09,344 लाभार्थियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई।

 

ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, मांगी कोरोना वैक्सीन की 5.4 करोड़ डोज

नई दिल्ली।  पश्चिम बंगाल में तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से वैक्सीन से लेकर रेमडेसिवीर इंजेक्शन, ऑक्सीजन और दवाओं की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जितनी जल्दी संभव हो ये मदद भिजवाई जाए।

बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोरोना के बढ़ते केसों के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताने वालीं ममता बनर्जी ने पीएम को लिखे लेटर में भी बाहरियों को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने लिखा, ”राज्य में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, बड़ी संख्या में बाहरी लोग चुनाव प्रचार और दूसरी वजहों से कुछ राजनीतिक दलों की ओर से आ रहे हैं। इस स्थिति में हमने महामारी को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया है और तीन मुद्दों पर आपके हस्तक्षेप की जरूरत है।”

ममता बनर्जी ने लिखा, ”टीकाकरण सबसे महत्वपूर्ण है। खासकर हमारे राज्य में विशेषतौर पर कोलकाता में, जहां आबादी का घनत्व बहुत ज्यादा है। तेजी से टीकाकरण बहुत आवश्यक है। दुर्भाग्य से हमारे लिए भारत सरकार से टीकों की आपूर्ति दुर्लभ और अनिश्चित है, जोकि हमारे टीकाकरण पर नकारात्मक असर डाल रहा है। हमने 2.7 करोड़ लोगों का टीकाकरण करना है और हमें 5.4 करोड़ डोज की जरूरत है। हम आपसे तुरंत हस्तक्षेप की मांग करते हैं ताकि राज्य को जरूरत के हिसाब से वैक्सीन मिल सके।

 

गुगल मैप करेगा अब आपके टीकाकरण में सहयोग जानिए कैसे

कोरोना के कहर बरपा रखा है लेकिन आपको बता दे कि जिस तरह मामले बढ़ रहे है चिंता की बात नही है क्युकी अगर आप खुद बचाव करेंगे तो बचाव से आपको ही फायदा है। राहत की बात ये है कि 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो चुका है। और लोगो को जागरुकता कार्यक्रम के तहत जागरुक किया जाा रहा है इसके लिए देश भर में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं।ताकि लोगों को आसानी से वैक्सीन की डोज दी जा सके।लेकिन गुगल ने अब एक नया पहल शुरु किया है। हर सवाल के आपको जबाव देने वाला गुगल अब मैप के जरिये किसी रास्ते में वैक्सीनेशन केंद्रों की जानकारी मिलेगी यानी कि आपके आस-पास वैक्सीनेशन कहां हो रहा, इसकी जानकारी आपको गूगल मैप्स देगा ।जिससे की मरीजों को आसानी हो।बताते चले कि भारत में इस समय रिकॉर्ड संख्या में हर दिन कोरोना केसेज मिल रहे हैं, इसके चलते लोगों में वैक्सीनेशन की मांग बढ़ गई है।जानकारी के लिए आपको बता दे की भारत में इस समय दो कोरोना वायरस वैक्सीन को भारतीय दवा नियामक से इमरजेंसी मंजूरी मिली है. इसमें पहला ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का एस्ट्राजेनेका वैक्सीन है जिसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्रो़ड्यूस कर रही है और एक स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन है जिसे हैदरबाद स्थित भारत बॉयोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की निगाहबानी में तैयार किया है। बता दे कि गूगल मैप्स के यूजर्स द्वारा ऐप पर वैक्सीनेशन सेंटर्स सर्च करने पर सभी नजदीकी सेंटर्स उनकी स्क्रीन पर दिखाए देंगे। यह ऐप यूजर्स को इसकी भी जानकारी देगा कि सेंटर खुला है या नहीं.वैक्सीनेशन को लेकर गूगल हरसंभव करेगा सहयोग।गूगल हेल्थ के चीफ हेल्थ ऑफिसर करेन डिसाल्वो का कहना है कि गूगल मैप्स के नए फीचर से लोगों को अपने नजदीक में वैक्सीनेशन केंद्र को खोजना आसान हो जाएगा और ऐप के जरिए वे केंद्रों तक पहुंचकर वैक्सीन की डोज लगवा सकेंगे। डिसाल्वो ने कहा कि इसके जरिए न सिर्फ नजदीकी वैक्सीनेशन केंद्र की जानकारी मिलेगी बल्कि पड़ोस में किस केंद्र पर वैक्सीन उपलब्ध है, इसकी भी जानकारी मिलेगी और वैक्सीनेशन केंद्र कितनी दूरी पर है, यह जान सकेंगे।डिसाल्वो का कहना है कि गूगल और इसके अन्य एप्लीकेशंस सभी को वैक्सीनेशन जैसे अहम टास्क को पूरा करने में अपनी हर संभव जिम्मेदारी निभाएगा.

