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तीन दबंगों ने अकेली पाकर युवती से किया गैंगरेप, दो आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में न तो अपराध थमने का नाम ले रहे हैं और न ही अपराधियों के हौसले। ताजा मामला बुलंदशहर जिले का है, जहां गांव के ही तीन दबंगों ने मिलकर एक अकेली महिला के साथ गैंगरेप जैसी हैवानियत भरी घटना को अंजाम दिया।

पीड़िता अपने पिता के साथ पुलिस के पास शिकायत करने पहुंची और तहरीर में तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। पुलिस ने तुरंत आरोपी की तलाश में जुट गई। फिलहाल पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन एक आरोपी अभी भी फरार है।

वहीं, पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल के लिए अस्पताल भेज दिया है। बता दें कि ये पूरा मामला सिकंदराबाद थाना क्षेत्र की घटन है।

कन्नौजः दोस्त ही निकला हत्यारा, ईंट की गवाही से पुलिस ने सुलझाई मर्डर मिस्ट्री

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में जमीनी विवाद के चलते एक युवक की बेहरमी से हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोपी युवक ने हत्या करने के लिए पहले मृतक से दोस्ती की और फिर मौका देखकर ईंट-पत्थरों से सिर कुचलकर हत्या कर दी।

हत्यारे दोस्त ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में कामयाब हो जाता, लेकिन पत्थर की गवाही ने उसका राज बेपर्दा कर दिया। दरअसल, सोमवार सुबह ठठिया थाना क्षेत्र के निजामपुर गांव के रहने वाले सूरज का लहूलुहान शव दूसरे गांव पट्टी के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे के अंडरपास के पास पड़ा मिला। शव मिलने के बाद पुलिस ने शुरुआती जांच में इस शव को अज्ञात मानकर मामले की जांच कर रही थी। लेकिन जब शव की पहचान सूरज के रूप में हुई तो जांच को रूख दूसरी ओर मुड गया।

एसपी प्रशांत वर्मा ने ठठिया थाना प्रभारी राजकुमार सिंह को पूरे मामले की गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया। पुलिस की जांच में गांव के ही पवन का नाम हत्या में सामने आया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो सारी सच्चाई सामने आ गई। पुलिस के मुताबिक पवन ने सूरज को सिर्फ इसलिए मार दिया क्योंकि जमीन के विवाद में पूरे गांव के सामने गालियां सुनाकर उसकी बेइज्जती की थी। बेइज्जती का बदला लेने के लिये पवन ने पहले सूरज से दोस्ती का नाटक किया, फिर पार्टी के नाम पर शराब पिलाई और नशे की हालत में ईंट से सिर कुचलकर हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्या में इस्तेमाल की गई ईंट ही हत्यारों तक पहुंचने में एक कारगर सबूत साबित हुई, वहीं पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने खुलासा करने वाली टीम को 20,000 रुपये का इनाम दिया।

लखनऊ SI आत्महत्याः ‘मैं जा रहा हूं मुख्यमंत्री जी, मेरे बच्चों का ख्याल रखिएगा’, सुसाइड नोट में बीमारी का किया जिक्र

लखनऊ। लखनऊ विधानसभा गेट नंबर सात के सामने स्थित पार्किंग में गुरुवार को दरोगा निर्मल कुमार चौबे ने अपनी सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। दरोगा के पास से बरामद हुए सुसाइड नोट के मुताबिक उसमे लिखा है कि ‘बीमारी से परेशान हूं। मैं जा रहा हूं मुख्यमंत्री जी, मेरे बच्चों का ख्याल रखिएगा’। सुसाइड नोट में दरोगा ने बीमारी से तंग होकर खुदकुशी करने की बात लिखी है। हांलाकि उन्होंने कौन सी बीमारी थी, इसका जिक्र नहीं किया है।

बंथरा थाने में तैनात दारोगा निर्मल मूलरूप से वाराणसी के गांव पल्ही पट्टी, चौबेपुर के रहने वाले थे। वह यहां परिवार के साथ चिनहट में रहते थे। गुरुवार को उनकी ड्यूटी विधान भवन पर लगी थी। दिन में करीब साव तीन बजे गेट नंबर सात के सामने स्थित पार्किंग में गोली चलने की आवाज सुनकर वहां मौजूद पुलिसकर्मी व अन्य लोग उस ओर दौड़े। पार्किंग में दारोगा लहूलुहान पड़े थे और उनकी सर्विस पिस्टल जमीन पर पड़ी थी। पुलिसकर्मियों ने उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी और निर्मल को सिविल अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर और संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था नवीन अरोरा सिविल अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। इसके बाद निर्मल के घरवालों को सूचना दी गई।

वर्ष 1987 में हुई थी भर्ती

निर्मल 15 अगस्त 1987 में पीएसी में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। वह लंबे समय से अलग अलग स्थानों पर सुरक्षा में ड्यूटी कर रहे थे। बंथरा थाने में वर्ष 2019 में उनकी तैनाती हुई थी। इंस्पेक्टर बंथरा जितेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक निर्मल मानसिक रूप से परेशान थे। बीमारी के कारण उन्होंने मेडिकल लीव भी ली थी।

फारेंसिक टीम ने की छानबीन

घटना स्थल पर छानबीन के दौरान फारेंसिक टीम ने निर्मल की सर्विस पिस्टल को कब्जे में ले लिया। यही नहीं, सुसाइड नोट को भी सुरक्षित रख लिया गया है। पुलिस आयुक्त का कहना है कि दारोगा की सहमति से उनकी ड्यूटी विधान भवन पर लगाई गई थी।

लंबे समय से परेशान थे पापा

निर्मल चिनहट में पत्नी निरुपमा और बेटे विकास व सर्वेश के साथ रहते थे। निर्मल की आत्महत्या की खबर मिलते ही निरुपमा बेसुध हो गईं, जिन्हें उनके बेटों ने संभाला। विकास ने बताया कि पापा लंबे समय से परेशान थे। उनका इलाज भी चल रहा था, लेकिन राहत नहीं मिली। निर्मल के तीन छोटे भाई प्रदीप, अतुल और अनिल हैं।

बिजनौर में पकड़े गए बंटी और बबली, दुष्कर्म का आरोप लगाकर करते थे ठगी

नई दिल्ली। बंटी और बबली फिल्म तो आप सभी ने देखी होगी, लेकिन फिल्मों की कहानी जब हूबहू सामने देखने को मिले तो जल्दी किसी के कानों पर यकीन नहीं होता है। बिजनौर में पुलिस ने ऐसे ही एक जोड़े को गिरफ्तार किया है जो अपने आप को पति-पत्नी बताते हैं। ये लोग जिले और जिले के बाद दुष्कर्म का आरोप लगाकर ठगी करने का काम कर रहे थे। लोगों से नजदिकियां बढ़ाकर उनसे पैसे ऐठना इनका शौक बन गया था। महीनों की चली छानबीन के बाद ये दोनों पुलिस के हाथ लगे हैं।

बिजनौर के नगीना क्षेत्र की रहले वाली आलम और फातमा जो कि अपने आप को मियां-बीबी बताते हैं, चेहरा जब खुलकर सभी के सामने आया तो सुनने वालों के होश उड़ गए। दरअसल, सिर्फ बिजनौर ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिलों में भी ये कथित पति पत्नी मिलकर लोगों को दुष्कर्म का आरोप लगाकर ठगने का काम करते थे। पुलिस ने बताया कि ये पति पत्नी लोगों को ठगने में माहिर थे।

तस्वीरों सें शरीफ दिखने वाली ये महिला दिमाग से बहुत ही शातिर है। ये वही महिला है जिसने अब तक सैकड़ों लोगों को ठगा है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले पर कार्रवाई कर रही है।

हमीरपुरः दिनदहाड़े दबंगों ने युवक की मारी गोली, इलाके में मचा हडकंप

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। लोगों के अंदर पुलिस का तनिक भी खौफ नहीं रहा। ताजा मामला हमीरपुर जिले से सामने आया है, जहां प्रेम प्रसंग के चलते दबंगों ने एक युवक पर सरेआम गोली चला दी।

दरअसल, बिवांरा थाना क्षेत्र के निवादा गांव में एक लड़का गोली लगने के कारण घायल हो गया है। बताया जा रहा है कि प्रेम-प्रसंग के चलते दबंगों ने लड़के पर फायरिंग कर दी। दिनदहाड़े गोली चलने की वजह से पूरे इलाके में हडकंप मच गया है। वहीं मौके से सूचना पाकर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