‘टीका उत्‍सव’ के दौरान लगाए गए 1.28 करोड़ से अधिक टीके, पढ़िए पूरी खबर   

नई दिल्ली। भारत, कोविड-19 वायरस के खिलाफ अपनी आबादी के निर्बल वर्गों के टीकाकरण के प्रयासों में लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है। 11 से 14 अप्रैल के बीच के दिनों को ‘टीका उत्‍सव’ के रूप में मनाने की प्रधानमंत्री की अपील के दौरान निजी और सार्वजनिक दोनों ही प्रकार के कार्यस्‍थलों पर कई कोविड टीकाकरण केन्‍द्र (सीवीसी) क्रियाशील हुए। औसतन 45,000 सीवीसी प्रतिदिन क्रियाशील रहे। चार दिवसीय ‘टीका उत्‍सव’ के पहले दिन, दूसरे दिन, तीसरे दिन और चौथे दिन क्रमश: 63,800, 71,000, 67,893 और 69,974 सीवीसी सक्रिय रहे।

इसके अति‍रिक्‍त, औसतन रविवार को टीकाकरण संख्‍या में कमी (लगभग 16 लाख) देखी जाती थी, लेकिन ‘टीका उत्‍सव’ के पहले दिन जो कि रविवार था, रात 8 बजे तक 27 लाख से अधिक टीके लगाए गए।

टीका उत्‍सव’ के चार दिनों में गहन टीकाकरण गतिविधि देखी गई। 11 अप्रैल को 29,33,418 टीके लगाए गए, जबकि अगले दिन 40,04,521 टीके लगाए गए। 13 और 14 अप्रैल को यह संख्‍या क्रमश: 26,46,528 और 33,13,848 रही। ‘टीका उत्‍सव’ के दौरान कुल टीकाकरण संख्‍या में 1,28,98,314 की तेज वृद्धि देखी गई, जिस दौरान देशभर में पात्र समूहों के लोगों को टीके लगाए गए। तीन राज्‍यों में 1 करोड़ से अधिक टीके लगाए गए। ये राज्‍य हैं – महाराष्‍ट्र (1,11,19,018), राजस्‍थान (1,02,15,471) तथा उत्‍तर प्रदेश (1,00,17,650)।

 

कोविड टीकाकरण उत्‍सव के शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे सांसद रविकिशन ने कहा- वैक्‍सीन की कोई कमी नहीं है

गोरखपुर। गोरखपुर के जिला चिकित्‍सालय के स्‍पेशल वार्ड में सोमवार के कोविड टीकाकरण उत्‍सव का शुभारंभ किया गया। 11 से 14 अप्रैल तक चलने वाले इस कोविड टीकाकरण उत्‍सव में लाभार्थी वैक्‍सीन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं। शुभारंभ के मौके पर सांसद रविकिशन भी मौजूद रहे।

रविकिशन ने कहा कि वैक्‍सीन की कोई कमी नहीं है। ज्यादा लोगों के टीकाकरण के लिए पहुंच जाने की कारण ऐसी स्थिति उत्‍पन्‍न हो रही है। जिले को 50 हजार टीका मिल चुका है। अपनी बारी का इंतजार कर ही लोग बूथ पर टीकाकरण कराने लिए पहुंचे। टीकाकरण उत्‍सव के दिन 116 जगहों पर टीकाकरण का आयोजन किया गया है।