साइबर अपराधियों पर होगा शिंकजा, करोड़ो की संपत्ति जब्त करेगा ED

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ से ठगी का मामला सामने आया है। बता दें कि ठगी करने वाले कोई और नही बल्कि जामताड़ा के साइबर ठगी है। मिली जानकारी के मुताबिक ठग सचिवालय के कर्मचारियों को उनके बैंक शाखा के किसी कर्मचारी का नाम बताकर फोन करते हैं। इससे लोग उनके झांसे में आ जाते हैं।

पिछले कुछ दिनों में कई कर्मचारियों के खाते से रुपये निकलने की बात सामने आई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि झारखंड व दिल्ली में बैठकर जालसाज सचिवालय के कर्मचारियों को फोन करते हैं। हालांकि आपको बता दे कि पुलिस का कहना है कि गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस टीम ने दो माह पहले एक गिरोह का भंडाफोड़ भी किया था। बाकियों के लिए लगातार दबिशे दी जा रही है।

वहीं दूसरी तरफ साइबर अपराधियों के पास सरकारी कर्मचारियों का नाम व मोबाइल नंबर कैसे पहुंचा, इसको लेकर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे। माना जा रहा है कि विभाग के कर्मचारियों का डाटा ठगों को बेचा गया। इससे पहले भी बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत से लोगों के खातों का ब्योरा बेचने की बात सामने आ चुकी है। बता दें कि साइबर अपराधी बेहद सक्रिय हैं। हर रोज लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पी जा रही है, लेकिन पुलिस इन अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही। पुलिसकर्मी संसाधनों की कमी का बहाना कर चुप्पी साध लेते हैं। यही वजह है कि साइबर क्राइम की घटनाओं पर नकेल नहीं लग पा रही है।

वर्ष 2020 में 2700 से अधिक लोग साइबर क्राइम के शिकार हुए थे। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन पुलिस का ये दावा है कि साइबर अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए राज्य में प्रवर्तन निदेशालय का अनुसंधान व कार्रवाई जारी है। राज्य के तीन बहुचर्चित मामलों में ईडी का अनुसंधान पूरा हो चुका है। अब यह सूचना मिली है कि एक महीने के भीतर साइबर अपराधियों की करोड़ों की संपत्ति को ईडी जब्त करेगा।

वर्ष 2018 में ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था, जिसमें सिर्फ जामताड़ा जिले के साइबर अपराधी प्रदीप मंडल, युगल मंडल व संतोष यादव पर 2.49 करोड़ के मनी लांड्रिंग का आरोप है। ईडी में दर्ज प्राथमिकी में यह आरोप लगा था कि आरोपित प्रदीप मंडल ने साइबर अपराध के जरिये एक करोड़ रुपये की ठगी की थी, जबकि युगल मंडल व अन्य पर साइबर अपराध के जरिये 99 लाख तथा तीसरी प्राथमिकी में संतोष यादव पर 50 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगा था। जानकारी के लिए आपको बता दे कि इनपर अब सरकार की निगाहें टेढ़ी हो गई है और अब इनपर लगाम लगाने के निर्देश जारी किये गये है।

कलेजा निकालकर आलू के साथ पकाया, पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचाया

नई दिल्ली। अमेरिका के वॉशिंगटन से हत्या की ऐसी वारदात सामने आयी है कि जिसने भी सुना उसके पैरों तले जमीं खिसक गई। आप सोच रहे होंगे कि अपराधी ने क्या किया होगा? तो आपको बताते चले की अपराधी ने अपने ही पड़ोसन की हत्या करके मौत के घाट उतार दिया।

दरअसल ये कोई पहला मामला नही है जब ऐसी वारदात सामने आयी हो। इससे पहले भी कई ऐसे मामले देखने को मिल चुके हैं। जानकारी के मुताबिक वॉशिंगटन में 17 साल की सज़ा काट रहे लॉरेंस एंडरसन नाम के व्यक्ति को जब पैरोल मिली तो उसने बदला लेने की ठानी। बदले के इरादे से उसने अपने पड़ोसी की हत्या की और उसकी लाश से दिल निकालकर घर ले आया।

हत्या के बाद उस आरोपी ने अपने अंकल के परिवार को खाने पर बुलाया और उन्हें आलू के साथ उस शख़्स का दिल भी खिला दिया। लेकिन इतने खून करने के बाद भी उसका दिल नही भरा तो उसने अपने अंकल और उनकी पोती की भी बेरहमी से हत्या कर दी। हांलाकि ट्रिपल मर्डर के इस आरोपी ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

पूरा मामला 9 फरवरी का है। जब एंडरसन ने पड़ोस में रहने वाली एंड्रिया लिन को चाकू मार दिया था। इतना ही नही एंडरसन ने कुल 3 लोगों पर हमला किया था। जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई थी। दो लोगों की हत्या करने के बाद एंडरसन ने उनके सीने से दिल निकाल लिया और घर ले जाकर आलू के साथ पका दिया। दरिंदे ने आलू और दिल से बनी सब्जी को अपने परिजनों को खाने में खिला दिया। एंडरसन यहां अपने अंकल और आंटी के साथ रहता था। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में एंडरसन ने बताया कि वह अपने अंकल और आंटी को बुरी आत्माओं से मुक्त कराना चाहता था, इसलिए उसने इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।

बुलंदशहरः मां की ममता हुई शर्मसार, बेटे की गला काटकर की निर्मम हत्या

नई दिल्ली। एक बेटे के लिए उसकी दुनिया उसकी मां होती है। मां के कदमों में जन्नत होती है, मां का आंचल आसमान से भी ज्यादा बड़ा होता है। लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि एक मां अपने ही लाडले बेटे की हत्या कर दी? शायद नहीं, लेकिन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में ऐसा हुआ है। जहां एक मां ने अपने बेटे की गला काटकर हत्या कर दी।

दरअसल, एक मानसिक रूप से कमजोर मां ने अपने बेटे की गला काटकर निर्ममता से हत्या कर दी। बेटे की हत्या के बाद घबराई मां ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश करने लगी। लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

मामले की सूचना पाकर मौके से पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वहीं इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। पूरा मामला बुलंदशहर जिले के थाना रामघाट के विजय नगलिया गांव का है।

अवैध संबंध के शक में इंजीनियर ने गर्भवती पत्नी को उतारा मौत के घाट

ग्रेटर नोएडा। एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सेक्टर अल्फा दो में रहने वाले इंजीनियर ने अवैध संबंध के शक में गर्भवती पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी।

इसके बाद हत्यारोपी दो दिन तक पत्नी की लाश के पास रहा। बुधवार दोपहर उसने खुद कोतवाली पहुंचा और पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

ग्रेनो के एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि एटा का रहने वाला रजनीकांत दीक्षित अल्फा दो स्थित किराये के मकान में पत्नी खुशी दीक्षित 24 वर्ष निवासी हापुड़ के साथ रह रहा था। खुशी करीब आठ महीने की गर्भवती थी।

रजनीकांत नोएडा की कंपनी में इंजीनियर था। उसने बताया कि 21 फरवरी को उसने घर से हरियाणा के रहने वाले बल्लू नाम के युवक को बाहर निकलते देखा था। इसी बात को लेकर पति पत्नी के बीच विवाद हो गया।

इसके चलते उसने अवैध संबंध के शक में 22 फरवरी की सुबह पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी।

हत्यारोपी रजनीकांत पत्नी खुशी की हत्या करने के बाद 2 दिन तक उसके शव के पास रहा। उसके बाद बुधवार को खुद बीटा 2 कोतवाली पहुंचा और पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया।

पुलिस ने हिरासत में लेकर आरोपी से पूछताछ की तो उसने पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद पुलिस उसके घर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

13 दिन पहले हुई हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, पत्नी ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर की थी हत्या

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने रामपुर में हुए 13 दिन पहले हत्या का खुलासा किया है। 13 दिन पहले मेडिकल संचालक ओमप्रकाश की हत्या कर दी गई थी। रामपुर पुलिस ने हत्यारे का पता लगाते हुए मृतक की पत्नी सहित 2 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने पूरी वारदात में इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद किए हैं। पूरा मामला बिलासपुर रोड के तिराहा गांव का है। जहां 11 फरवरी को वारदात हुई थी। बता दें कि मेडिकल संचालक ओम प्रकाश जो मूल रूप से ग्राम सैंजना तहसील मीरगंज जिला बरेली का निवासी है।