उन्‍होंने बताया कि जिले में दो लाख लोगों का टीकाकरण हो चुका है। यहां पर एक अफवाह फैली थी कि वैक्‍सीन नहीं है। जिले में 50 हजार वैक्‍सीन की उपलब्‍धता सुनिश्चित की गई है। वैक्‍सीन की कमी नहीं है, ये स्‍वदेशी वैक्सीन है।  रिपोर्ट- सचिन यादव

उधमसिंह नगर : स्वास्थ्य विभाग ने कारखानों में शुरू किया वैक्सीनेशन

उधमसिंह नगर। नागरिक चिकित्सालय खटीमा द्वारा जहां कोविड वेक्सीनेशन को बढ़ाने को लेकर लगातार प्रयास किये जा रहे है। वहीं, खटीमा में अब तक कुल 9 वेक्सीनेशन सेंटर खोल लोगों को कोविड 19 का टीका लगाया जा रहा है।

इसी क्रम में कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. वीपी सिंह द्वारा खटीमा स्थित कारखानों के कर्मचारियों व उनके परिजनों को कोविड वेक्सीनेशन का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसी के तहत खटीमा के पीलीभीत रॉड स्थित ईस्टर इंडस्ट्रीज़ कारखाने में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर वैक्सीनेशन सेंटर की स्थापना की गई। कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का उद्घाटन ईस्टर कारखाना के मानव संसाधन प्रमुख अजय मेहता द्वारा किया गया। इस दौरान ईस्टर कंपनी के 45 साल से ऊपर के कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

वहीं, ईस्टर के एचआर हेड अजय मेहता ने कहा कि कोविड संक्रमन से कंपनी के कर्मचारी व उनके परिजनों को सुरक्षा कवच देने के उद्देश्य से कंपनी में आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना टीकाकरण केंद्र का उद्घाटन किया गया है। जिसमे कंपनी के कर्मचारी व उनके परिजनों को कोविड का टीका लगाया जाएगा। कर्मचारी बेहतर उत्साह के साथ कोविड टीकाकरण को लेकर इस कैंप में पहुंच रहे हैं। जबकि नोडल अधिकारी डॉ. वी.पी सिंह के अनुसार कोविड टीकाकरण को बढ़ाने के उद्देश्य से खटीमा क्षेत्र की कंपनियों में कोरोना टीकाकरण के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं। टीकाकरण अभियान के तहत आज ईस्टर कंपनी में कोविड वैक्सीनेशन कैंप लगा कंपनी के 45 साल से ऊपर के 200 से 250 के लगभग कर्मचारी व उनके परिजनों को कोविड का टीका लगाया जा रहा है। ताकि कोई भी कोरोना वैक्सीनेशन से ना छुटे।

रिपोर्ट- अशोक सरकार

 

शासन के दिशा निर्देशों का नहीं हो रहा पालन, कोविड वैक्सीनेशन व्यवस्था पर उठ रहे सवाल

गोरखपुर। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का दूसरा चरण चल रहा है। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों सहित निजी अस्पतालों में भी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। बीते 3 से 4 दिन की बात करें तो कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

संक्रमित मरीजों की एक दिन में संख्या 200 के पार पहुंच चुकी है। ऐसे में शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार कोरोना काल के दौरान बनाए गए नियमों का पालन करना भी बहुत जरूरी बन गया है। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन जगह-जगह मॉस्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए नागरिकों को जागरुक कर रही है। लेकिन इन सबके बावजूद नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिला चिकित्सालय के स्पेशल वार्ड में चल रहे वैक्सीनेशन प्रक्रिया के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ाई जा रही हैं लेकिन, अस्पताल प्रशासन इस पर मौन साधे हुए हैं।

स्पेशल वार्ड में रजिस्ट्रेशन से लेकर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के दौरान वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी पालन नहीं किया जा रहा है। जबकि शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार कोरोना के रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंस बनाए रखना अति आवश्यक है। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलती है।  यहां सबसे पहले मरीज को रजिस्ट्रेशन करवाना होता है उसके बाद वह पर्ची लेकर वैक्सीनेशन काउंटर पर पहुंचता है, जहां उसको वैक्सीन लगाई जाती है लेकिन इस दौरान जिला चिकित्सालय में 2 गज की दूरी नहीं बन पा रही है।